यूपी में कम सीट मिलने से सपा से कांग्रेस हुई नाराज़, उपचुनाव लड़ने से पार्टी कर सकती इनकार !
उत्तर प्रदेश में गठबंधन के तहत लड़ने वाली समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे की गुत्थी भी फिलहाल उलझी हुई दिखाई दे रही है। खबर है कि उपचुनाव में 9 में से 2 सीटों का समाजवादी पार्टी की तरफ से कांग्रेस को दिया जाने वाले ऑफर से कांग्रेस पार्टी नाराज है।
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के एलान के बाद राज्य का सियासी पारा आसमान छू रहा है। एक तरफ जहां सत्ताधारी बीजेपी चुनावी तैयारी में जुटी हुई है, वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में गठबंधन के तहत लड़ने वाली समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे की गुत्थी भी फिलहाल उलझी हुई दिखाई दे रही है। खबर है कि उपचुनाव में 9 में से 2 सीटों का समाजवादी पार्टी की तरफ से कांग्रेस को दिया जाने वाले ऑफर से कांग्रेस पार्टी नाराज है। कांग्रेस की ओर से समाजवादी पार्टी पर ज्यादा सीट दिए जाने का दबाव बनाया जा रहा है तो वहीं चर्चा इस बात की भी चल रही है कि उपचुनाव से कांग्रेस पूरी तरीके से किनारा कर सकती है। फिलहाल कांग्रेस नेताओं ने इस पूरे मसले पर चुप्पी साथ रखी है। क्योंकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पहले ही इस बात को साफ कर दिया था कि सीट बंटवारे को लेकर जो कुछ भी तय हो रहा है वह राष्ट्रीय नेतृत्व तय कर रहा है। हम लोग का काम यूपी में पार्टी संगठन को मजबूत करना है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के नौ विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में विपक्षी गठबंधन यानी सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। इस चुनाव में सपा अधिक सीट पर इसलिए दवा कर रही है क्योंकि बीते लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। यही वजह है कि उपचुनाव में भी सपा कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर माहौल थोड़ा गर्म दिखाई दे रहा है क्योंकि सपा की तरफ से कांग्रेस को दो सीट दी जाने की बात सामने आ रही है। वहीं कांग्रेस की बात करें तो पार्टी दो से ज्यादा सीटों के लिए अड़ी हुई है। यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के बाद भी इंडिया गठबंधन के तहत आने वाले इन दो प्रमुख दलों के बीच सीट बंटवारा नहीं हो पाया जबकि नामांकन की अंतिम तारीख 25 अक्टूबर भी अब नजदीक आ चुकी है। कांग्रेस में चुनाव लड़ने के लिए टिकट के दावेदारों की बेचैनी भी बढ़ती जा रही है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस को गाजियाबाद के अलावा अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट मिलने वाली है। क्योंकि सपा ने अभी इन दोनों विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। इसके अलावा सपा ने कुंदरकी सीट पर भी अपना प्रत्याशी नहीं उठा रहा है। वही पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस इन दो विधानसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ना चाहती है क्योंकि कांग्रेस अपनी दावेदारी को यहां मजबूत नहीं मान रही है। खबर यहां तक है कि उपचुनाव में कांग्रेस समाजवादी पार्टी को अपना पूर्ण समर्थन दे सकती है। खैर अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उपचुनाव में दोनों दलों के बीच फैंसी गठबंधन की पेंच किस तरीके से सुलझती है। वहीं कुछ राजनीतिक जानकारों का यह भी मानना है कि यूपी में कांग्रेस सपा को इस वजह से भी समर्थन दे रही है क्योंकि महाराष्ट्र में सपा ने 12 सीटों पर अपने दावेदारी की है जिससे कांग्रेस बेचैन है और महाराष्ट्र को सेटल करने के लिए यूपी में कांग्रेस अपना समर्थन समाजवादी पार्टी को दे रही है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए बीते मंगलवार को चुनाव आयोग की तरफ से मतदान की तारीख का ऐलान किया गया था। जिसके मुताबिक इन सभी 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होंगे जबकि वोटो की गिनती 23 नवंबर को होगी। तब यह स्थिति साफ होगी कि सत्ताधारी बीजेपी लोकसभा चुनाव के दरमियान अपने खराब प्रदर्शन को सुधार पाती है या फिर विपक्षी गठबंधन इस चुनाव में सत्ताधारी भाजपा पर भारी पड़ेगा।