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त्योहारों से पहले दिल्ली में 9,000 करोड़ की कोकीन सप्लाई की साजिश, कौन फैला रहा है नशे का कारोबार?

दिल्ली में हाल ही में 9,000 करोड़ रुपये की कोकीन की दो बड़ी खेपें पकड़ी गईं, जो देश की सबसे बड़ी बरामदगी मानी जा रही हैं। पहली खेप 6,500 करोड़ रुपये की महिपालपुर से और दूसरी 2,400 करोड़ रुपये की पश्चिमी दिल्ली के गोदाम से बरामद हुई।
त्योहारों से पहले दिल्ली में 9,000 करोड़ की कोकीन सप्लाई की साजिश, कौन फैला रहा है नशे का कारोबार?

दिल्ली में हाल ही में हुए ड्रग्स बरामदगी ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। सिर्फ 10 दिनों में करीब 9,000 करोड़ रुपये की कोकीन पकड़ी गई है, जो कोलंबिया से चेन्नई के रास्ते दिल्ली लाई गई थी। जिसके बाद अब एक बार फिर से दिल्ली पुलिस के हाथ एक बार बड़ी कामयाबी लगी है, दरअसल दिल्ली के पश्चिमी इलाके में एक गोदाम में नमकीन के पैकेटों में दिल्ली पुलिस ने  200 किलो कोकीन बरामद की है। जिसकी कीमत करीब 2,400 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह कोकीन नमकीन के पैकेटों में छिपाई गई थी। वैसे आपको बता दें कि इस खेप का हैंडलर भी ब्रिटिश नागरिक था, जो फिलहाल फरार है।

दिल्ली में कौन फैला रहा है नशे का कारोबार?

इस मामले का खुलासा अगस्त में केंद्रीय खुफिया एजेंसी की गुप्त सूचना के बाद हुआ। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 1 अक्टूबर को दक्षिण दिल्ली के महिपालपुर में एक गोदाम पर छापा मारा, जहाँ से 6,500 करोड़ रुपये की कोकीन मिली। यह खेप एक पुराने मालवाहक जहाज के जरिए चेन्नई से हापुड़, और फिर दिल्ली लाई गई थी। इसके कुछ दिनों बाद अब, पश्चिमी दिल्ली के एक अन्य गोदाम से 2,400 करोड़ रुपये की कोकीन पकड़ी गई, जो नमकीन के पैकटों में छिपाई गई थी।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इस पूरे रैकेट का सरगना दुबई में बैठा वीरेंद्र बसोइया उर्फ वीरू है। उसने कोलंबिया से कोकीन की तस्करी के लिए भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिकों को हैंडलर के रूप में इस्तेमाल किया। पहले मामले में जस्सी नाम के एक ब्रिटिश नागरिक की संलिप्तता पाई गई, जबकि दूसरे मामले में सविंदर सिंह नाम का एक और ब्रिटिश नागरिक फरार बताया जा रहा है। पुलिस ने इस रैकेट में कुल चार गिरफ्तारियाँ की हैं, जिनमें तुषार गोयल, हिमांशु, और औरंगजेब प्रमुख हैं। ये तीनों महिपालपुर से कोकीन की सप्लाई करने की कोशिश कर रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें धर दबोचा था।

बताया जा रहा है कि फेस्टिवल और पार्टी सीजन के दौरान दिल्ली, मुंबई, और गोवा में होने वाले म्यूजिक फेस्टिवल्स और बड़े इवेंट्स में कोकीन की भारी सप्लाई करना ही इस ड्रग रैकेट का असली उद्देश्य था।ऐसे में मनोरंजन जगत की कुछ बड़ी हस्तियों के भी इस रैकेट से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस फिलहाल फरार ब्रिटिश नागरिकों की तलाश में जुटी है।

स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि दुबई में बैठे वीरू ने इस तस्करी को अंजाम देने के लिए दोनों ब्रिटिश नागरिकों को दिल्ली भेजा। वीरू और उसके विदेशी साथियों ने दक्षिण अमेरिका से चेन्नई तक ड्रग की खेप पहुंचाई और फिर हापुड़ होते हुए दिल्ली भेजी। इस मामले की जाँच में सामने आया कि वीरू और तुषार गोयल की मुलाकात 2011 में तिहाड़ जेल में हुई थी, जहाँ से इस तस्करी की योजना बनाई गई।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 9,000 करोड़ रुपये की कोकीन बरामद कर ली है, जो देश में कोकीन की सबसे बड़ी जब्ती मानी जा रही है। इससे पहले इतनी बड़ी मात्रा में कोकीन की बरामदगी भारत में नहीं हुई थी। इस पूरे मामले ने ना सिर्फ पुलिस और जांच एजेंसियों को चौंका दिया है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी की बढ़ती समस्या को भी उजागर करता है। जहाँ एक ओर पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए हैं, वहीं दूसरी ओर मामले की जाँच अभी भी जारी है और इससे जुड़े कई बड़े नामों के सामने आने की संभावना है।

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