Dasna विवाद पर CM Yogi ने तोड़ी चुप्पी, पैगबंर मोहम्मद पर क्या कहा | Yati Narsimhanand
Yati Narsimhanand Saraswati ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ ऐसा विवादित बयान दे दिया जिसके बाद तो मानो यूपी से लेकर हैदराबाद तक जहां हड़कंप मच गया हजारों मुसलमान उनके खिलाफ सड़कों पर उतरने लगे तो वहीं ताबड़तोड़ मुकदमे दर्ज होने लगे इसी बीच सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने पहली बार इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है !

जिला गाजियाबाद में स्थित डासना मंदिर के महंत Yati Narsingha nand Saraswati का विवादों से गहरा नाता रहा है। कहते हैं वो जब भी बोलते हैं जुबान से जहर ही उगलते हैं। फिर वो इस्लाम धर्म हो। या फिर सीएम योगी आदित्यनाथ। कुछ ऐसा ही यति नरसिंहानंद सरस्वती ने दशहरे से ठीक पहले किया। जब एक बयान में उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान दे दिया। जिसके बाद तो मानो यूपी से लेकर हैदराबाद तक जहां हड़कंप मच गया। हजारों मुसलमान उनके खिलाफ सड़कों पर उतरने लगे तो वहीं ताबड़तोड़ मुकदमे दर्ज होने लगे। इसी बीच सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने पहली बार इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है।
इस्लाम धर्म के खिलाफ जहर उगलना यति नरसिंहानंद सरस्वती के लिए कोई नई बात नहीं है। इस्लाम के खिलाफ वो जब भी जुबान खोलते हैं। उनके बोल पर विवाद होता रहा है। कुछ ऐसा ही उन्होंने एक बार फिर किया। जिसकी वजह से हजारों मुसलमान सड़कों पर उतरने लगे हैं। तो वहीं खुद हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने तो उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवा दिया है। और योगी सरकार से यति नरसिंहानंद सरस्वती की गिरफ्तारी की मांग की है।
एक तरफ जहां ओवैसी ने डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की तो वहीं यूपी में जगह जगह उनके खिलाफ मुसलमान सड़कों पर उतरने लगे हैं। लगातार बढ़ते विरोध प्रदर्शन के बीच सीएम योगी ने 7 अक्टूबर को अफसरों के साथ बैठक की।और एक बयान में कहा कि।"किसी भी जाति, मत, सम्प्रदाय या मजहब से जुड़े हुए ईष्ट देवी-देवता, महापुरुषों अथवा साधु-संतों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य, लेकिन विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं होगी, सभी मत, मजहब, सम्प्रदाय के लोगों को एक-दूसरे का सम्मान करना होगा, महापुरुषों के प्रति प्रत्येक नागरिक के मन में कृतज्ञता का भाव होना चाहिए, लेकिन इसके लिए बाध्य नहीं किया सकता, जबरन किसी पर थोपा नहीं जा सकता, कोई भी व्यक्ति अगर आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कठोरता पूर्व सजा दिलवाई जाएगी"
सीएम योगी का ये बयान बता रहा है कि किसी भी साधु संत महात्मा या फिर किसी भी धर्म मजहब के महापुरुषों का सम्मान करना ही होगा। कोई भी व्यक्ति अगर आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा तो उसे कानून का पाठ पढ़ाया जाएगा। योगी के इसी तख्त तेवर का परिणाम है कि एक तरफ जहां पुलिस ने सड़क पर अराजकता करने वाले मुसलमानों को भी तगड़ा सबक सिखा रही है। तो वहीं खबर ये भी है कि यति नरसिंहानंद सरस्वती को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है। यति नरसिंहानंद सरस्वती फाउंडेशन की महासचिव उदिता त्यागी ने खुद ये दावा किया है कि उन्हें 29 सितंबर को गाजियाबाद के हिंदी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है और उनके ठिकाने का पता नहीं है। हालांकि गाजियाबाद पुलिस इस मामले में फिलहाल चुप्पी साधे हुए है।
योगी से भिड़ चुके हैं यतिनरसिंहानंद
पैगंबर के खिलाफ विवादित बयान देने वाले डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती इससे पहले साल 2023 में सीएम योगी के खिलाफ विवादित बयान दे चुके हैं। जब हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी उर्फ पिंकी तोमर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके विरोध में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने सीधे योगी को चैलेंज देते हुए कहा था कि।"योगी जी आपकी पुलिस ने मेरी बहुत बेइज्जती की है, अगर दम है तो अलीगढ़ में बुलडोजर चलवा कर दिखाओ, मेरे साथ जो करना है कर लो, मारना है तो मार लो लेकिन पुलिस ने जो आज मेरी बेइज्जती की है, उसे मैं जिंदगी भर भूल नहीं पाऊंगा मेरे ऊपर नकली धाराएं लग सकती हैं, जेल में डाला जा सकता हूं, डाल दो, मैं भी परशुराम का बेटा हूं, इसे भूलूंगा नहीं, मेरी ये गलती है कि मैं अपने बच्चों के लिए लड़ रहा हूं और तुम राजा बनकर बैठ गये हो, हमारे खून पसीने और हमारे बच्चों की मेहनत पर, लगा दो जितने मुकदमे लगाने है, मुझे या तो जेल में डाल दो या फिर मार दो, ये नकली बुलडोजर की असलियत जल्दी ही पूरी दुनिया देखेगी "
भड़काऊ बयानों की वजह से चर्चाओं में रहने वाले यति नरसिंहानंद सरस्वती की इस बार पैगंबर विवाद को लेकर मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। जिसके खिलाफ खुद सीएम योगी ने बयान दे दिया है कि किसी भी धर्म या मजहब के महापुरुषों का सम्मान करना होगा। कोई अगर आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा तो उसे पुलिस तगड़ा सबक सिखाएगी। तो वहीं विरोध के नाम पर अराजकता फैलाने वाले मुसलमानों को भी तगड़ी चेतावनी देते हुए सीएम योगी ने साफ कह दिया है कि विरोध के नाम पर अराजकता स्वीकार नहीं होगी। अगर किसी ने दुस्साहस किया तो कीमत चुकानी पड़ेगी। कानून के विरुद्ध कार्य करने वालों के साथ सख्ती से निपटें।