J&K Assembly Elections 2024 : अखिलेश ने आतंकी को दिया टिकट ! पाक जाने पर आतंकी ने 11 साल तक काटी थी जेल !
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में इस बार समाजवादी पार्टी भी मैदान में है। अखिलेश यादव ने 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी को उतारा है। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा एक आतंकी को टिकट देने को लेकर है। हब्बा कदल विधानसभा से सपा ने पूर्व में आतंकी रहे मो.फारूक खान को टिकट दिया है।
जम्मू-कश्मीर में हो रहे विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने भी अपना हाथ आजमाया है। सपा मुखिया Akhilesh Yadav ने जब से लोकसभा चुनाव में 37 सीटों पर जीत हासिल की है। तभी से उनके हौसले सातवें आसमान पर है। यही वजह है कि अखिलेश यादव ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। जिनमें उनके प्रत्याशी 4 बड़ी सीटों पर कांग्रेस को कड़ी टक्कर देते नज़र आ रहे हैं। इनमें बारामूला,उधमपुर पश्चिम,बांदीपोरा और वगूरा क्रीरी की हॉट सीट शामिल है। हालांकि समाजवादी पार्टी का जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी जैसा जनाधार नहीं है। लेकिन खेल बिगाड़ने का काम ज़रूर कर सकती है। कुल मिलाकर सपा के मैदान में आने से लड़ाई और भी रोचक हो गई है। इस बीच सपा अपने एक प्रत्याशी की वजह से चर्चा में है। अखिलेश ने टिकट बंटवारे में एक ऐसे कैंडिकेट को टिकट दिया है। जिसकी वजह से पार्टी सवालों के घेरे में है। बता दें कि सपा ने एक आतंकी को टिकट दिया है।
आतंकी रहे मोहम्मद फारुक खान को सपा ने दिया टिकट
सपा मुखिया अखिलेश यादव जम्मू-कश्मीर में टिकट बंटवारे को लेकर चर्चा में है। दरअसल, सपा ने जम्मू-कश्मीर की एक बेहद खास सीट पर आतंकी रहे मो. फारूक खान को टिकट दिया है। यह आतंकी एक समय में जम्मू और कश्मीर के खिलाफ पाक की तरफ से लड़ाई लड़ने को तैयार था। फारूक आतंकी ट्रेनिंग लेने पाकिस्तान भी गया था। जिसकी वजह से उसे 11 साल की जेल हुई थी। सजा काटने के बाद अब उसका मन चुनावी मैदान में बतौर चुनावी उम्मीदवार लड़ने का है। सपा ने इसे हब्बा कदल विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है।
टिकट मिलने पर अखिलेश पर क्या बोले फारुक
एक लोकल यूट्यूब चैनल से बातचीत करते हुए फारूक ने कहा " पुराने चेहरों और पार्टियों ने कश्मीरियों के ज़ख्मों को बार-बार कुरेदा है और उससे खून रसता रहा है। हम यहां इसलिए आए है, ताकि कश्मीरी कौम के ज़ख्मों पर मरहम लगा सके। हम चाहते हैं जो कौम 70 सालों से दो बाटो में पिस रही थी । वह बाहर निकलकर अमन और खुशहाली की तरफ आए। वहीं टिकट मिलने की खुशी पर अखिलेश यादव पर कहा कि, मैं अखिलेश यादव का बहुत शुक्रगुजार हूं। जो उन्होंने मेरा इतिहास देखने और जानने के बाद मुझे टिकट दिया। मैं उनके (सपा) में इसलिए आया हूं क्योंकि वह भारत में अल्पसंख्यकों के लिए काम करते हैं। वह उनके दुख-दर्द को समझते हैं और उन पर होने वाले ज़ुल्म और सितम के खिलाफ आवाज उठाते हैं। वह गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए भी काम करते हैं। अगर मैं कामयाब नहीं भी होऊंगा। तो आगे के वर्षों में सफलता पाऊंगा।
पूर्व में आतंकी बनने के सवाल पर क्या कहा
पूर्व में आतंक की राह पर चलने को लेकर जब सवाल किया गया तो फारूक ने कहा " गलतियां तो हुई पर उनका पश्चाताप करना चाहता हूं। हम कुछ ऐसा करके जाना चाहते हैं कि आने वाली नस्लें हमें याद रखें। इतिहास एक दफा दोहराया जाए कि फारूक खान कौन था। जिसनें देश के खिलाफ आवाज़ उठाई थी पर जब बाद में एहसास हुआ। तो देश को आगे बढ़ाने के लिए जी जान लगा दी। मैं कुछ ऐसा करके जाना चाहता हूं। जिससे मेरे वतन और सरजमी को मुझ पर फक्र हो।
कश्मीरी पंडितों की गढ़ मानी जाती है यह सीट
श्रीनगर के इलाके में हब्बा कदल सीट है । आज की तारीख में यहां सबसे ज़्यादा आबादी कश्मीरी पंडितो की है। करीब 25 हजार पंडित वोटर हैं। पंडित समुदाय से इस बार 6 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। बीजेपी ने ब्राह्मण चेहरे में अशोक भट्ट को मैदान में उतारा है। हब्बा कदल विधानसभा में 25 सितंबर को वोटिंग होनी है।