Puja Khedkar के फर्जीवाड़े की एक-एक कहानी, UPSC ने काला चिट्ठा खोल दिया
Puja Khedkar के फर्जीवाड़े की एक-एक कहानी, UPSC ने काला चिट्ठा खोल दिया
Puja Khedkar: Puja Khedkar, कहने को तो यूपीएससी परीक्षा पास करके आईएएस बनी थीं। लेकिन हकीकत ये है कि पूजा खेडकर ने जालसाजी में पीएचडी से भी बड़ी डिग्री ले रखी है। आप अब तक कितने तरह के घपले के बारे में जानते हैं ? एक-दो-तीन- पांच-दस-बीस। पूजा खेडकर इससे भी ज्यादा घपले करके बैठी हुई है। वो तो जांच की आंच तेज हो रही है तो पता चल रहा है कि पूजा खेडकर ने तो पूरे सिस्टम को ही ठेंगा दिखा दिया था। उसे ना तो किसी कानून से कोई फर्क पड़ रहा था। ना ही किसी नियम से। और यूपीएससी को तो समझिए वो अपने चाचा का प्राइवेट संस्था ही समझ बैठी थी।
सबसे पहले कहानी शुरू हुई नई नवेली आईएएस पूजा खेडकर के व्यवहार को लेकर। बात चली तो चलती ही रही और फिर पता चला कि इस कहानी में जालसाजी के किस्से तो हर पन्ने पर लिखे हुए हैं। जिसे एक बार में जान पाना भी संभव नहीं है। जांच आगे बढ़ी तो अब जो जो बातें सामने आई है। उसे सुनकर आप भी सोचेंगे कि ऐसा भी होता है क्या। तो सुनिए ये कोई फिल्मी कहानी नहीं है। ना ही मनगढंत। ये सच्ची कहानी है, जिसके केंद्र में खुद पूजा खेडकर है।
पूजा खेडकर को लेकर जो सबसे नया खुलासा हुआ है, वो चौंका देने वाले हैं। इसे एक-एक करके जानिए कि आखिर पूजा खेडकर ने क्या-क्या किया था ?
पूजा खेडकर पर अब तक के बड़े खुलासे।
पूजा खेडकर अब तक कई घपले कर चुकी है।
पूजा अपने अटेंप्ट से ज्यादा बार परीक्षा दे चुकी है ।
अपनी पहचान बदलकर पूजा UPSC परीक्षा दे रही थी।
अभी दिल थामकर बैठिए। पूजा खेडकर के कई कारनामे एक-एक करके आपके सामने आने वाले हैं। UPSC की जांच रिपोर्ट में पता चला है कि पूजा खेडकर ने तो बार-बार परीक्षा देने के लिए अपना नाम तक बदल लिया था। अपने नाम के साथ ही पूजा ने और भी कई हैरान करने वाले फैसले लिए थे।
पूजा खेडकर पर अब तक के बड़े खुलासे।
पूजा ने अपने मां का नाम भी बदल दिया था ।
अपने पिता का नाम भी पूजा ने बदल दिया था ।
अपनी ही गलत तस्वीर का भी इस्तेमाल किया था ।
पूजा के खिलाफ फर्जी सिग्नेचर का भी आरोप है ।
पूजा खेडकर ने अपना मेल,मोबाइल भी गलत बताया ।
मतलब यूपीएससी के लिए पूजा खेडकर ने सारे नियम-कानून को एक तरफ रखकर खुद से ही फैसले ले रही थी। और किसी भी तरह से इस परीक्षा में पास होकर आईएएस बनना चाह रही थी।
इससे पहले ही ये बात सामने आ चुकी है कि पूजा खेडकर ने फर्जी मेडिकल और OBC सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया था। साथ ही अपनी उम्र को लेकर भी गजब की हेराफेरी की थी। उम्र की हेराफेरी ऐसी थी कि जिसे पकड़ने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
खबर है कि पूजा खेडकर ने साल 2020 में कॉमन एडमिशन टेस्ट के एग्जाम में जो डेट ऑफ बर्थ लिखी। वह 2023 के यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के आवेदन फॉर्म में लिखी गई उम्र से अलग थी। दोनों ही परीक्षा तीन साल के अंतराल में हुई लेकिन आवेदन में उम्दोर का अंतर सिर्फ एक साल का था।
पूजा खेडकर पर अब तक के बड़े खुलासे।
साल 2020: पूजा ने नाम लिखा- खेडकर पूजा दिलीप राव।
साल 2023: पूजा ने नाम लिखा- पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर।
अब जब आरोप बड़े हैं तो कार्रवाई भी बड़ी ही होगी। यूपीएससी ने पूजा के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर लिया है। सिविल सेवा परीक्षा-2022 की उम्मीदवारी खत्म करने और भविष्य की परीक्षाओं में नहीं बैठने देने के लिए नोटिस भी जारी कर दिया है। कुल मिलाकर ये बात सबके सामने है कि पूजा खेडकर ने खुद का सलेक्शन फर्जी तरीके से कराया था। और हर कदन पर सिस्टम और यूपीएससी को धोखा दिया है।
यूपीएससी इस मामले में बिल्कुल भी किसी को बख्शने के मूड में नहीं है। क्योंकि सवाल सिर्फ एक उम्मीदवार का नहीं है। ये सवाल है यूपीएससी की विश्वसनियता को लेकर। तो ये तय है कि पूजा खेडकर के खिलाफ अब जल्द ही बड़ा एक्शन लिया जाएगा।