चुनावी नतीजों से पहले फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान, बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए कुछ भी करेंगे !
फारूक अब्दुल्ला ने साफ कर दिया है कि जम्मू कश्मीर की सत्ता से भारतीय जनता पार्टी को बाहर रखने के लिए उनकी पार्टी महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी के साथ नतीजे आने के बाद गठबंधन करने को तैयार है।
जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार को सामने आने वाले हैं। ऐसे में राज्य में कौन सत्ता की कुर्सी पर काबिल होगा इसको लेकर चर्चा जोड़ों पर है। नेशनल कांफ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनावी रण में उतरे थे। अब फारूक अब्दुल्ला ने साफ कर दिया है कि जम्मू कश्मीर की सत्ता से भारतीय जनता पार्टी को बाहर रखने के लिए उनकी पार्टी महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी के साथ नतीजे आने के बाद गठबंधन करने को तैयार है।
दरअसल, सोमवार को जब पत्रकारों ने फारूक अब्दुल्ला से यह पूछा कि अगर सरकार बनाने में गठजोड़ करना पड़ा तो क्या वह पीडीपी के साथ गठबंधन करेंगे। तब अब्दुल्ला ने साफ तौर पर जवाब दिया कि क्यों नहीं? इससे क्या फर्क पड़ता है। उन्होंने कहा कि वे सभी एक ही चीज के लिए काम करते हैं भले ही चुनावी रण में एक दूसरे के प्रतिद्वंदी हो लेकिन इससे उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। फारूक अब्दुल्ला ने यह भी दावा किया कि नतीजे आने के बाद अगर नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी के साथ गठबंधन करेगी तो कांग्रेस को भी इससे कोई आपत्ति नहीं होगी।
कौन बनेगा राज्य का मुख्यमंत्री
चुनाव नतीजे को लेकर कई तरह के प्रयास लगाए जा रहे हैं नतीजे के बाद यह भी हो सकता हो कि गठबंधन की सरकार राज में बनती दिखाई दे। इसको लेकर जब फारूक अब्दुल्ला से पूछा गया कि अगर आप गठबंधन की सरकार बनती है तो क्या वह सीएम बनेंगे। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि "मैं मुख्यमंत्री नहीं बनूंगा। मैने अपना काम कर दिया है अब मेरी समस्या यह होगी कि हम एक मजबूत सरकार कैसे बना सकते हैं।" साथ में उन्होंने यह भी कहा कि समर्थन के लिए वह निर्दलीय विधायकों से भी बात करने को तैयार है लेकिन उनके सामने वह समर्थन की भीख नहीं मांगेंगे। जिसे लगता है कि वह राज्य को मजबूत कर सकते हैं उनका हम अपने गठबंधन में या अपने समर्थन क्या स्वागत करेंगे।
किंगमेकर की भूमिका में हो सकती है पीडीपी
फारूक अब्दुल्ला ने पीडीपी को लेकर भी दावा किया है कि गठबंधन में शामिल होने के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया था लेकिन चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर बात नहीं बन पाई। जिसके कारण महबूबा मुफ्ती की पार्टी ने अपने दम पर चुनाव लड़ा है हालांकि एग्जिट पोल के मुताबिक जम्मू कश्मीर में त्रिशंकु विधानसभा के संकेत है। ऐसे में पीडीपी राज्य की सरकार बनाने में किंगमेकर की भूमिका निभा सकती है।
ग़ौरतलब है कि जम्मू कश्मीर चुनाव के बाद एग्जिट पोल यह बता रहे थे कि राज्य में नक कांग्रेस गठबंधन की सरकार आ सकती है लेकिन 90 विधानसभा में से 46 सीटों के बहुमत आंकड़े से पीछे रह सकता है तो उसे पीडीपी जिसे चार से लेकर 12 सीटर मिलने का अनुमान है वह अपना समर्थन देकर किंग मेकर की भूमिका निभा सकती है। अब जब चुनावी नतीजे साफ होंगे तब यह देखना दिलचस्प होगा कि एनसी कांग्रेस का गठबंधन राज्य की जनता को पसंद आता है या नहीं।