Kolkata Case : खत्म होगी जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल ! सीएम ममता ने की फोन पर बात
कोलकाता रेप मर्डर केस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हड़ताल पर चल रहे जूनियर डॉक्टरों से फोन पर बात की है। उन्होंने डॉक्टरों की और सभी मांगों पूरा करने के लिए 3 से 4 महीने का समय मांगा है।
कोलकाता मर्डर रेप केस मामले में सीएम ममता बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों से फोन पर बात की है। बता दें ममता बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों के अल्टीमेटम के बाद आमरण अनशन के 15वें दिन बात की और उन्होंने जूनियर डॉक्टरों को हड़ताल खत्म कर काम पर लौटने का अनुरोध किया। इसके अलावा आज शाम उन्होंने हड़ताल पर चल सभी जूनियर डॉक्टरों को सचिवालय नवात्र आने का भी प्रस्ताव दिया है।
ममता बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों से की अपील
बता दें कि कोलकाता की महिला जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर मामले पर ममता बनर्जी ने डॉक्टरों से बड़ी अपील की है।
उन्होंने कहा है कि "मामला अदालत में चल रहा है न्याय मिलेगा। मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगी। लेकिन, अगर सरकारी अस्पताल में सेवा नहीं देंगे, तो लोग कहां जाएंगे ? जनता भी न्याय चाहती है। मैं आपकी बहन के तौर पर आपको भरोसा दिलाती हूं। कि आपकी जायज मांगें पूरी की जाएंगी। आपकी पढ़ाई बाधित हो रही है और आपकी अनुपस्थिति के कारण लोग भी परेशान हैं। इसलिए मैं आपसे भूख हड़ताल वापस लेने और काम पर लौटने का अनुरोध करती हूं। मैं आपसे विनती कर रही हूं, मैं आपकी बहन के तौर पर बोल रही हूं"। मुझे आपके स्वास्थ्य की चिंता है। मैं आपकी अच्छी सेहत की कामना करती हूं और यथासंभव मदद करूंगी!
हड़ताल पर चल रहे जूनियर डॉक्टरों ने क्या कहा
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा - "हम नबाना जाएंगे लेकिन हमारी भूख हड़ताल जारी रहेगी" हम प्रशासन को अपनी मांगों का चार्टर फिर से भेजेंगे और जवाब का इतंजार करेंगे"। वहीं एक और प्रदर्शनकारी डॉक्टर ने कहा " हम सीएम की बैठक में शामिल होंगे और अगर हमारी मांगे पूरी होती हैं। तो हम काम पर लौटना चाहेंगे। हम काफी समय से इंतजार कर रहे हैं"।
ममता बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों से मांगा 3 से 4 महीने का समय
बता दें कि हड़ताल पर चल रहे जूनियर डॉक्टरों की ज्यादातर मांगे सीएम ममता बनर्जी की तरफ से वैसे तो पूरी हो चुकी हैं। लेकिन बाकी मांगों को लेकर ममता बनर्जी ने 3 से 4 महीने का समय मांगा है। उन्होंने कहा है कि कुछ मांगों के लिए नीतिगत बदलाव की जरूरत है।
"हम पूरी तरह से सहयोग करेंगे। लेकिन यह भी स्वीकार्य नहीं है कि आप सरकार को निर्देश दें कि क्या किया जाना चाहिए। मैं केवल अनुरोध कर सकती हूं। आप मेरे अनुरोध पर ध्यान देना चाहते हैं या नहीं"।
उससे पहले जूनियर डॉक्टरों की मांग पर कोलकाता केस में लापरवाही बरतने को लेकर कई बड़े अधिकारियों पर गाज गिर चुकी है। इनमें ममता बनर्जी द्वारा सबसे बड़ा एक्शन कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त विनीत गोयल पर हुआ था। इसके साथ कई और अधिकारियों पर गाज गिरी थी।