गुजरात के अहमदाबाद में शुरू होगा पतंग महोत्सव , बाजार में बढ़ी ‘मोदी मांझा–पतंग’ की डिमांड
गुजरात का पतंग उत्सव हर साल एक प्रमुख आकर्षण बनता है, इसमें लोग न सिर्फ मनोरंजन करते हैं, बल्कि सामाजिक संदेशों का प्रचार भी करते हैं।
गुजरात में मकर संक्रांति के अवसर पर पतंग उत्सव की धूम मचने वाली है। हर साल की तरह इस बार भी पूरे गुजरात में पतंग बाजार सज चुका है और लोग इसका खूब आनंद लेने के लिए जुट रहे हैं। मकर संक्रांति के पर्व पर देश-विदेश से लोग पतंगबाजी के लिए गुजरात आते हैं। राज्य सरकार भी इस उत्सव को बड़े धूमधाम से मनाती है। राज्य में चारों ओर पतंग की रौनक है।
बाजार में इस समय कई प्रकार की पतंगें बिक रही हैं। इन पर सामाजिक संदेश भी अंकित है, जैसे "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ", "स्वच्छता अभियान" और कई अन्य सकारात्मक स्लोगन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का असर भी यहां दिखता है, क्योंकि मोदी छाप मांझा और पतंग की सबसे बड़ी डिमांड है।
गुजरात का पतंग उत्सव हर साल एक प्रमुख आकर्षण बनता है, इसमें लोग न सिर्फ मनोरंजन करते हैं, बल्कि सामाजिक संदेशों का प्रचार भी करते हैं।
इस बारे में एक दुकानदार केरीवाला ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि बाजार में इस बार काम थोड़ा ढीला है। लोग कम खऱीदारी कर रहे हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि शनिवार या रविवार को लोग जमकर खरीदारी करेंगे। वैसे बहुत तरह के पतंगों की डिमांड है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उस मात्रा में खरीदारी देखने को नहीं मिल रही है, जैसा कि आमतौर पर देखने को मिलती है। इसके अलावा मोदी के नाम की चरखी भी बाजार में दिख रही है। लोग इस चरखी के प्रति अपना रुझान दिखा रहे हैं।
एक अन्य दुकानदार ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि अभी 'मोदी जी' की चरखी बाजार में आई है। ग्राहकों के बीच इसे लेकर बहुत डिमांड है। मैं अब तक 50 हजार मोदी की चरखी बेच चुका हूं। अभी केजरीवाल की कम और मोदी जी की चरखी ज्यादा चल रही है। मोदी जी हाई पर चल रहे हैं।
दुकानदार दिलिप कुमार ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि हमारे पास ऑटोमेटिक चरखी भी है। इसकी काफी डिमांड है। लोग इसे काफी पसंद कर रहे हैं। लोगों का उत्साह काफी बढ़ता हुआ दिख रहा है।
Input: IANS