Bangladesh में खतरे में पड़े हिंदू तो High Court के Judge को आई Yogi के बयान की याद
यह मौका था हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू परिषद के लीगल सेल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम का, जहां 'वक्फ बोर्ड अधिनियम', 'धर्मान्तरण-कारण और निवारण' और 'समान नागरिक संहिता: एक संवैधानिक अनिवार्यता' जैसे विषयों पर चर्चा हो रही थी। इस कार्यक्रम में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर कुमार यादव भी शामिल हुए थे। उन्होंने भारत के हिंदुओं को जगाते हुए बयान दिया कि इस देश को कोई विश्व गुरु बना सकता है तो वह सिर्फ हिंदू ही बना सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह इच्छा मरने मत देना, नहीं तो भारत भी बांग्लादेश और तालिबान बनने में देर नहीं लगेगा।
अफगानिस्तान और बांग्लादेश के हालातों का उदाहरण देते हुए जस्टिस शेखर कुमार यादव ने सीएम योगी के "एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे" के बयान की याद दिलाई और कहा कि इस नारे में निश्चित तौर पर दम है।
हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर कुमार यादव ने सीएम योगी के नारे "एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे" को याद करते हुए कहा कि बंटने से ही देश गुलाम हुआ था, लेकिन अब बंटना नहीं है, एक रहेंगे तो ही हम सुरक्षित रहेंगे। यह नारा महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावों में भी गूंजा था, जब खुद सीएम योगी ने चुनावी रैली में कहा था कि देश तब गुलाम हुआ था जब हिंदू बंटा था, बंटे थे तो कटे थे, अब बंटना नहीं है।
बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति देखकर ही सीएम योगी ने "बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे" का नारा दिया था। उन्होंने बांग्लादेश में कट्टरपंथियों से लड़ रहे हिंदुओं के साहस की भी सराहना की और कहा था कि हमें उनके साथ खड़ा होना चाहिए।
एक तरफ जहां सीएम योगी लगातार बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए आवाज उठा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ हाईकोर्ट के जज भी योगी के बयान को याद दिलाते हुए कह रहे हैं कि यह देश विश्व गुरु बन सकता है तो केवल हिंदू ही इसे बना सकते हैं। यह इच्छा मरने मत देना, नहीं तो भारत भी बांग्लादेश और तालिबान बनने में देर नहीं लगेगा।
इसके अलावा, कुछ दिन पहले बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी हिंदुओं के लिए आवाज उठाई और कहा कि मोदी सरकार को बांग्लादेश से बातचीत करके वहां के हिंदुओं को भारत लाना चाहिए।बहरहाल, बांग्लादेश के हिंदुओं की स्थिति पर लगातार उठ रही मांग पर आपका क्या कहना है? क्या मोदी सरकार को रोहिंग्याओं और अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को चुन-चुनकर वापस उनके देश भेज देना चाहिए और वहां के हिंदुओं को वापस हिंदुस्तान लाना चाहिए?