झारखंड सीएम Hemant Soren ने पीएम मोदी को पत्र लिख कर दी बड़ी मांग ! चुनाव से पहले हुआ बड़ा खेल
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक लेटर लिखा है। जिसमें उन्होंने एक बड़ी मांग की है। लेटर के बाद से ही सोरेन और पीएम मोदी को लेकर सियासी माहौल गर्मा गया है। बता दें कि सोरेन ने मोदी से 1.36 लाख करोड़ रुपए की मांग की है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश की सरकार इन पैसों का इस्तेमाल कई योजनाओं में करने वाली है। सरकार प्रदेश के वोटरों को लुभाने के लिए चुनाव से पहले कई योजनाओं का बड़ा तोहफा दे सकती है। वहीं प्रदेश की जेएमएम और नेशनल पार्टी कांग्रेस ने बीजेपी पर एक बड़ा आरोप लगाया है।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडेय ने सोरेन के पत्र को जायज बताते हुए बीजेपी पर जमकर बरसे हैं और उन्होंने कहा कि, “बीजेपी महिला सशक्तिकरण के प्रयास को रोकना चाहती है। बीजेपी खुद एमपी और छत्तीसगढ़ में महिलाओं को इस तरह की योजना के ज़रिए राशि देकर सत्ता में आई। लेकिन बीजेपी को घबराहट है कि कही रूलिंग एलायंस को महिला कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयास का फायदा न मिल जाए।”
वहीं सीएम हेमंत सोरेन ने भी आरोप लगाते हुए कहा कि, “हक मांगने पर जेल में डाल दिया जाता है। लेकिन वो झारखंड के लिए हर कुर्बानी करने को तैयार हैं।”
सोरेन ने इतनी बड़ी राशि की मांग क्यों की ?
बता दें कि झारखंड सरकार ने हाल ही में महिलाओं को सशक्त रूप से मजबूत बनाने और गरीबी से हटकर एक सुखद जीवन जीने के लिए प्रदेश की महिलाओं के लिए एक बड़ी योजना की शुरुआत की है। जिसका नाम है "मंईया सम्मान योजना"। जिसके जरिए सरकार प्रदेश की करीब 45 से 50 लाख महिलाओं को प्रत्येक महीने 1000 रुपए दे रही है। यानि साल के 12,000 रूपए दिए जा रहे हैं। सोरेन ने पीएम मोदी से 1.36 लाख करोड़ रुपए की एक बड़ी मांग की है। इस राशि के भुगतान को लेकर सुप्रीम कोर्ट की फुल बेंच खंडपीठ ने 14 अगस्त को एक जजमेंट सुनाया था।
सीएम सोरेन ने पत्र में क्या लिखा ?
झारखंड सीएम ने मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि केंद्र से मिलने वाले 80% रेवेन्यू के सहारे ही यहां सोशियो इकॉनमिक डेवलपमेंट के कार्य किए जाते हैं। सोरेन अपनी यात्रा के दौरान यह भी कहते नज़र आ रहे हैं कि "मंईया सम्मान योजना" की वर्तमान राशि 1000 को बढ़ाकर 2000 रुपए कर दिया जाएगा। सोरेन ने यह भी कहा कि बीजेपी को पिछले चुनाव यानि 2019 में 50 लाख वोट मिले थे। ऐसे में 45 लाख में से प्रभावित होकर महिलाओं ने रूलिंग ऐलाइंस के लिए वोट किया। तो अकेले ही हमारी वापसी हो सकती है।
झारखंड में कब होंगे चुनाव
झारखंड में जल्द ही विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में लग चुकी हैं। सूत्रों के मुताबिक साल के अंत में झारखंड में चुनाव हो सकते हैं। हाल ही चुनाव आयोग की टीम झारखंड के दो दिवसीय दौरे पर वहां के हालातों का जायज़ा लेने पहुंची थी। पार्टियां एक ही चरण में चुनाव करवाना चाहती हैं। झारखंड विधानसभा में कुल 91 सीटें हैं। जिसमें 44 सामान्य, 7 अनुसूचित जाति और 28 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। प्रदेश में कुल 2 करोड़ 59 लाख मतदाता हैं। जिनमें 31 लाख महिला और 1 करोड़ 28 लाख पुरुष मतदाता हैं।