Yogi के फ़ैसले पर सवाल उठाने वालों पर हनुमानगढ़ी के महंत राज़ू दास ने निकाला ग़ुस्सा
कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी किया था की पूरे यूपी में कांवड़ मार्गों पर खाने पीने की दुकानों संचालकों - मालिकों का नाम और पहचान बतानी होगी। योगी के इस आदेश पर राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। योगी के फ़ैसले का विपक्ष और मुस्लिम समुदाय के लोग विरोध कर रहे हैं। बॉलीवुड सोनू सूद ने भी योगी के फ़ैसले का विरोध किया था, वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी फ़िलहाल नेम प्लेट मामले पर योगी सरकार के आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी थी
कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी किया था की पूरे यूपी में कांवड़ मार्गों पर खाने पीने की दुकानों संचालकों - मालिकों का नाम और पहचान बतानी होगी। योगी के इस आदेश पर राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। योगी के फ़ैसले का विपक्ष और मुस्लिम समुदाय के लोग विरोध कर रहे हैं। बॉलीवुड सोनू सूद ने भी योगी के फ़ैसले का विरोध किया था, वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी फ़िलहाल नेम प्लेट मामले पर योगी सरकार के आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी थी।
कोर्ट ने यूपी, एमपी और उत्तराखंड की सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है और अब इस मामले में 26 जुलाई को अगली सुनवाई होगी। वहीं अब हनुमानगढ़ी के महंत राज़ू दास ने योगी के फ़ैसले पर सवाल उठाने वाले और सुप्रिम कोर्ट के फ़ैसले पर अपनी नाराज़गी जाहिर की है। हमेशा ही अपने विवादित बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले हनुमानगढ़ी के महंत राज़ू दास ने एक बार फिर विवादित बयान दे दिया है, महंत राज़ू दास ने अपने X अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है,जिसमें वो अपनी नाराज़गी ज़ाहिर कर रहे हैं। वीडियो शेयर करने के साथ साथ उन्होंने एक पोस्ट भी किया है। महंत राज़ू दास ने अपने पोस्ट में लिखा - सुप्रीम कोर्ट के लिए देश का बहुसंख्यक समाज कोई मायने नहीं रखता है।लगता है सोनू सूद की तरह सुप्रीम कोर्ट के जजों को भी उनके थूक-मूत मिला खाना लजीज़ लगता है।
हनुमानगढ़ी के महंत राज़ू दास ने योगी के फ़ैसले पर सवाल उठाने वाले और सुप्रिम कोर्ट के फ़ैसले पर किस कदर नाराज़गी ज़ाहिर की है, वैसे महंत राज़ू दास एक बार फिर से विवादित बयान देकर भी हर किसी को चौंका दिया है। सुप्रीम कोर्ट पर विवादित बयान देने की वजह से कुछ लोगों ने उन्हें ट्रोल भी कर दिया है। एक यूज़र ने लिखा - अरे बाबा जी आप क्या बोल रहे हो माननीय उच्च न्यायालय को
वहीं एक दूसरे यूज़र ने लिखा की - सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ ऐसी टिप्पणी करने वाले के ऊपर शख्त कार्यवाही होनी चाहिए।
इसके अलावा एक और यूज़र ने लिखा - संतों को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती, विरोध के लिए भाषा का स्तर गिराने की आवश्यकता नहीं है । मर्यादा में रहकर भी विरोध किया जा सकता है।
बता दें कि कांवड़ यात्रा पर योगी के फ़ैसले पर विपक्ष भी बौखलाया गया था, वहीं बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने भी योगी के फ़ैसले पर सवाल उठा दिए थे। सोनू सूद ने अपने X अकाउंट पर लिखा था - हर दुकान पर केवल एक नेम प्लेट होनी चाहिए: इंसानियत
वहीं सोनू सूद ने एक और ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने भगवान राम और शबरी का उदाहरण देते हुए विवादित बयान दे दिया था।दरअसल एक सुधीर mishra नाम के यूज़र ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें रोटी बनाने वाला शख़्स थूकता दिख रहा है।इस वीडियो के साथ इस शख़्स ने लिखा की - थूक लगाई रोटी "सोनू सूद" को “पार्सल” की जाये, ताकि भाईचारा बना रहे !
वहीं इस यूज़र को जवाब देते हुए सोनू सूद ने लिखा था - हमारे श्री राम जी ने शबरी के झूठे बेर खाए थे तो मैं क्यों नहीं खा सकता,हिंसा को अहिंसा से पराजित किया जा सकता है मेरे भाई बस मानवता बरकरार रहनी चाहिए । जय श्री राम
सोनू सूद अपने इस बयान की वजह से काफ़ी ट्रोल भी हुए थे।एक्टर ने सफ़ाई भी पेश की थी। लेकिन उसके बाद एक्टर को लेकर लोगों का ग़ुस्सा शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है। हाल ही में सोनू के विवादित बयान पर बीजेपी सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत ने भी अपना रिएक्शन देते हुए एक्टर को लताड़ लगाई थी।वहीं अब मेरठ सीट से बीजेपी सांसद और टीवी पर भगवान राम का किरदार निभा चुके अरूण गोविल ने भी नेम प्लेट विवाद पर अपना बयान दिया था।अरूण गोविल ने अपने बयान में सोनू सूद का ज़िक्र तो नहीं किया था।लेकिन उन्होंने योगी के फ़ैसले का समर्थन किया है।जिनके फ़ैसले पर सोनू सूद ने सवाल उठाए थे।