इधर Vinesh Phogat और Bajrang Punia बने कांग्रेसी उधर Brijbhushan की आंखों से क्यों निकले आंसू
Vinesh Phogat और Bajrang Punia के कांग्रेस में शामिल होते ही दहाड़े भाजपाई Brijbhushan Sharan Singh, बोले- अगर हुए बदनाम तो नाम भी होगा
जी, आंखों में आंसू और मन में बीते तीन दशकों की राजनीति में अपने दबदबे को याद करते हुए। वो फायरब्रांड नेता जब भाऊक होता है। तो आसपास बैठे लोग भी अपने चहेते नेता को देख भाऊक हो जाते हैं। और हो भी क्यों ना। क्योंकि तीन दशकों तक लगातार जीत हासिल करना। किसी ऐरे गेरे की बस की बात नहीं होती है। तभी तो मंच से दहाड़ते हुए इस नेता ने उन पर लगाए गए आरोपों को दरकिनार करते हुए। फिर से उन सभी पर ऐसा करारा प्रहार किया है। जिन्होंने उनके खिलाफ साज़िश रची। मंच से शेर की तरह दहाड़ते हुए इन्होंने ऐसी दहाड़ लगाई कि दिल्ली में कांग्रेस की सदस्य बन चुकी विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया भी कांपने लगे।बताते चलें कि अवध की राजनीति का राजा कहलाने वाले Brijbhushan Sharan Singh आए दिन सुर्खियों में बने रहते हैं। बात चाहे उनकी 12 साल के भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद की हो। या फिर एथलीट द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोप। या फिर अपनी राजनीति से संन्यास लेकर अपने बेटे को टिकट दिलवाना। यहां तक की बृजभूषण यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ से भी पंगा लेने से नहीं चूके। लेकिन अब बृजभूषण ने राजनीति से संन्यास लेते हुए समाज सेवक के रूप में खुद को ढाल लिया है। लेकिन कहते हैं ना की शेर कितना भी बूढ़ा हो जाए और शिकार करना नहीं भूलता। ऐसे में बृजभूषण ने भले ही राजनीति से संन्यास ले लिया हो। लेकिन मंच पर उनकी आवाज़ में जो गरज है वो आज भी दिखाई देती है।
तभी तो अपने बेटे को टिकट दिलाने से लेकर उनका प्रचार प्रसार करना और प्रचंड जीत के साथ बेटे को सांसद बनाने तक में उनकी बड़ी भूमिका रही। क्योंकि बीते तीन दशकों से जिन दो लोकसभा सीटों पर उन्होंने अपनी राजनीति से जो कुछ भी कमाया वो बेटे के काम आया। ऐसे में एक बार फिर से पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपने एक बयान से चर्चा में है। और ये बयान ऐसे समय में आया है । जब उन पर यौन शोषण का आरोप दर्ज कराने वाले पीड़ित एथलीट हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का दाम थाम चुके हैं। तो चलिए अब आपको बृजभूषण शरण सिंह के इस बयान की पूरी कहानी बताते हैं।
दरअसल हाल ही में कैसरगंज लोकसभा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह गोंडा जिले के महाराजा देवी बक्श सिंह स्मारक संस्थान में छात्र छात्राओं को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम में बतौर अतिथि पहुंचते हैं। जहां एमएलसी अवधेश सिंह मंच से भाषण देने की शुरुआत करते हैं। और बृजभूषण शरण सिंह सोफे पर बैठे रहते हैं और जैसे ही बृजभूषण के बेटे करण भूषण सिंह के जीत की चर्चा होती है। वैसे ही बृजभूषण मंच पर भाऊक हो जाते हैं। दरअसल बेटे की जीत की कहानी और अपने संघर्षों की बात उन्हें भाऊक कर देती है। लेकिन जब बारी आती है। बृजभूषण शरण सिंह के मंच पर बयान देने की तो वो अपने बयान की शुरुआत एक चौपाई से करते हैं। तो चलिए सबसे पहले आपको बृजभूषण का वो बयान सुनाते हैं।
तो आपने सुना कि बृजभूषण ने चेहरे पर स्माइल और गरज के साथ वो कहानी बताई। जब वो अपने राजनीति के शुरुआती दौर में थे और साल 1996 में उन पर जब पहली बार आरोप लगा तो वो बिहार में थे। और फिर बताते हैं कि उस दौरान उनकी पत्नी सांसद बनी थी। यानी के बृजभूषण का कहना यही था। कि जब वो पहली बार आरोपी थे तब भी वो सीट मेरे ही परिवार में थी।और जब दूसरी बार ऐसा आरोप लगा तब भी वो सीट उनके ही परिवार में रही और इस बार उनकी पत्नी नहीं बल्कि उनके बेटे ने जीत हासिल की।
तो आपने बृजभूषण शरण सिंह के पूरे बयान को सुना। जिसमें उन्होंने कहा "अगर हुए बदनाम तो नाम भी होगा" 1991 से दिल्ली आता जाता रहा हूं। लेकिन कभी कोई मेरे साथ सेल्फी नहीं लेता था, लेकिन इस घटना के बाद हीरो भी सेल्फी लेते हैं , हीरोइन भी सेल्फी लेती है, साधु संत भी सेल्फी लेते हैं हर कोई सेल्फी लेता है। यही नहीं बृजभूषण ने सामने बैठे मीडिया कर्मियों से भी हंसते हुए कहा कि आपको अच्छी बातें नहीं दिखाई देती। और जब भी मैं कुछ हटके करता हूं तो वो सुर्खियां बन जाती है और मीडिया में छा जाती है। पूर्व सांसद ने दीपेंद्र हुड्डा,विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया को भी घेरा और ये बयान ऐसे समय में आया है ।जब विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की खबरें जोरों पर है। बताते चलें कि विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया भारतीय कुश्ती टीम के नामी खिलाड़ी हैं हाल ही में हुए ओलंपिक में विनेश फोगाट फाइनल तक पहुंची थी। लेकिन बृजभूषण शरण सिंह पर लगाए गए आरोपों के बाद दोनों पर कांग्रेस के इशारे पर चलने का आरोप लगता रहा है। और ऐसे में अब ये सवाल उठता है। कि जिस तरीके से राहुल गांधी इन दोनों को हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट देने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में दिल्ली में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ हुआ प्रदर्शन भी कही ना कहीं कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रायोजित था।
जिसको लेकर बृजभूषण ने भी ये कहा था। कि हरियाणा कि कांग्रेस बेल्ट उनके खिलाफ जानबूझकर ये केस दर्ज करवा रही है। और मुझे झूठा फसाने की तैयारी कर रही है। हालांकि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगा आरोप अभी कोर्ट के अधीन है। और कौन सही है या कौन गलत है। ये आने वाले समय में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। लेकिन कहीं ना कहीं बृजभूषण शरण सिंह का ये बयान एक बार फिर से विरोधियों और दुश्मनों को पराजित करने के लिए काफी है। और फिर से वो सुर्खियों में आ गए हैं।