क्या कांग्रेसी हो गये T. Raja, BJP सरकार पर ही क्यों बरसने लगे ?
हैदराबाद से उत्तराखंड पधारे बीजेपी विधायक टी राजा लगता है ये बात भूल गये थे कि उत्तराखंड में भी बीजेपी की सरकार है इसीलिये सुबह तक धामी सरकार को कोसते रहे और शाम होते-होते धामी सरकार की तारीफ करने लगे !
देवभूमि उत्तराखंड में कदम रखने से पहले लगता है हिंदुत्व के पोस्टर ब्वॉय बने घूम रहे हैदराबादी विधायक टी राजा सिंह ने अच्छी तरह से रिसर्च नहीं किया है कि ये वही उत्तराखंड है।जिसकी सत्ता पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद नेताओं से एक पुष्कर सिंह धामी संभाल रहे हैं। जिन पर पीएम मोदी को इतना भरोसा है कि बात जब यूनिफॉर्म सिविल कोड यानि यूसीसी लागू करने की आई तो सबसे पहले पुष्कर सिंह धामी पर ही भरोसा जताया है। और रही बात अवैध मजार के नाम पर देवभूमि में लैंड जिहाद करने वालों की। तो उनका इलाज भी सीएम धामी की सरकार अच्छी तरह से कर रही है। यकीन नहीं तो अवैध निर्माण को रौंदते बुल्डोजर के साथ सीएम धामी की ये दहाड़ सुन लीजिये।
ये तो एक ट्रेलर है। असली पिक्चर तो धामी सरकार ने उस वक्त दिखाई थी। जब हल्दानी में दंगाइयों ने हिंसा और अराजकता का नंगा नाच किया था। उस वक्त तो सीएम धामी ने ललकारते हुए ऐलान कर दिया था कि जहां जहां आगजनी। पथराव और उपद्रव हुआ है वहीं पर हम पुलिस का थाना बनाएंगे।
देवभूमि उत्तराखंड में जिस बीजेपी की सरकार है। टी राजा भी उसी बीजेपी के विधायक हैं। लेकिन इसके बावजूद लगता है अपनी ही पार्टी की सरकार के काम को लेकर अच्छी तरह से होमवर्क करके नहीं आते हैं।इसीलिये उन्हें इसकी भनक भी नहीं थी कि उत्तराखंड में तो धामी के सत्ता में आते ही बुल्डोजर ने दहाड़ना शुरू कर दिया था। जिसकी धमक विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिली जब खुद देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दहाड़ते हुए कहा था कि हमारा पुष्कर धामी फ्लावर भी है और फायर भी है। ये ना कभी झुकेगा और ना कभी रुकेगा।
राजनाथ सिंह ने सही कहा था। ये धामी फ्लावर भी हैं और फायर भी हैं। ये ना रुकेगा और ना झुकेगा। पिछले तीन साल से सत्ता संभाल रहे सीएम धामी की सरकार ने लैंड जिहाद के खिलाफ भी सख्त कदम उठाया। तो वहीं नकल माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए भी सख्त कानून लेकर आए। इतना ही नहीं थूक जिहाद के खिलाफ भी सबसे पहले कानून बनाने का ऐलान धामी सरकार ने ही किया था। लेकिन इसके बावजूद लगता है बीजेपी विधायक टी राजा सिंह किसी विपक्ष के नेता की तरह धामी सरकार पर ही सवाल उठाने लगे। हालांकि इस भारी गलती का लगता है उन्हें जल्द ही एहसास भी हो गया। इसीलिये उन्होंने खुद धामी सरकार की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए एक लंबे चौड़े पोस्ट में लिखा।"अगर उत्तराखंड में बीजेपी न होती, तो न जाने क्या होता, माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में देवभूमि की पवित्रता और अस्मिता को संरक्षित करने के लिए ऐतिहासिक कार्य किए जा रहे हैं, धामी सरकार द्वारा 5000 एकड़ से अधिक भूमि को अतिक्रमण मुक्त करना और दंगा रोधी कानून लाना एक सराहनीय कदम है, लैंड जिहाद, मजार जिहाद और थूक जिहाद जैसे दुष्कृत्य जो देवभूमि में बढ़ रहे थे, उन्हें जड़ से समाप्त करने का कार्य धामी जी द्वारा दृढ़तापूर्वक किया जा रहा है, उत्तराखंड भले ही एक छोटा राज्य है, लेकिन धामी जी की कार्यक्षमता और उनके साहसिक निर्णयों ने उत्तराखंड को नई पहचान दी है। माननीय मुख्यमंत्री जी, आप इसी तरह निरंतर कार्य करते रहें। सनातन संस्कृति के उत्थान हेतु आपके प्रयासों के लिए आपको कोटि-कोटि शुभकामनाएं "
टी राजा का ये बयान बता रहा है कि उन्होंने जोश जोश में धामी सरकार पर सवाल तो उठा दिया। लेकिन सवाल उठाकर उन्होंने बड़ी गलती कर दी थी। इसीलिये उन्हें शाम होते होते इस बात का अहसास हो गया कि धामी सरकार उत्तराखंड रो लैंड जिहादियों पर लगाम लगाने के लिए कितनी सख्ती दिखा रही है।