Advertisement

''भले ही में हारा हूं, लेकिन हारने का मुझे दुख नहीं है'' , उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर लगा पोस्टर

Uddhav Thackeray: इस पोस्टर ने प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है।महायुति में सीएम के चेहरे को लेकर उत्सुकता का माहौल है। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अन्य सहयोगी दलों की तुलना में सर्वाधिक सीटों पर जीत दर्ज की है।
''भले ही में हारा हूं, लेकिन हारने का मुझे दुख नहीं है'' , उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर लगा पोस्टर
Photo by:  Google

Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी को मिली पराजय के बाद शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर पोस्टर लगे हैं। इस पोस्टर ने प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है।महायुति में सीएम के चेहरे को लेकर उत्सुकता का माहौल है। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अन्य सहयोगी दलों की तुलना में सर्वाधिक सीटों पर जीत दर्ज की है।आइये जानते है इस खबर को विस्तार से ....

पोस्टर ने प्रदेश में तेजी से कर दी है राजनीतिक में हलचल 

इस पोस्टर में लिखा है, "लड़ते लड़ते भले ही में हारा हूं, लेकिन हारने का मुझे दुख नहीं है... ये लड़ाई मेरे महाराष्ट्र के लिए है,लड़ाई का कोई अंत नहीं....महाराष्ट्र धर्म की रक्षा के लिए मैं फिर उठूंगा और फिर लडूंगा!!.....जय महाराष्ट्र।" मातोश्री के बाहर लगा यह पोस्टर अभी खासा चर्चा में है। विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी को मिली हार के बाद चिंतन-मंथन का सिलसिला शुरू हो चुका है। यह इसी हार का नतीजा है कि महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे को पार्टी के ताजा चुनावी प्रदर्शन से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने शानदार सफलता हासिल की है। महायुति गठबंधन ने प्रदेश की 280 सीटों में से 230 सीटों पर जीत दर्ज की है।

महाविकास अघाड़ी ने 40 सीटों पर जीत हासिल की है

वहीं, महाविकास अघाड़ी ने 40 सीटों पर जीत हासिल की है। चुनाव प्रचार में महाविकास अघाड़ी ने दावा किया था कि वो इस बार प्रदेश में शानदार जीत हासिल करने जा रहे हैं। लेकिन चुनावी नतीजे सामने आने के बाद चिंतन-मंथन का सिलसिला शुरू हो चुका है। वहीं, महायुति में सीएम के चेहरे को लेकर उत्सुकता का माहौल है। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अन्य सहयोगी दलों की तुलना में सर्वाधिक सीटों पर जीत दर्ज की है। जिसे देखते हुए भाजपा के नेता लगातार यह दावा कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री का पद इस बार देवेंद्र फडणवीस को मिलना चाहिए। जबकि शिवसेना गुट के नेता लगातार सीएम पद की कमान एकनाथ शिंदे को दिए जाने की पैरोकारी कर रहे हैं। 

Advertisement
Advertisement