लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की बढ़ सकती है मुश्किलें, धक्का-मुक्की मामले में एफआईआर दर्ज
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हर दिन अलग-अलग मुद्दे को लेकर हंगामे की स्थिति देखने को मिल रही है। गुरुवार को संसद के मकर द्वार पर कथित धक्का मुक्की मामले पर अब लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की मुश्किल बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। बीजेपी नेताओं की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कर ली है।
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हर दिन अलग-अलग मुद्दे को लेकर हंगामे की स्थिति देखने को मिल रही है। गुरुवार को संसद के मकर द्वार पर कथित धक्का मुक्की मामले पर अब लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की मुश्किल बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। बीजेपी नेताओं की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कर ली है। बीजेपी नेताओं द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर में कई आरोप राहुल गांधी पर लगाए गए है। वही कांग्रेस जवाब में कांग्रेस के द्वारा दी गई शिकायत पर दिल्ली पुलिस अभी जांच कर रही ह फ़िलहाल एफआईआर दर्ज नहीं की है।
दरअसल, बीजेपी ने पुलिस दो दिए गए शिकायत पत्र में ये जानकारी दी है कि गुरुवार की सुबह संसद भवन के मकर द्वार पर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उनके सांसदों को धक्का दिए जिसकी वजह से उनकी पार्टी के दो सांसदों को चोटें आईं। इसके साथ ही राज्यसभा में बीजेपी की महिला सांसद ने राहुल गांधी के खिलाफ राज्यसभा के सभापति से शिकायत की है।संसद मार्ग थाने में बीएनएस की धारा 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), धारा 117 (स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाना), धारा 125 (जान को खतरे में डालना), धारा 131 (आपराधिक बल का प्रयोग), धारा 351 (आपराधिक धमकी) के तहत राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सदस्य अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति से भी शिकायतें की हैं। संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद अनुराग ठाकुर ने पत्रकारों से कहा कि राहुल गांधी के द्वारा शारीरिक हमला और उकसाने के लिए उनके खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि एनडीए के सांसद शांतिपूर्ण तरीके से कांग्रेस के झूठ के प्रोपेगेंडा को बेनकाब कर रहे थे और उनसे माफी की मांग कर रहे थे। उसी समय राहुल गांधी अपने 'इंडी' गठबंधन के सांसदों के साथ आए और तय रास्ते से न जाकर एनडीए के सांसदों के बीच आ गए। उन्होंने अपनी पार्टी के सदस्यों को उकसाया भी और "दुर्भावनापूर्ण रवैये" के साथ आगे बढ़े।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसद परिसर में गुरुवार को हुई धक्का-मुक्की मामले पर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए थे। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, "कुछ दिन पहले एक मामला सामने आया, जिस पर पूरे समय भाजपा ने सदन में चर्चा नहीं होनी दी। फिर अमित शाह का बाबा साहेब अंबेडकर पर बयान आया। हम शुरू से कहते आए हैं कि भाजपा-आरएसएस की सोच संविधान विरोधी और अंबेडकर के खिलाफ है।" उन्होंने कहा, "भाजपा और आरएसएस के लोग बाबा साहेब अंबेडकर के योगदान को मिटाना चाहते हैं। अंबेडकर के प्रति उनकी जो सोच है, उसे उन्होंने सबके सामने दिखा दिया है। हमने अमित शाह से इस्तीफा मांगा, लेकिन वह नहीं हुआ और आज फिर से इन्होंने मुद्दे को भटकाने का काम किया है। हम अंबेडकर की प्रतिमा से संसद की ओर शांति से जा रहे थे। संसद की सीढ़ियों पर भाजपा के सांसद खड़े थे, जो हमें अंदर जाने नहीं दे रहे थे।"
ग़ौरतलब है कि संविधान पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को सदन में संविधान के निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर को लेकर बयान दिया था उनके भाषण पर कांग्रेस समेत विपक्षी सांसदों ने आपत्ति जताते हुए अमित शाह का जमकर विरोध किया था। विपक्ष के आरोप में सत्ता पक्ष के तरफ़ से कई सांसदों पलटवार करते हुए प्रदर्शन किया। इसी क्रम में गुरुवार को संसद के मकर द्वार पर दोनो पक्ष के सांसद आमने-सामने आ गए।