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साधु-संतों के खिलाफ बयान देने वाले सपा सांसद Afzal Ansari को Dhirendra Shastri ने दिया करारा जवाब | Bageshwar Dham

Bageshwar Dham सरकार Dhirendra Shastri ने पहले हवस के पुजारी पर सनातनी विरोधियों को दिया जवाब अब अफजाल अंसारी को भी नहीं बख्शा, सुनिये क्या कहा ?
साधु-संतों के खिलाफ बयान देने वाले सपा सांसद Afzal Ansari को Dhirendra Shastri ने दिया करारा जवाब | Bageshwar Dham
बॉलीवुड के लिए सनातन धर्म का अपमान करना कोई नई बात नहीं है। कभी आमिर खान की फिल्म पीके में भगवान का मजाक उड़ाया जाता है। तो कभी मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखा दिया जाता है। कभी ब्रह्मास्त्र फिल्म में रणबीर कपूर जूते पहन कर मंदिर की घंटियां बजाते नजर आते हैं।तो कभी फिल्म अतरंगी रे में सारा अली खान डायलॉग मारती हैं हनुमान जी का प्रसाद समझे हैं, जो कोई भी हाथ फैलाएगा और हम मिल जाएंगे?। ऐसा नहीं है कि ये अब होने लगा है।इससे पहले भी होता रहा है।फर्क बस इतना है कि सनातन धर्म के अपमान पर अब हिंदू भी चुप नहीं बैठता। Dhirendra Shastri जैसे सनातनी डंके की चोट पर आवाज उठाते हैं और पूछते हैं कि हवस का पुजारी हो सकता है तो हवस का मौलवी क्यों नहीं।


बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दरअसल कुछ ही दिनों पहले बिहार के गया जी गये थे। जहां उन्होंने अपने दो सौ अनुयायियों का पिंडदान कराया था।  श्राद्ध कार्य के बाद एक कथा के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा।"मुसलमान अपने मौलवियों का अपमानित नहीं करते लेकिन हिंदू ऐसा करते हैं, मुसलमान कभी अपने मौलवियों की बेइज्जती नहीं करते लेकिन हमलोग करते हैं, लोगों के दिमाग में गलत बातें भरी जा रही हैं, जिसकी वजह से आज लोग श्राद्ध जैसे कर्मकांड को भी मजाक समझते हैं, हम लोग के दिमाग में बहुत ही प्रायोजित तरीके से ब्रेन को वॉश करने के लिए शब्दों को पहुंचाया जा रहा है और भरा जा रहा है, इसलिए आज लोग श्राद्ध को भी मजाक समझते हैं"

श्राद्ध का मजाक उड़ाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने के साथ ही धीरेंद्र शास्त्री ने हवस का पुजारी जैसे शब्दों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि।"मैं किसी के विरोध में नहीं हूं लेकिन हवस का पुजारी सुना है तो हवस का मौलवी क्यों नहीं हो सकता ? क्या कभी किसी मुल्ला को अपने धर्म का मजाक उड़ाते हुए देखा है ? "
बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान का जब विरोध शुरु होने लगा तो। उन्होंने माफिया मुख्तार अंसारी के भाई और सपाई सांसद अफजाल अंसारी के बयान की याद दिला दी। कैसे उन्होंने साधु संतों का अपमान करते हुए यहां तक कह दिया था कि। कुम्भ में गांजा की एक मालगाड़ी भी अगर चली जाएगी तो वो भी वहां खत्म हो जाएगी, बहुत सारे साधू, संत, महात्मा समाज के लोग गांजा को बड़े शौक से पीते हैं।

अब अफजाल अंसारी को कौन बताए कि जिस तरह से सभी मुसलमान आतंकवादी नहीं होता। उसी तरह से सभी साधु संत महात्मा गांजा नहीं फूंकते हैं। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने विवादित बयान दिया कि कुंभ मेले में एक मालगाड़ी गांजा खप जाएगा। और योगी पर इशारों ही इशारों में तंज मारने की कोशिश की। क्योंकि सीएम योगी भी एक महंत हैं। यानि गांजा वाले बयान के जरिये अफजाल अंसारी ने योगी समेत तमाम साधु संतों का अपमान करने की कोशिश की। जिस पर धीरेंद्र शास्त्री ने भी अफजाल अंसारी को मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा कि।" ऐसे तो अंसारी आतंकवादी होते हैं। लेकिन सब नहीं होते हैं "

एक हिंदू होते हुए भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सांसद अफजाल अंसारी के बयान का विरोध ना किया हो। लेकिन बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री ने जरूर उन्हें उन्हीं की भाषा में समझा दिया। कि जिस तरह से सभी अंसारी आतंकवादी नहीं होते उसी तरह से सभी साधु संत गांजा फूंकने वाले नहीं होते हैं। तो वहीं साधु संतों के खिलाफ विवादित बयान देने वाले सपा सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवा दिया गया है। बहरहाल जिस तरह से कोई भी नेता सनातन धर्म के खिलाफ बयान देता है। फिल्मों में भी सनातन धर्म का अपमान किया जाता है। इसके लिए आप किसे जिम्मेदार मानते हैं।
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