भगौड़े Zakir Naik का ऐलान- मुस्लिमों के समर्थन में कितना ही क्यों ना बोल लें Ravish Kumar जाएंगे नरक में ही
भड़काऊ उपदेशों के लिए मशहूर जाकिर नाईक इस बार वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार के खिलाफ इस्लामिक ज्ञान देकर चर्चा में छाया हुआ है। क्योंकि जिस रवीश कुमार के बारे में कहा जाता है वो मुस्लिमों के पक्ष में आवाज उठाते हैं।उसी रवीश कुमार को इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक नरक में भेजने का ज्ञान दे रहा है।
Zakir Naik: भारत से भागा इस्लामिक उपदेशक Zakir Naik आजकल मलेशिया में छुपा बैठा है। और यहीं से कट्टरपंथी उपदेशों की अपनी दुकान चला रहा है।भड़काऊ उपदेशों के लिए मशहूर जाकिर नाईक इस बार वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार के खिलाफ इस्लामिक ज्ञान देकर चर्चा में छाया हुआ है।क्योंकि जिस रवीश कुमार के बारे में कहा जाता है वो मुस्लिमों के पक्ष में आवाज उठाते हैं।उसी रवीश कुमार को इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक नरक में भेजने का ज्ञान दे रहा है।
दरअसल भारत के मोस्ट वॉन्टेड भगौड़ों में से एक जाकिर नाईक मलेशिया में छुपा बैठा है।और यहीं से कभी मंदिरों के खिलाफ बयान देता है। तो कभी हिंदुओं के खिलाफ ज्ञान बांटता है।हद तो तब हो जाती है।जब इस्लामिक उपदेश के नाम पर आतंकवाद का समर्थन करने लगता है। जुबान से जहर उगलने के लिए मशहूर जाकिर नाइक इस बार पत्रकार रवीश कुमार के खिलाफ इस्लामिक ज्ञान देते हुए कह रहा है वो चाहे जितना ही हमारे पक्ष में क्यों ना बोलें।उन्हें जाना नरक में ही है।
दरअसल जाकिर नाईक से एक सवाल पूछा गया था कि
जाकिर से सवाल ।
आजकल रवीश कुमार जैसे अच्छे दिल वाले पत्रकार भी हैं जो सच्चाई दिखाते हैं, सच्चाई का साथ देते हैं और दूसरे मजहब वालों का पक्ष लेते हुए दमनकारियों के खिलाफ बोलते हैं, रवीश जैसे लोग अगर इस्लाम का अनुयायी बने बिना ही मरें तो उनका क्या होगा, अल्लाह उनके साथ क्या करेगा ?, क्या उनका भी उन लोगों का भी वही अंजाम होगा जो दूसरे काफिरों का होता है ?
रवीश कुमार जैसे लोगों के बारे में पूछे गये सवाल पर इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक ने कहा।
जाकिर नाईक, इस्लामिक उपदेशक
रवीश कुमार हों या समुदाय विशेष का पक्ष लेने वाले अन्य दूसरे धर्मों वाले, उन सभी के लिए समान सजा की व्यवस्था है, जन्नाह अलग-अलग तरह के होते हैं जैसे फिरदौस और फिरदौस आला, जब कोई जन्नत में जाता है तो सबके लिए अलग-अलग लेवल की व्यवस्था की गई है, सारे जन्नाह समान नहीं होते, मजहब के सभी लोग भले ही उच्च कोटि वाले जन्नाह में नहीं जाएंगे लेकिन मजहब के सारे सच्चे लोग जन्नाह में ही जाएंगे, जन्नाह की तरह नरक भी अलग-अलग तरह के होते हैं और दूसरे धर्म वाले दिल के कितने ही अच्छे क्यों ना हों उन्हें जाना नरक में ही है, अगर कोई मरते समय इस्लाम का अनुयायी नहीं है तो उसके लिए नरक की ही व्यवस्था है
जाकिर नाईक का ये इस्लामिक उपदेश बता रहा है कि रवीश कुमार जैसे तमाम पत्रकार भले ही विशेष समुदाय के बारे में आवाज उठाते रहे हों। उनके लिए मोदी सरकार से भिड़ते रहे हों। लेकिन जाकिर नाईक के मुताबिक उन्हें भी नरक में ही जाना होगा। क्योंकि उन्होंने इस्लाम कबूल नहीं किया है। रवीश कुमार जैसे पत्रकारों के बारे में नरक जाने का ज्ञान दे रहा यही जाकिर नाईक इससे पहले मंदिर के खिलाफ भी भड़काऊ बयान दे चुका है। इसी साल मई में जब एक मुस्लिम युवक ने उससे पूछा था कि संयुक्त अरब अमीरात में बन रहे मंदिर में उसे काम मिला है। क्या एक मुसलमान होने के नाते उसे मंदिर से जुड़ा काम करना चाहिए।
जिस पर जाकिर नाईक ने ज्ञान दिया था कि मंदिर निर्माण में काम करना पाप है। मंदिर या गिरजाघर निर्माण में काम करने से बेहतर तो हजारों बेगुनाहों को मार देने वाले आतंकियों के लिए हथियार बनाने वाले काम की ज्यादा स्वीकार्यता है ।ऐसे कट्टरपंथी इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक ने जिस तरह से रवीश कुमार जैसे लोगों के नरक में जाने को लेकर जो बयान दिया है ।