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Jammu Kashmir News : 8 अलग-अलग भाषाओं में 86 विधायकों ने ली शपथ ! कश्मीरी,डोगरी और संस्कृत भाषा का रहा बोलबाला।

जम्मू-कश्मीर में 6 साल बाद मुख्यमंत्री कार्यकाल की शुरुआत हो चुकी है। 86 विधायकों ने आठ अलग-अलग भाषाओं में शपथ ग्रहण कर अपने कार्यकाल की शुरुआत कर दी है। इनमें कश्मीरी,डोगरी,पहाड़ी,गोजरी, शीना,संस्कृत,अंग्रेजी उर्दू भाषा शामिल रहा।
Jammu Kashmir News : 8  अलग-अलग भाषाओं में 86 विधायकों ने ली शपथ ! कश्मीरी,डोगरी और संस्कृत भाषा का रहा बोलबाला।
6 साल बाद फिर से जम्मू-कश्मीर को संभालने की जिम्मेदारी किसी मुख्यमंत्री के हाथों में है। जम्मू कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है। 86 नव निर्वाचित विधायकों ने अलग-अलग भाषाओं में शपथ लेते हुए अपने कार्यकाल की शुरुआत कर दी है। प्रोटेम स्पीकर अब्दुल गुल ने इस शपथ समारोह की देखरेख की। 86 विधायकों में 49 विधायक पहली बार निर्वाचित हुए हैं। लेकिन कई राज्यों के शपथ ग्रहण से हटकर इस बार जम्मू-कश्मीर का शपथ ग्रहण कार्यक्रम रहा। इनमें विधायकों ने कई भाषाओं में शपथ ली। 

8 भाषाओं में 86 विधायकों ने ली शपथ 


आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के वर्तमान मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में 86 विधायकों ने कश्मीरी,डोगरी,पहाड़ी,गोजरी, शीना,संस्कृत,अंग्रेजी और उर्दू सहित आठ भाषाओं में शपथ ली। वही अक्सर उमर अब्दुल्ला को लेकर इस बात की आलोचना होती रही है कि वह कश्मीरी भाषा धाराप्रवाह तरीके से नहीं बोल पाते। लेकिन उमर ने कश्मीरी भाषा में शपथ लेते हुए। हर किसी को चौंका दिया। उमर के बाद अन्य मंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ सदस्य अब्दुल रहीम राथर ने शपथ ली। बता दें कि थानामंडी के मुजफ्फर इकबाल खान और आरएस पुरा के डॉ. नरिंदर सिंह अनुपस्थित रहे। वहीं ईदगाह का प्रतिनिधित्व करने वाले गुल ने पहले ही उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के सामने शपथ ले ली थी। कश्मीरी भाषा में जदीबल के तनवीर सादिक,तंगमर्ग के फारूक शाह, लोलाब के कैसर जमशीद लोन, वागुरा-क्रीरी के इरफान हाफिज लोन और बांदीपोरा के निजामुद्दीन भट ने शपथ ली। उरी से विधायक सज्जाद शफी और करनाह से जावियाद मिर्चल  ने पहाड़ी भाषा में शपथ ली। गुलाबगढ़ से विधायक के खुर्शीद अहमद ने गोज्जरी भाषा को चुना। गुरेज निर्वाचन क्षेत्र से नजीर गुरेजी ने शीना भाषा को चुना। यह दोनों भाषा  गिलगित-बाल्टिस्तान और गुरेज में बोली जाने वाली सबसे प्रचलित है। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद गनी लोन ने अंग्रेजी में शपथ ली। भाजपा के ज्यादातर विधायकों ने डोगरी भाषा में शपथ ली। जबकि किश्तवाड़ से सुनील शर्मा और   आरएस पठानिया ने संस्कृत भाषा में शपथ ली । पारंपरिक माहौल को और बेहतर बनाने के लिए भाजपा के सभी विधायकों ने डोगरा पगड़ी पहन रखी थी। 

जम्मू-कश्मीर का शपथ ग्रहण समारोह एक यादगार समारोह रहा। जहां एक ही मंच पर कई भाषा और संस्कृति देखने को मिली। 

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