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सपा प्रमुख के बयान पर केशव मौर्य का पलटवार, कहा- 'पता नहीं अखिलेश को कौन सा रोग हैं'

सपा प्रमुख अखिलेश यादव यूपी सरकार के इस क़दम पर आलोचना करते हुए इसे एक विशेष संदेश देने वाला राजनीतिक कदम करार दिया। अखिलेश यादव इ इस प्रतिक्रिया पर यूपी सरकार की तरफ़ से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने बड़ा पलटवार किया है।
सपा प्रमुख के बयान पर केशव मौर्य का पलटवार, कहा- 'पता नहीं अखिलेश को कौन सा रोग हैं'
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आम हो या ख़ास हर कोई शामिल होकर इस भव्य आयोजन का का साक्षी बनना चाहता है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यानाथ अपनी कैबिनेट के साथ बुधवार कुंभ मेला क्षेत्र में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक की। इसके साथ ही सीएम योगी के साथ उनकी कैबिनेट ने संगम में स्नान किया। जिसका वीडियो और फ़ोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। इसको लेकर अब विपक्ष की प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है, सपा प्रमुख अखिलेश यादव यूपी सरकार के इस क़दम पर आलोचना करते हुए इसे एक विशेष संदेश देने वाला राजनीतिक कदम करार दिया। अखिलेश यादव इ इस प्रतिक्रिया पर यूपी सरकार की तरफ़ से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने बड़ा पलटवार किया है। 


महाकुंभ की सुव्यवस्था बर्दाश्त नहीं हो रहा 

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "महाकुंभ 2025 बहुत ही भव्य, दिव्य तरीके से सफलता की ओर बढ़ रहा है। यहां रहे करोड़ों की संख्या में आ रहे श्रद्धालु व्यवस्थाओं को देखकर काफ़ी संतुष्ट है लेकिन पता नहीं अखिलेश यादव को कौन सा रोग हो गया है कि उन्हें महाकुंभ की सुव्यवस्था, स्वच्छता देखी नहीं जा रही, उन्हें ये बर्दाश्त नहीं हो रहा कि वहां हर दिन 50 लाख से 1 करोड़ लोग डुबकी लगा रहे हैं। उन्हें इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।"


अखिलेश यादव ने दी थी यह प्रतिक्रिया 

कुंभ मेला क्षेत्र में यूपी कैबिनेट की बैठक और संगम स्नान को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि ‘कुंभ और प्रयागराज राजनीति या राजनीतिक कार्यक्रमों की जगह नहीं है। वहां आयोजित पूरी कैबिनेट बैठक राजनीतिक है जिसका उद्देश्य राजनीतिक संदेश देना है।’’ अखिलेश ने आगे कहा कि "समाजवादी पार्टी के सदस्यों को अपनी मायाओं और मां गंगा में गहरी आस्था है। हमसे से कई लोग बिना किसी प्रचार प्रसार या फिर सोशल मीडिया पर तस्वीर तो साझा नहीं किए लेकिन संगम में डुबकी लगा चुके है। " 


ग़ौरतलब है की महाकुंभ की व्यवस्थाओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने अपने हाथों में रखा था। इसकी तैयारियों की समीक्षा सीएम योगी लगातार करते रहे। जिसके नतीजा यह रहा कि महाकुंभ में शामिल होने के लिए देश दुनिया से पहुंच रहे श्रद्धालु लगातार यहाँ की व्यवस्थाओं की प्रशंसा कर रहे है। बाद में मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक करने का फ़ैसला लिया जो बुधवार को हुई, इसके बाद विपक्ष की पार्टी प्रदेश सरकार के इस क़दम पर तरह-तरह के बयान दे रहे है। 
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