Kadak Baat : पुलिस भर्ती पेपर लीक की अफवाह फैलाकर फंसे सपा नेता, पुलिस ने निकाल दी हेकड़ी
फिर क्या पुलिस ने इन खबरों को फैलाने वालों पर एक्शन शुरू किया. और रडार पर आ गए सपा नेता यासर शाह ।
- पेपर लीक की अफवाह फैलाने पर सपा ने पूर्व मंत्री यासर शाह के खिलाफ FIR दर्ज हुई है
- इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार की तहरीर पर हुसैनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया
- पुलिस ने BNS की धारा 318(4), 336(3), 338 और 340 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है
- FIR के मुताबिक कुछ शरारती तत्वों ने टेलीग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया के जरिए प्रश्न पत्र लीक की अफवाह फैलाई
- अफवाह फैलाने के पीछे शरारती तत्वों का मकसद पैसे कमाना और सरकार की छवि खराब करना है
- STF ने गोरखपुर से एक महिला कॉन्स्टेबल समेत 4 लोगों को पकड़ा है
सख्ती के बावजूद यूपी में पुलिस भर्ती परीक्षा में अफवाह गैंग ने खिलवाड़ करने की कोशिश की। लेकिन सीएम योगी के कड़े रवैये के आगे किसी की भी चालबाजी काम नहीं आई। और तो और अफवाह गैंग के नापाक इरादों को पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए एक झटके में तोड़ दिया है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि अफगाह गैंग के मास्टरमाइंड निकले है सपा के ही नेता यासर शाह। वो यासर शाह जो अखिलेश के चहेते हैं। जो अखिलेश यादव पेपर लीक होने पर सरकार को बदनाम करने की कोशिश करते हुए सड़कों पर उतरें थे। पेपर लीक को सरकार की ही साजिश बताया था। वो अखिलेश यादव अब सामने आएं। और बताएं कि ये सरकार की नहीं। बल्कि योगी सरकार को बदनाम करने के लिए सपा नेताओं की ही साजिश के तार थे। और यासर शाह के कांड ने अब क्लियर भी कर दिया है। चलिए ये भी बताते हैं।
कौन हैं यासर शाह ?
- सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह 2012 और 2017 में बहराइच की मटेरा सीट से विधायक रह चुके हैं
- यासर सपा सरकार में बिजली, कोयला, ऊर्जा राज्यमंत्री, परिवहन राज्यमंत्री और वाणिज्यिक कर मंत्री रह चुके हैं
- यासर के पिता डॉ. वकार अहमद शाह भी अखिलेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं
- यासर शाह ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 2005 में बहराइच के जिला परिषद का चुनाव जीतकर की थी
सपा में ऊंचे ऊंचे पदों पर रहकर इस तरह की हरकत करने वाले यासर खान की जमकर थूथू हो है… क्योंकि सपा नेता ने खुलेआम युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश की है। लेकिन वक्त रहते यूपी पुलिस ने चीजों को संभाल लिया। वरना एक बार फिर परीक्षा अफवाह गैंग की बलि चढ़ जाती और राजनीतिक गिद्दो को योगी सरकार को घेरने का मौका मिल जाता। लेकिन इस बार योगी सरकार की सख्ती ने सबके नापाक इरादों को चूर चूर कर दिया।