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‘मर्द की औलाद, सिर तोड़ देंगे’,गुंडागर्दी पर उतरे उद्धव !

खुद के नेता संभाले नहीं जा रहे और सिर तोड़ने की धमकी BJP को दे रहे Uddhav ! मोदी-शाह करेंगे इलाज ! देखिये किस तरह से उद्धव ठाकरे बीजेपी और शिंदे को धमकी देते हुए नज़र आये हैं।
‘मर्द की औलाद, सिर तोड़ देंगे’,गुंडागर्दी पर उतरे उद्धव !

महाराष्ट्र का सियासी तापमान एक बार फिर उस वक़्त गरमा गया जब पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के साथ साथ बीजेपी को भी धमकी देनी शुरू कर दी। उद्धव ठाकरे भले ही अपने नेताओं को ना संभाल पा रहे हों, लेकिन उसका ज़िम्मेदार बीजेपी और शिंदे वाली शिवसेना को ठहराते हुए मर्द की औलाद और सिर तोड़ देंगे जैसी भाषा पर उतारू हो गये।दरअसल ये स्थिति बनी क्यों ? ये भी आपको समझना होगा। इसके लिए थोड़ा सा पीछे चलिये। आपको याद होगा महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान कैसे तमाम एग्जिट पोल्स ने महाविकास अघाड़ी की जीत का दम भरा था लेकिन खेल ऐसा पलटा कि सारे एग्जिट पोल ग़लत साबित हुए और महायुति की सरकार बन गईं और वो भी प्रचंड बहुमत से। उद्धव वाली शिवसेना की तो ख़स्ता हालत हो गई कि एक एक सीट बचाने के लाले पड़ गये थे।

रही कसर अब शिवसेना यूबीटी के वो नेता पूरी कर रहे हैं जिनको अपना राजनीतिक भविष्य उद्धव के साथ नज़र नहीं आ रहा, जो उनकी विचारधारा और संजय राउत के बड़बोलेपन से इतने परेशान हैं कि बस यहाँ वहाँ ताक झांक कर रहे हैं। ये वो नेता है जो बीजेपी में शामिल होने का मन बना रहे हैं। शायद इसीलिए कुछ वक़्त पहले खबर आई थी कि शिवसेना यूबीटी के नेता एकनाथ की शिवसेना में शामिल होना चाहते हैं। बस इसी को लेकर निराश हताश उद्धव को जब कुछ नहीं सूझा तो उन्होंने बीजेपी पर तगड़ा पलटवार कर दिया। ऐसा करते हुए वो शायद अपने पद की गरिमा और भाषा की मर्यादा भी भूल गया।

उद्धव ठाकरे ने धमकी देते हुए कहा- अगर आप (एकनाथ शिंदे और भाजपा) मर्द की औलाद हैं तो ED, Income Tax और Police को एक तरफ रख दें और हमारे साथ आकर लड़ें। हम आपको दिखायेंगे की असली शिवसेना कौन सी है ? आप हमें तोड़ने की कोशिश करेंगे, तो हम आपका सिर तोड़ देंगे। 

आपको बता दें इससे पहले डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा था- शेर की खाल पहनकर कोई शेर नहीं हो सकता उसके लिए शेर का कलेजा भी चाहिये। मेरे काम से प्रभावित होकर सभी पार्टियों के लोग मुझसे मिलते रहते हैं, इसे राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिये। मैं जब सीएम था तब भी मेरे आवास के दरवाज़े खुले रहते थे, आज भी हमारे दरवाज़े सभी के लिए खुले हैं। ये ट्रेलर है, पिक्चर तो अभी बाक़ी है। 

बहरहाल, महाराष्ट्र में सियासी तापमान अभी थमेगा नहीं बल्कि वक़्त के साथ बढ़ेगा ही बढ़ेगा

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