आतंकी Afzal Guru को हीरो बताना सही तो Lawrence Bishnoi को हीरो बताना गलत कैसे | Salman Khan
जब सलमान खान आतंकी याकूब मेमन को फांसी से बचाने के लिए गुहार लगा सकते हैं, अफजल गुरु के लिए यूनिवर्सिटी में नारे लग सकते हैं तो फिर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को हीरो बताने वालों से कुछ लोगों को तकलीफ क्यों हो रही है ?
गुंडे। बदमाश। माफिया।आतंकवादी हो या फिर कोई गैंगस्टर। ऐसे लोग समाज के लिए कभी आदर्श नहीं हो सकते।लेकिन अफसोस की बात ये है कि जब 1993 में मुंबई को बम धमाके से दहलाया गया। ढाई सौ से ज्यादा बेकसूर लोगों की जान गई।तब देश की अदालत ने इस बम धमाके को अंजाम देने वाले याकूब मेमन को साल 2015 में फांसी की सजा सुनाई तो। उसे बचाने वाले हमदर्द लोगों की लाइन लग गई थी। यहां तक कि हमदर्दों की इस लिस्ट में सलमान खान का नाम भी शामिल थे। जिन्हें लोग हीरो मानते हैं। लेकिन इसके बावजूद लोगों के हीरो सलमान खान ने भारत के विलेन याकूब मेमन के लिए हमदर्दी दिखाते हुए कहा था कि याकूब मेमन को फांसी नहीं मिलनी चाहिए।
जिस याकूब मेमन का हाथ मुंबई धमाके में मारे गये सैकड़ों निर्दोष लोगों के खून से सने हों। उस याकूब मेमन को फांसी से बचाने के लिए सलमान खान ने साल 2015 में इसी तरह से गुहार लगाई थी। जब बवाल मचा तो सलमान खान ने माफी मांग ली। ये कोई पहला मामला नहीं है। संसद पर हमला करने वाले आतंकी अफजल गुरु के लिए तो जेएनयू जैसी यूनिवर्सिटी में नारे लगाए गये थे। अफजल हम शर्मिंदा हैं। तेरे कातिल जिंदा। और ये कौन लोग थे। ये आप अच्छी तरह से जानते हैं। जिस तरह से याकूब मेमन। अफजल गुरु को कुछ लोग हीरो मानते हैं। उसी तरह से अब गुजरात की जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को सोशल मीडिया पर कुछ लोग हीरो बनाने में लगे हुए हैं। प्रदीप मैखुरी नाम के एक यूजर ने लिखा " लॉरेन्स बिश्नोई के अंदर देश भक्ति कूट कूट के भरी है, आपका आदर्श दाऊद इब्राहिम हो सकता है आपका आदर्श शोएब हो सकता है आपका आदर्श याकूब मेनन हो सकता है, तो लॉरेन्स बिश्नोई में क्या बुराई है"
टाइगर राजा नाम के एक्स अकाउंट से लिखा गया " एक समय था जब बॉलीवुड पर दाऊद इब्राहिम का राज था लेकिन अब लॉरेंस बिश्नोई का दौर है, अब बॉलीवुड में डर का दूसरा नाम लॉरेंस बिश्नोई है "
सुनील ठाकुर नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा "दाऊद इब्राहिम, याकूब मेनन, अफजल गुरु को अपना बाप मानने वाले लॉरेंस बिश्नोई से जलते हैं तुम जब अतंकवादियों को अपना मसीहा मान सकते हो तो लॉरेंस बिश्नोई को हम अपना भाई नहीं मान सकते क्या? वो देशहित में ठुकाई तो जबरदस्त कर रहा है ना सलमान खान या बाबा सिद्दीकी कानून के रखवाले हैं क्या ?
