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Kejriwal का पैंतरा चल रहीं Mamata Banerjee को पत्रकार Ajeet Bharti का करारा जवाब

Kolkata Docter Case: सीएम ममता ने कोलकाता कांड के मामले में 18 अगस्त को किया विरोध प्रदर्शन का ऐलान तो पत्रकार अजीत भारती ने केजरीवाल से तुलना करके ममता सरकार को क्यों लताड़ा ?
Kejriwal का पैंतरा चल रहीं Mamata Banerjee को पत्रकार Ajeet Bharti का करारा जवाब

जिस पश्चिम बंगाल की सत्ता पिछले कई सालों से ममता बनर्जी जैसी एक महिला नेता संभाल रही हैं, उसी पश्चिम बंगाल में लगता है अब महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं हैं। चुनावी हिंसा तो पश्चिम बंगाल में जैसे आम बात हो गई है और अब तो महिलाओं के लिए भी लगता है पश्चिम बंगाल सुरक्षित नहीं रहा। यही वजह है कि सबसे पहले संदेशखाली में महिलाओं के साथ दरिंदगी की गई और अब कोलकाता कांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। जहां एक सरकारी अस्पताल में लड़की के साथ दरिंदगी की गई और फिर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई। 

कोलकाता कांड पर ममता सरकार का नया पैंतरा

ये बात तो तय है कि अगर किसी राज्य में कोई घटना होती है तो उसका ठीकरा सबसे पहले सत्ता संभालने वाली सरकार पर फूटता है। क्योंकि सूबे की कानून व्यवस्था संभालने का काम राज्य सरकार का ही होता है। लेकिन इसके बावजूद पश्चिम बंगाल की ममता सरकार लगता है अलग ही रास्ते पर चल रही है, जिस सरकार पर कानून व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी है। वही सरकार अब बंगाल में विरोध प्रदर्शन करने जा रही है। जिसका ऐलान खुद सीएम ममता बनर्जी ने 14 अगस्त को राजधानी कोलकाता में किया। और कहा कि -

17 अगस्त को अपराधी को सजा देने की मांग को लेकर सभी प्रखंडों में विरोध मार्च निकाला जाएगा, 18 अगस्त को सभी ब्लॉकों में प्रदर्शन होगा और 19 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर कार्यक्रम किया जाएगा ।

कोलकाता कांड की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया तो पत्रकार अजीत भारती इस कदर भड़क गये कि ममता सरकार को लताड़ते हुए कहा कि- 

ये लोग जनता को कितना मूर्ख समझते हैं! केजरीवाल ने इस मॉडल का आरंभ किया था कि अपनी ही सरकार में धरना पर बैठ जाओ, अब कल यह बताया जाएगा कि ‘ये होती है संवेदनशीलता! क्या योगी हाथरस केस के बाद कभी विरोध पर बैठा? ममता समझती है एक महिला का दर्द और ऐतिहासिक है कि वो अपनी ही पुलिस के विरोध में प्रदर्शन कर रही है।

दरअसल खुद सत्ता संभालना और खुद के ही राज्य में विरोध प्रदर्शन करने का ये जो सियासी पैंतरा है। इसकी शुरुआत दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने की थी, जब सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली की सरकार चलाने से ज्यादा मोदी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने की वजह से चर्चा में रहते थे और अब कुछ इसी तरह का पैंतरा बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी अपना रही हैं। और पीड़िता के दोषियों को 18 अगस्त तक सजा ना मिलने पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है। जबकि ये बात तो आप भी जानते हैं कि किसी भी मामले में दोषी को सजा दिलाने में कितना वक्त लगता है लेकिन इसके बावजूद सीएम ममता बनर्जी ने सीबीआई को 18 अगस्त तक की डेडलाइन दे दी। क्योंकि खुद सीएम ममता ने कोलकाता पुलिस को डेडलाइन दी थी कि 18 अगस्त तक अगर इस मामले को नहीं सुलझा पाती है तो ये मामला सीबीआई को सौंप देंगी। लेकिन हाईकोर्ट ने डेडलाइन खत्म होने से पहले ही कोलकाता कांड की जांच सीबीआई को सौंप दी। जिसके बाद से ही सीएम ममता बौखलाई हुई नजर आ रही हैं। 

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