हिंदुओं के ख़िलाफ़ साज़िश ! कमर तोड़ेंगे मोदी-योगी ?
लगता है बॉलीवुडियाओें ने क़सम खा ली है कि हम सुधरने वाले नहीं हैं, भाई हैलो..किस मुग़ालते में हो कि ऑडियंस तुम्हारी फ़िल्मों को देखने आएगी ? यक़ीं मानों वो भी कसम खाकर बैठे हैं कि पिक्चर पिटवा देंगे और ये मत समझना कि सस्ती लोकप्रियता लेकर फ़िल्म चलवा लोगे जैसे अब तक होता आया है। शेर आया शेर आया वाली कहावत सुनी है ना ? बार बार ये प्रपंच नहीं चलेगा। वैसे 2020 में सुशांत अपने साथ तुम सब का लकी चार्म लेकर जा चुके हैं। देख रहे हो ना कैसा दौर आ गया है तुम लोगों का तभी तो हीरोइन को शो पीस दिखाकर, स्टारकिड को मेन फ़्रेम में लेकर बड़े से बजट की फ़िल्म बनाने के बजाए अब फाइनली तुम लोग कंटेंट पर ध्यान देने लगे हो लेकिन कंटेंट वंटेट की भी वाट लग जाएगी अगर हिंदू धर्म को टार्गेट करोगे तो।
वो दौर अब चला गया जब हिंदू देवी देवताओं का मज़ाक़ बनाकर तुम लोग करोड़ों कमा लिया करते थे। अब हिंदू बहुत सक्रिय हैं तभी तो कंधार हाईजैक जैसी फ़िल्म तो बॉलीवुड ले आया। सच बताऊं तो ट्रेलर भी बड़ा धाकड़ बना डाला लेकिन फ़िल्म में आतंकवादियों के नाम भोला और शंकर दिखाकर फिर अपना असली चेहरा दिखा दिया…मैं बार बार समझा रही हूं ये सब बहुत भारी पड़ने वाला है। अगर true Incident पर कोई फिल्म बना रहे हो तो उसमें ये हिंदू मुस्लिम वाला एंगल क्यों ? वो भी तब पूरी दुनिया जानती है कि कांधार हाईजैकर्स मुसलमान थे। आपकी हिम्मत कैसे हो गई कि सारी बात सच दिखाने का दावा करते हुए आप एक फिल्म बनाओगे और उसमें आंतकवादियों के नाम भोला और शंकर लिख दोगे।
12-13 दिन पहले एक ट्रेलर आया है। वेबसीरीज का नाम है IC 814 : The Kandhar Hijack। ट्रेलर देखकर तो लगा कि वाकई अनुभव सिन्हा ने कमाल कर दिया लेकिन फिल्म में आतंकवादियों के नाम भोला और शंकर क्यों दिखा दिये भाई ? हाइजैक करने वालो में तो इब्राहिम अख्तर, शाहिद अख्तर, सन्नी अहमद, जहूर मिस्त्री और शाकिर थे। ये भोला और शंकर कहां से आ गये ? जाहिर है कि आप फिर हिंदू विरोधी कंटेट बना रहे हो ? फिर कर दिया ना बदनाम होने वाला काम ? मुल्क, थप्पड़, आर्टिकल 17 और भीड़ जैसी फिल्म बनाने वाले अनुभव सिन्हा आपसे तो कम से कम ये उम्मीद नहीं थी। या शायद मुझे नहीं थी बाकि ऑडियंस ने तो पूरे बॉलीवुड से ऐसी उम्मीद पाल ही रखी है और आप लोग उम्मीदों पर खरा उतर रहे हों।
वैसे जिन लोगों को कांधार हाईजैक के बारे में नहीं पता वो ये जान लीजिए कि 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू से उड़ान भरने के 40 मिनट बाद पांच आंतकवादियों ने हाईजैक कर लिया था। काठमांडू से दिल्ली आ रहे इस विमान में 176 यात्री सवार थे। इन यात्रियों की जान के बदले आतंकियों ने 36 आतंकियों की रिहाई की मांग की थी, जिनमें मसूद अज़हर भी था, कौन मसूद अज़हर वही जिसने बाद में जैश ए मोहम्मद आतंकी संगठन बनाया। यही संगठन 2019 में पुलवामा हमले में शामिल था। अब बताइये ऐसे मुद्दे पर जब फ़िल्म बन रही है तो आप आंतकियों के नाम छुपाकर उन्हें भोला और शंकर कर दोगे, आपको शर्म नहीं आती ?