दीपक शर्मा नाम के एक यूजर ने लिखा " मैं लारेंस बिश्नोई के साथ हूं, क्योंकि तुम्हारा आदर्श लादेन हो सकता, तुम्हारा आदर्श अफजल गुरु हो सकता, तुम्हारा आदर्श बुरहान वानी हो सकता, तुम्हारा आका जैश ए मुहम्मद हो सकता, तुम्हारा आका हमास और ISIS हो सकता, तुम्हारा अब्बा हाफिज सईद हो सकता, तो "लारेंस बिश्नोई" हमारा भाई क्यों न होगा ? सुनो हम आतंक के समर्थक नहीं लेकिन अगर कोई इंसानियत के हत्यारों को सबक सिखाने का काम करेगा तो वो हर शख्स हमारा भाई है, अगर तुम इंसानियत के हत्यारे और बलात्कारियों के साथ सिर्फ कौम के नाम पे खड़े हो सकते हो तो हम तन मन धन से इंसानियत के हत्यारों को हूरों से मिलाने वाले के साथ हैं
जैसे कभी आतंकी याकूब मेमन के लिए सलमान खान हमदर्दी दिखाया करते थे। जेएनयू में आतंकी अफजल गुरू के समर्थन में नारे लगते थे। और जम्मू कश्मीर में मारे गये आतंकी बुरहान वानी के जनाजे में भारी भीड़ उमड़ती थी। उसी तरह से अब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के समर्थन में कुछ हिंदू खड़े हो गये। उसे हीरो बताने लगे तो। कुछ लोगों के पेट में दर्द होने लगा। संजय दत्त की बहन और कांग्रेस नेता प्रिया दत्त को तो इतनी तकलीफ हुई कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि। "हत्यारे हीरो बन रहे हैं, शूटर गिरफ्तारी के बाद मीडिया को इंटरव्यू दे रहे हैं लॉरेंस बिश्नोई सुरक्षित जेल के अंदर से अपना घिनौना कारोबार चला रहा है, हम किस दुनिया में रह रहे हैं?
तो वहीं पत्रकार कही जाने वालीं आरफा खानम शेरवानी तो इतनी परेशान हो गईं कि उन्होंने एक ट्वीट में यहां तक कह दिया कि। "सबसे खूंखार गैंगस्टरों में से एक लॉरेंस बिश्नोई बहुसंख्यक समुदाय के एक खास वर्ग के लिए किसी तरह का नायक बनकर उभर रहा है, कल्पना कीजिए कि कट्टरपंथ और सड़ांध कितनी गहरी हो गई है! भारत अब सुधार से परे है"
वैसे आरफा खानम के बारे में भी आपको बता दें। ये वही पत्रकार हैं। जिन्हें इस बात से तकलीफ हो गई थी कि लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के मुखिया हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद यूपी में कैंडल मार्च निकालने वाले लोगों के खिलाफ योगी की पुलिस ने केस क्यों दर्ज किया। और सवाल उठाया था कि अब कैंडल मार्च निकालने पर भी पुलिस केस दर्ज कर सकती है और गिरफ्तारियां कर सकती है, क्या भारत अभी भी एक लोकतांत्रिक देश है?
अब आप ही बताइये। इस देश में आतंकी याकूब मेमन, अफजल गुरू। बुरहान वानी। हसन नसरल्लाह जैसे लोगों कुछ मुस्लिम हीरो बताएं तब सही है।तो फिर कुछ हिंदू गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को हीरो बताएं तो फिर गलत कैसे हो सकता है। या तो दोनों सही हो सकता है। या फिर दोनों गलत हो सकता है। रही बात लॉरेंस बिश्नोई और सलमान खान की दुश्मनी की। तो आपको बता दें। लॉरेंस बिश्नोई करीब दस सालों से जेल में बंद है। लेकिन इसके बावजूद उसका नाम समय समय पर सुर्खियों में आता रहता है। इस बार बाबा सिद्दीकी के मारे जाने के बाद लॉरेंस बिश्नोई को लेकर चर्चा हो रही है। और आरोप लग रहे हैं कि उसने जेल से सिद्दीकी को मरवा दिया। क्योंकि बाबा सिद्दीकी सलमान खान के करीबी थे। और सलमान खान से बिश्नोई समाज की पुरानी दुश्मनी है। क्योंकि उन पर राजस्थान में काले हिरण का शिकार करने का आरोप है। जिसे बिश्नोई समाज पूजता है। और अब कहा जा रहा है कि बाबा सिद्दीकी के मारे जाने के बाद सलमान खान लॉरेंस बिश्नोई का अगला टारगेट है। बहरहाल लॉरेंस बिश्नोई को लेकर बिहार के लोग क्या सोचते हैं।