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वक्फ अधिनियम को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में गरमाई बहस, कार्यवाही रुकी

जम्मू और कश्मीर विधानसभा में वक्फ अधिनियम को लेकर भारी हंगामा हुआ, जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। यह घटना राज्य की राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर चर्चा का विषय बनी हुई है।
वक्फ अधिनियम को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में गरमाई बहस, कार्यवाही रुकी
Photo by:  Google

Jammu and Kashmir Assembly: हाल ही में जम्मू और कश्मीर विधानसभा में वक्फ अधिनियम को लेकर भारी हंगामा हुआ, जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। यह घटना राज्य की राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर चर्चा का विषय बनी हुई है। वक्फ अधिनियम का मसला जम्मू और कश्मीर में धार्मिक संस्थाओं और उनके प्रबंधन से जुड़ा हुआ है, और इस मुद्दे पर विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।

एनसी विधायक सलमान सागर और सज्जाद गनी लोन के बीच मौखिक झड़प हुई

 जम्मू-कश्मीर विधानसभा में मंगलवार को वक्फ अधिनियम के मुद्दे पर सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और विपक्षी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) तथा पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक और हंगामे के कारण स्पीकर अब्दुल रहीम राथर को सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पीडीपी विधायक वहीद पारा और पीसी विधायक सज्जाद गनी लोन अपनी सीटों से खड़े हो गए और वक्फ संशोधन अधिनियम पर चर्चा की मांग करने लगे। इस दौरान एनसी विधायक सलमान सागर और सज्जाद गनी लोन के बीच मौखिक झड़प हुई। दोनों ने एक-दूसरे पर 'भाजपा के हाथों में खेलने' का आरोप लगाया।

स्पीकर ने बार-बार हंगामा कर रहे विधायकों से अपनी सीटों पर लौटने की अपील की

स्पीकर ने बार-बार हंगामा कर रहे विधायकों से अपनी सीटों पर लौटने की अपील की, लेकिन स्थिति नियंत्रण में नहीं आई। अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) के विधायक खुर्शीद अहमद भी एनसी विधायकों के साथ सज्जाद लोन और वहीद पारा के साथ बहस में शामिल हो गए। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी और वक्फ संशोधन अधिनियम पर चर्चा की अनुमति देने से इनकार कर दिया तथा कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए इस पर सदन में बहस नहीं की जा सकती। विधानसभा के बाहर वहीद पारा ने संवाददाताओं से कहा कि देश के एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर उमर अब्दुल्ला को वक्फ संशोधन अधिनियम पर चर्चा कराने के लिए सदन में उपस्थित रहना चाहिए था। पारा ने कहा, "मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के साथ ट्यूलिप गार्डन में टहलने का विकल्प चुना। जिन्होंने लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया था।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा का 40 दिवसीय बजट सत्र 11 अप्रैल को समाप्त होगा

" इससे पहले, एनसी प्रवक्ता और विधायक तनवीर सादिक ने वहीद पारा पर 'भाजपा का खेल' खेलने का आरोप लगाया था। तनवीर सादिक ने कहा, ‘‘वह उनकी गोद में बैठे हैं।’’ सज्जाद लोन ने कहा, "अगर एनसी को लगता है कि स्पीकर वास्तविक मुद्दे पर अविश्वास प्रस्ताव की अनुमति नहीं दे रहे हैं तो उन्हें उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहिए, अन्यथा यह एक ड्रामा लगेगा।" जम्मू-कश्मीर विधानसभा का 40 दिवसीय बजट सत्र 11 अप्रैल को समाप्त होगा। 

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