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Kota: एग्जाम के प्रेशर ने एक और छात्र को उतारा मौत के घाट, कोटा में नीट के स्टूडेंट ने फिर की आत्महत्या

Kota: आशुतोष चौरसिया कोटा में नीट की तैयारी कर रहा था। उसका शव बुधवार रात दादाबाड़ी थाना क्षेत्र में उसके कमरे में पंखे से लटका मिला। पुलिस ने बताया कि चौरसिया के परिवार को मामले की जानकारी दे दी गई है और शव को शवगृह में रखवा दिया गया है।
Kota: एग्जाम के प्रेशर ने एक और छात्र को उतारा मौत के घाट, कोटा में नीट के स्टूडेंट ने फिर की आत्महत्या
Photo by:  Google

Kota:राजस्थान के कोटा में राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहे उत्तर प्रदेश के एक और छात्र ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान यूपी के मिर्जापुर निवासी आशुतोष चौरसिया (20) के रूप में हुई है। आशुतोष चौरसिया कोटा में नीट की तैयारी कर रहा था। उसका शव बुधवार रात दादाबाड़ी थाना क्षेत्र में उसके कमरे में पंखे से लटका मिला। पुलिस ने बताया कि चौरसिया के परिवार को मामले की जानकारी दे दी गई है और शव को शवगृह में रखवा दिया गया है।आइए जानते है इस खबर को विस्तार से ....

करीब 11:30 बजे मौके पर पहुंची पुलिस 

 पुलिस ने बताया कि चौरसिया के परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा। परिवार के सदस्य उससे संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे। जब कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने पेइंग गेस्ट (पीजी) मालिक से चौरसिया के बारे में पूछा। जब पीजी मालिक ने चौरसिया के कमरे का दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। बुधवार रात करीब 11:30 बजे पुलिस मौके पर पहुंची और गेट तोड़कर अंदर घुसी, जहां चौरसिया फंदे से लटका मिला।

पिछले साल कोटा में करीब 29 आत्महत्याएं हुई

पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि उसने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया। पिछले साल कोटा में करीब 29 आत्महत्याएं हुई थीं और इस साल सितंबर तक यह संख्या 15 को पार कर गई है। सितंबर में, नीट की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय छात्र ने राजस्थान के कोटा शहर में अपने किराए के घर में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। कोटा में इस साल यह छात्र आत्महत्या का 15वां संदिग्ध मामला था। पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के बरसाना निवासी परशुराम के रूप में हुई थी। वह सात दिन पहले ही कोटा आया था और नीट की तैयारी के लिए एक कोचिंग सेंटर में पढ़ाई कर रहा था। कोटा प्रशासन शहर में आत्महत्या से होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है। 

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