Delhi Pollution: दिवाली के बाद दिल्ली में छाए धुएं के बादल, आतिशबाज़ी ने बढ़ा दी सांसो की मुश्किलें, AQI खतरें के पार
Delhi Pollution: दीपावली में जलाए गए पटाखों की वजह से दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर और बिगड़कर 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गया। दीपावली के एक दिन बाद शुक्रवार को पूरे एनसीआर में जहरीला धुआं छाया हुआ है केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राजधानी दिल्ली में सुबह साढ़े सात बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 361 रहा। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से .....
दिवाली के बाद जहरीली हवा का साया
पूरी दिल्ली और एनसीआर के लगभग सभी क्षेत्रों में एक्यूआई का स्तर 300 से 400 के बीच रहा। सीपीसीबी के अनुसार, शुक्रवार सुबह दिल्ली के अलीपुर में एक्यूआई 353, आनंद विहार में 395, अशोक विहार में 387, बवाना में 392, बुराड़ी क्रॉसिंग में 395, चांदनी चौक में 395, मथुरा रोड में 371, डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज में 372, आईजीआई एयरपोर्ट में 375, आईटीओ में 334, जहांगीरपुरी में 390, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 343, लोधी रोड में 314, मुंडका में 374, नजफगढ़ में 329, नेहरू नगर में 385, नॉर्थ कैंपस में 390, द्वारका में 352, ओखला फेज 2 में 369, पंजाबी बाग में 392, शादीपुर में 388, सोनिया विहार में 395, श्री अरबिंदो मार्ग में 314 और वजीरपुर में 389 रहा।
पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद लोगों ने खूब की आतिशबाज़ी
ज्ञात हो कि पिछले कुछ दिनों में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता चिंता का विषय बनी हुई है। इसके बाद दीपावली के एक दिन बाद इसका ‘बहुत खराब’ श्रेणी पहुंचना चिंता को और बढ़ाता है। दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद लोगों ने खूब पटाखे चलाए इससे हवा की स्थिति और खराब हो गई। दीपावली के अवसर पर रात में एनसीआर के कई और शहरों में भी वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। फरीदाबाद में एक्यूआई 244, गुरुग्राम में यह 348, गाजियाबाद में 381, ग्रेटर नोएडा में 370, और नोएडा में 295 था।
1 जनवरी 2025 तक पटाखों पर लगा था प्रतिबंध
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को 'मध्यम', 201 से 300 के बीच को 'खराब', 301 से 400 के बीच को 'बहुत खराब' तथा 401 से 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है। दिल्ली में वायु प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 14 अक्टूबर को पूरे शहर में पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर 1 जनवरी 2025 तक प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार ने इससे निपटने के लिए 377 टीमें भी तैनात की, फिर भी लोगों ने पटाखे फोड़े।