थर्माकोल खाना सही या गलत? जानिए इस वायरल ट्रेंड की असली सच्चाई
सोशल मीडिया पर आए दिन अजीबोगरीब ट्रेंड्स देखने को मिलते हैं, लेकिन हाल ही में एक खतरनाक ट्रेंड सामने आया है, जिसमें लोग थर्माकोल के टुकड़ों (पैकिंग पीनट्स) को स्नैक्स की तरह खा रहे हैं। कुछ लोग इसे हानिरहित मानते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स ने इसे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक बताया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह शरीर में पचता नहीं और आंतों में फंसने का खतरा बना रहता है।

सोशल मीडिया के दौर में ट्रेंड्स का पीछा करना मानो लोगों की आदत बन गई है। कभी बर्फीले पानी में छलांग लगाने का ट्रेंड आता है, तो कभी लोग अपने चेहरे पर खतरनाक केमिकल्स लगाकर वीडियो बनाते हैं। लेकिन अब एक ऐसा अजीबोगरीब ट्रेंड सामने आया है, जिसे देखकर डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स तक दंग रह गए हैं। दुनिया के कई हिस्सों में लोग धड़ाधड़ थर्माकोल के टुकड़े खा रहे हैं, और इसे नए जमाने का स्नैक बता रहे हैं! लेकिन क्या वाकई यह सुरक्षित है? क्या यह सिर्फ एक मजाकिया ट्रेंड है या लोगों की सेहत पर गंभीर असर डाल सकता है? इस ब्लॉग में हम इस खतरनाक ट्रेंड के पीछे की सच्चाई को गहराई से समझेंगे।
थर्माकोल खाने का नया ट्रेंड!
हम सभी बचपन से ही थर्माकोल (Styrofoam) का इस्तेमाल देखते आए हैं। स्कूल प्रोजेक्ट्स, गिफ्ट पैकिंग, और ई-कॉमर्स कंपनियों की पैकेजिंग में यह आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अब कुछ लोग इसे खाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं! इस ट्रेंड की शुरुआत पश्चिमी देशों से हुई, जहां इसे “Packing Peanuts” के नाम से जाना जाता है। दरअसल, कुछ कंपनियां अब बायोडिग्रेडेबल पैकिंग मटेरियल बनाने लगी हैं, जो देखने में थर्माकोल जैसा लगता है, लेकिन वास्तव में यह मक्के या आलू के स्टार्च से बना होता है। इसे पानी में डालने पर यह पूरी तरह घुल जाता है। बस यहीं से कुछ सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स को आइडिया आया कि इसे कैमरे के सामने खाकर एक नया ट्रेंड शुरू किया जाए। धीरे-धीरे यह ट्रेंड बढ़ता गया, और अब लोग बिना सोचे-समझे असली थर्माकोल यानी स्टायरोफोम (Styrofoam) को खाने लगे हैं, जो कि बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।
थर्माकोल खाने से शरीर को हो सकता है नुकसान?
लोगों का मानना है कि जब वे पैकिंग पीनट्स को खाते हैं, तो वे मुंह में जाकर घुल जाते हैं और शरीर पर कोई बुरा असर नहीं डालते। लेकिन हकीकत इससे कहीं ज्यादा खतरनाक है। नेशनल कैपिटल पॉइजन सेंटर (NCPC) की रिपोर्ट के मुताबिक, थर्माकोल जहरीला भले ही न हो, लेकिन यह खाने के लिए नहीं बना है। यह शरीर द्वारा पचाया नहीं जा सकता। अगर यह पाचन तंत्र में चला जाए, तो यह आंतों में फंस सकता है और गंभीर पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है। अधिक मात्रा में खाने पर आंतों में रुकावट (intestinal blockage) हो सकती है, जिससे व्यक्ति को ऑपरेशन तक करवाना पड़ सकता है। अगर यह फेफड़ों में चला जाए, तो सांस लेने में दिक्कत और गंभीर फेफड़े की बीमारियां हो सकती हैं।
क्या सभी पैकिंग मटेरियल खाने योग्य होते हैं?
अब सवाल उठता है कि अगर कुछ पैकिंग मटेरियल्स बायोडिग्रेडेबल होते हैं, तो क्या उन्हें खाना सुरक्षित है?
बायोडिग्रेडेबल पैकिंग पीनट्स: इन्हें मक्का या आलू के स्टार्च से बनाया जाता है। पानी में डालने पर यह पूरी तरह घुल जाते हैं। हालांकि, ये खाने के लिए नहीं बनाए गए हैं और इनमें किसी भी तरह के पोषक तत्व नहीं होते।
स्टायरोफोम (Styrofoam) या पारंपरिक थर्माकोल: यह पेट्रोलियम से बनता है और इसे प्लास्टिक का एक प्रकार माना जाता है। यह न तो पानी में घुलता है, न ही पचता है। यह शरीर के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है और इसे खाना जानलेवा भी साबित हो सकता है।
भारत में यह ट्रेंड कितना खतरनाक हो सकता है?
अभी तक यह ट्रेंड भारत में ज्यादा नहीं फैला है, लेकिन सोशल मीडिया की ताकत को देखते हुए यह कह पाना मुश्किल है कि कब यह भारतीय युवाओं के बीच भी पॉपुलर हो जाए। भारत में पहले भी कई खतरनाक ट्रेंड्स देखे जा चुके हैं, जैसे कि ब्लू व्हेल चैलेंज और किकी डांस चैलेंज, जिनकी वजह से कई लोगों की जान तक जा चुकी है। अगर थर्माकोल खाने का यह ट्रेंड भारत में फैलता है, तो यह लाखों लोगों की सेहत के लिए खतरा बन सकता है।
आजकल सोशल मीडिया पर हर दिन नए-नए ट्रेंड्स सामने आते हैं। लेकिन जरूरी नहीं कि हर ट्रेंड मजेदार और सुरक्षित हो। कोई भी चीज सिर्फ इसलिए न करें क्योंकि यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। ट्रेंड को अपनाने से पहले इसकी सच्चाई और असर की जांच करें। सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स की बातों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। अगर कोई ट्रेंड आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है, तो इसे फॉलो करने से बचें, और अगर आप किसी को ऐसा कुछ करते देखें, तो उन्हें रोकें और सही जानकारी दें।
थर्माकोल खाने का यह ट्रेंड सोशल मीडिया की पाखंड भरी दुनिया का एक और उदाहरण है, जहां लोग लाइक्स और फॉलोअर्स के लिए अपनी जान तक जोखिम में डालने को तैयार हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि थर्माकोल खाना सुरक्षित नहीं है और इससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अगर यह ट्रेंड भारत में फैलता है, तो लोगों को इसकी वास्तविकता बताने और इससे बचने के लिए जागरूक करने की जरूरत होगी।
अगर आप भी सोशल मीडिया ट्रेंड्स को फॉलो करना पसंद करते हैं, तो सोच-समझकर ही किसी भी ट्रेंड को अपनाएं। क्योंकि सेहत से बढ़कर कुछ भी नहीं होता!