संतों को तलवार और गीता भेंट कर जय भगवान गोयल का बड़ा बयान, कहा शास्त्र और शस्त्र से चलेगा देश
फ्रंट के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, वरिष्ठ भाजपा नेता एवं राष्ट्रवादी शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जय भगवान गोयल ने कहा कि 6 दिसम्बर को हिन्दु एकजुटता दिवस के रूप में मनाने का विशद्ध उद्देश्य हिन्दुओं में जाति पात से ऊपर उठकर हिन्दुत्व और प्राचीनतम भारतीय सनातन संस्कृति के प्रति जागृत करना है।
यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट ने बाबरी विध्वंस की 32वीं वर्षगांठ ‘हिन्दू एकजुटता संकल्प दिवस’ के रूप में मनाई। साधु संतों के सान्निध्य में आयोजित भव्य समारोह में अनेक प्रबुद्ध हिन्दू नेता एवं भारी संख्या में फ्रंट के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। बरेली के लोकसभा सदस्य श्री छत्रपाल सिंह गंगवार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में रहे।
इस अवसर पर श्री गंगवार ने अपने सम्बोधन में हिंदुओं की एकजुटता के साथ-साथ सकल हिंदू समाज को ताकतवर बनाने की ज़रूरत पर भी बल दियाद्य उन्हें कहा कि हमें इजराइल से सबक सीखना चाहिए। छोटा सा देश इजराइल 57 मुस्लिम देशों से अकेले ही निपटकर उन्हें लोहे के चने चबाने को मजबूर कर रहा है।
फ्रंट के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, वरिष्ठ भाजपा नेता एवं राष्ट्रवादी शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जय भगवान गोयल ने कहा कि 6 दिसम्बर को हिन्दु एकजुटता दिवस के रूप में मनाने का विशद्ध उद्देश्य हिन्दुओं में जाति पात से ऊपर उठकर हिन्दुत्व और प्राचीनतम भारतीय सनातन संस्कृति के प्रति जागृत करना है। देश में परस्पर भाईचारा की बात की जाती है लेकिन ’ तुम भाई हम चारा ’ की कुटिल नीति स्वीकार नहीं की जा सकती। सौहार्द का वातावरण एकतरफा नहीं हो सकता।
श्री गोयल ने कहा कि मुगल शासकों ने अपनी क्रुरता की सभी सीमाये लांघ दी थी। लाखों हिन्दुओं की हत्याएं, जबरी धर्मांतरण के साथ साथ हिन्दू मंदिरों को ध्वस्त करके मस्जिदें एवं मजारे बना दी गई जिनकी संख्या 30000 से ऊपर है। उन्होंने कहा कि यदि देश में दोतरफा सौहार्द वास्तव में चाहते हैं तो हिन्दुओं के मुख्य 1867 मंदिर हिन्दुओं को सौप दिए जाने चाहिए। शेष मंदिरों के लिए संतों से निवेदन करके छोड़ देने का अनुरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में तीन लाख से अधिक मस्जिदे हैं जो किसी इस्लामिक देश से भी नहीं है। फिर हमें हमारे मंदिरों को वापिस सौप देने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।
बांगलादेश में हिन्दुओं के लगातार हो रहे उत्पीड़न एवं अत्याचारों के दृष्टिगत सभी हिन्दुओं को हिन्दू देवी देवताओं और महान हिन्दू योद्धाओं की भांति शास्त्र और शस्त्र दोनों रखने की आवश्यकता बताई। उन्हांने कहा कि देश अब शास्त्र और शस्त्र दोनां से चलेगा। यही समय की मांग है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हिन्दुओं की जनसंख्या में निरंतर कमी आना एक गहन चिंता का विषय है । आर.एस.एस. प्रमुख श्री मोहन भागवत ने भी कम से कम तीन बच्चे पैदा करने की अपील हिन्दुओं से की है। उन्होंने कहा कि जो दम्पत्ति दो से अधिक बच्चों का पोषण करने में असमर्थ होंगे , उनके तीसरे - चौथे सभी बच्चो के लालन पालन का खर्चा यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट उठाएगा। अढ़़ाई साल तक बच्चा मां बाप के पास रहेगा तत्पश्चात उसे पढ़ा लिखा कर हम हिन्दू यौद्धा के रूप में तैयार करेंगे। तत्पश्चात बच्चा घर वालो को दे दिया जाएगा।
श्री गोयल ने गुलामी और विध्वंसता के प्रतीक बाबर के नाम पर क्षेत्र में बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र, बाबरपुर रोड़, बाबरपुर मैट्रो स्टेशन और बाबरपुर गांव का नाम बदलकर किसी हिन्दू महापुरूष के नाम पर रखने की मांग दोहराई।
आपको बता दें श्री गोयल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उत्तर पूर्वी जिला से अब किसी हिन्दू परिवार को पलायन नहीं करने दिया जाएगा। दिल्ली सरकार बंगलादेशियों और रोहिग्याओं को बसाकर उनको आधारकार्ड, वोटर कार्ड बनवा रही है इनके बच्चों को आसानी से स्कूलों में दाखिले मिल रहे है। तुष्टिकरण में अंधी आप को स्थानीय नागरिकों की आप सरकार तनिक भी चिंता नहीं। वोट बैंक के लिए यह कुछ भी करने को तैयार है लेकिन उनके संगठन बड़ा अभियान चलाकर क्षेत्र से उन्हें खदेड़ने का काम करेंगे। सभा में बड़ी संख्या में शामिल साधु - संतो को ’शास्त्र’ और ’शस्त्र’ के रूप में गीता और तलवार भेंट की गई।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष नवीन शाहदरा भाजपा श्री मनोज त्यागी, महामण्डलेश्वर आचार्य नर्मदा शंकर पुरी, महंत भैरो मंदिर गंगानाथ जी, स्वामी राजेश्वरा नंद जी महाराज, श्री सुरेन्द्र मोहन गुप्ता, डॉ. राधाकांत वत्स, आचार्य डॉ. राजेश ओझा, महंत विवेकानंद ब्रहमचारी, महामण्डलेश्वर स्वामी योगेश्वरा नंद जी, महंत श्याम गिरि (तलवार वाले बाबा), कोतवाल मंगल पांडे सहित सैंकड़ों संतों व हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया।