चेन्नई में भारी बारिश का कहर जारी, जलभराव से लोग परेशान
तमिलनाडु के चेन्नई सहित कई जिलों में लगातार दो दिनों से भारी बारिश का कहर जारी है। जलभराव से सड़कें नदियों में तब्दील हो गई हैं, जिससे लोगों को कहीं भी आने जाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि यह बारिश पूर्वोत्तर मानसून के आगमन का संकेत है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारी बारिश से अन्ना नगर पश्चिम, कोलाथुर, पम्मल, पेरम्बूर और राज्य की राजधानी के अन्य हिस्सों में आवासीय क्षेत्र में घुटनों तक पानी भर गया है। वहीं चेंगलपट्टू, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर जिलों के कई हिस्सों में ट्रैफिक जाम की जानकारी सामने आई है।
मौसम विभाग ने की भारी बारिश की भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने उत्तरी भागों और डेल्टा क्षेत्र के 12 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार तक रानीपेट और वेल्लोर समेत अन्य उत्तरी जिलों में भी बारिश हो होने की संभावना है। चेन्नई और उसके पड़ोसी जिलों में गुरुवार को भी भारी बारिश हो सकती है।
दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। तमिलनाडु राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) चेन्नई, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और तिरुवल्लुर जिलों में 26 स्थानों पर आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
तमिलनाडु सरकार ने कहा कि चेन्नई और राज्य के अन्य हिस्सों में बारिश से संबंधी कार्यों के लिए 219 नावें तैयार हैं। तमिलनाडु में मानसून के अपने सामान्य आगमन से पांच दिन पहले 20 अक्टूबर को आने की उम्मीद थी। आमतौर पर, मानसून की शुरुआत इसकी अपेक्षित तारीख से नौ दिन पहले या बाद में होती है।
आरएमसी ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में एक सुस्पष्ट निम्न दबाव का क्षेत्र तीव्र होकर अवदाब में बदल गया है। यह वर्तमान में चेन्नई से लगभग 490 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है। इसके गुरुवार तड़के पुडुचेरी और चेन्नई के पास नेल्लोर के बीच उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों को पार करने की उम्मीद है।
Input: IANS