Keshav Maurya ने कांवड यात्रा पर विपक्ष को दिया जवाब, विरोधी जरुर सुन लें
कांवड यात्रा के दौरान योगी सरकार का ऐलान
केशव प्रसाद मौर्य का ये बयान ऐसे समय में आया है जब अखिलेश यादव लगातार केशव मौर्य और सीएम योगी को टारगेट कर रहें हैं। अखिलेश यादव कह रहें हैं- और जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है, उसके नाम से क्या पता चलेगा? माननीय न्यायालय स्वत: संज्ञान ले और ऐसे प्रशासन के पीछे के शासन तक की मंशा की जांच करवाकर, उचित दंडात्मक कार्रवाई करे, ऐसे आदेश सामाजिक अपराध हैं, जो सौहार्द के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ना चाहते हैं।
इसके अलावा प्रियता गांधी कहती हैं- हमारा संविधान हर नागरिक को गारंटी देता है कि उसके साथ जाति, धर्म, भाषा या किसी अन्य आधार पर भेदभाव नहीं होगा। उत्तर प्रदेश में ठेलों, खोमचों और दुकानों पर उनके मालिकों के नाम का बोर्ड लगाने का विभाजनकारी आदेश हमारे संविधान, हमारे लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला है। समाज में जाति और धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करना संविधान के खिलाफ अपराध है। यह आदेश तुरंत वापस लिया जाना चाहिए और जिन अधिकारियों ने इसे जारी किया है, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
अब योगी का विरोध कर रहें इन्हीं विपक्षियों को केशव प्रसाद मौर्य ने करारा जवाब दिया है और बता दिया है कि योगी सरकार में लिया गया फ़ैसला ग़लत नहीं है।विरोधी बिना वजह बवाल कर रहें हैं, वहीं कांवड के दौरान ऐसा विरोध करने और कांवड़ियों को परेशान करने वालों को योगी ने भी चेतावनी बहुत पहले दे रखी थी।