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IC 814 The Kandahar Hijack: सरकार का चला चाबूक, बैकफुट पर NETFLIX

Kandhar कांड पर फिल्म डायरेक्टर अनुभवन सिन्हा ने एक वेब सीरीज बनाई। IC 814। जिस पर अब बवाल मचा हुआ है। क्योंकि जिन पाकिस्तानी आतंकवादियों कंधार कांड को अंजाम दिया था। वेब सीरीज में उन आतंकवादियों का नाम डॉक्टर। बर्गर। चीफ। शंकर। और भोला बताया गया था।
IC 814 The Kandahar Hijack: सरकार का चला चाबूक, बैकफुट पर NETFLIX
तारीख थी। 29 दिसंबर 1999। नेपाल के काठमांडू से भारतीय विमान IC 814 ने भारत के लिए उड़ान भरी। लेकिन भारत नहीं पहुंच सका। 176 को लेकर उड़ा ये विमान अमृतसर, लाहौर, दुबई होते हुए कंधार पहुंच गया। क्योंकि पांच आतंकवादियों ने इस विमान का अपहरण कर लिया था। इसी आतंकी वारदात पर फिल्म डायरेक्टर अनुभव सिन्हा ने एक वेब सीरीज बनाई।  IC 814। जिस पर अब बवाल मचा हुआ है। क्योंकि जिन पाकिस्तानी आतंकवादियों कंधार कांड को अंजाम दिया था।  वेब सीरीज में उन आतंकवादियों का नाम डॉक्टर। बर्गर। चीफ। शंकर।और भोला बताया गया था।


29 अगस्त को जैसे ही नेटफ्लिक्स पर IC 814 वेबसीरीज आई।  इस पर बवाल मच गया। तमाम हिंदू संगठनों इस वेब सीरीज के खिलाफ ऐसा बवाल मचाया कि वेबसीरीज को ही बैन करने की मांग उठने लगी। सोशल मीडिया पर एक एक्स यूजर ने लिखा। Netflix और अनुभव सिन्हा की इस हिंदूफोबिक फिल्म का बहिष्कार कर सकते हैं जिसमें भोला और शंकर नाम के IC-814 अपहर्ताओं को दिखाया गया है, ये फिल्म हिंदू को बदनाम करने के लिए बनाया गया है, अब इस फिल्म को भी गटर में डाल दो ।

एक यूजर ने तो लिखा। जिन पांच आतंकवादियों ने प्लेन हाईजैक किया था वो सभी मुस्लिम थे, जिनका नाम इब्राहिम अख्तर, शाहिद अख्तर, सन्नी अहमद, जहूर मिस्त्री और शाकिर था, हालांकि इस फिल्म में इन आतंकवादियों के बदले हुए नाम भोला और शंकर रखे गए हैं
यहां तक कि अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जितेन्द्रानंद सरस्वती ने भी इस वेब सीरीज पर भड़कते हुए फिल्म इंडस्ट्री के निर्माता निर्देशक को ही हिंदू विरोधी और राष्ट्र विरोधी बता दिया।

कंधार कांड पर बनी वेबसीरीज IC 814।  के रिलीज होते ही इसका विरोध शुरू होने लगा तो सबसे पहले बचाव में उतर आए फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर।  जिन्होंने एक पोस्ट में लिख दिया।  राइट विंग वाले अनुभव सिन्हा को ब्लेम क्यों कर रहे हैं, ज्यादा जानकारी के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय की वेबसाइट चेक कर लें ।

आतंकियों के नाम भोला शंकर रखे जाने के मामले में कूदे फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने ये तो बता दिया कि विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक सभी आतंकियों के नाम हिंदू वाले थे। लेकिन ये बताना भूल गये कि वेबसाइट पर कंधार कांड को अंजाम देने वाले आतंकियों के कोड नेम के साथ ही उनके असली नाम भी दिये गये थे। जिसके मुताबिक।

आतंकी और उनके कोड नेम।


इब्राहिम अतहर का कोड नेम चीफ था।
शाहिद अख्तर का कोड नेम डॉक्टर था।
सन्नी अहमद काजी का कोड नेम बर्गर था।
जहूर इब्राहिम मिस्त्री का कोड नेम भोला था।
शाकिर का कोड नेम शंकर रखा गया था।

ये सभी आतंकवादी पाकिस्तान के रहने वाले थे।  जिन्होंने भोला और शंकर जैसे हिंदुओं के नाम रख कर आतंकी वारदात को अंजाम दिया। जिससे किसी को शक ना हो। ये बिल्कुल वैसा ही था।  जैसे साल 2008 में 26/11 मुंबई आतंकी हमले को अंजाम देने वाला पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब अपनी पहचान छुपाने के लिए हाथ में कलावा बांधा हुआ था। यानि पाकिस्तानी आतंकियों की ये फितरत रही है कि हिंदू बन कर हिंदुस्तान पर आतंकी हमला करो। कंधार कांड में भी आतंकियों ने यही रणनीति अपनाई।  जिसे वेबसीरीज में दिखाया गया है।  लेकिन जब विवाद बढ़ने पर मोदी सरकार ने नेटफ्लिक्स वालों को तलब किया तो। नेटफ्लिक्स की इंडिया कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि।

मोनिका शेरगिल, इंडिया कंटेंट हेड, नेटफ्लिक्स।


1999 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 814 के अपहरण से अपरिचित दर्शकों के सुविधा के लिए, वेब सीरिज के शुरुआती डिस्क्लेमर को अपडेट किया गया है, इसमें अपहरणकर्ताओं के वास्तविक नाम और कोड नेम जोड़ दिए गए हैं, वेब सीरीज में कोड नाम वास्तविक घटना के दौरान इस्तेमाल किए गए नामों को दर्शाते हैं, भारत में कहानी कहने की समृद्ध संस्कृति है और हम इन कहानियों और उनके ऑथेंटिक रिप्रजेंटेशन को पेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

मोदी सरकार ने फटकार लगाई तो नेटफ्लिक्स लाइन पर आ गया ।और तुरंत अपनी गलती सुधारते हुए कह दिया कि वेब सीरीज के शुरुआत में डिस्क्लेमर दिखाया जाएगा। और पाकिस्तानी आतंकियों के कोड नेम के साथ ही उनके असली नाम इब्राहिम अतहर, शाहिद अख्तर, सन्नी अहमद काजी, जहूर इब्राहिम मिस्त्री, शाकिर भी दिखाए जाएंगे। वैसे आपको बता दें। आजकल प्रमोशन का भी ये एक तरीका हो गया है। फिल्मों या वेबसीरीज में कोई भी विवादित कंटेंट डाल दो। और जब विवाद मचे तो माफी मांग कर या कंटेंट में कांट छांट कर दो। जिससे फिल्मों को फ्री में प्रमोशन भी मिल जाएगा। और विवाद भी थम जाएगा। इससे पहले आमिर खान की फिल्म पीके में भी हिंदू धर्म को बदनाम किया गया। तो वहीं सैफ अली खान की तांडव में भी भगवान भोलेनाथ का मजाक बनाया गया था। और कंधार कांड पर बनी फिल्म को लेकर भी कुछ ऐसा ही हो रहा है।  तो क्या कंधार कांड पर बनी वेबसीरीज को लेकर भी यही पैंतरा अपनाया गया। 
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