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Mangesh Yadav Encounter: Yogi या Akhilesh, Swami Premanand Maharaj ने किसका दिया साथ ?

सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर जहां अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ के बीच जबरदस्त वार पलटवार हो रहा है तो वहीं इसी बीच वृंदावन वाले स्वामी प्रेमानंद महाराज ने एनकाउंटर के मसले पर क्या कुछ कहा देखिये ये खास रिपोर्ट।
Mangesh Yadav Encounter: Yogi या Akhilesh, Swami Premanand Maharaj ने किसका दिया साथ ?

साल 2017 में जब पहली बार गोरक्षनाथ मठ के महंत भगवाधारी योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य की सत्ता संभाली थी, तब उन्होंने गुंडों, बदमाशों और माफियाओं को चेतावनी दे दी थी कि जितने भी गुंडे, बदमाश और माफिया हैं, वो या तो उत्तर प्रदेश छोड़ दें, नहीं तो उनके लिए दो ही जगह होगी—एक जेल और दूसरी जगह जहां वो नहीं जाना चाहेंगे। सत्ता संभालते ही योगी ने जो वॉर्निंग दी थी, उसका असर यूपी में धीरे-धीरे दिखने लगा। जहां एक तरफ गले में तख्ती डाल कर थाने में सरेंडर करने वाले गुंडे-बदमाशों की लाइन लग गई, वहीं जिन गुंडे-बदमाशों ने योगी की वॉर्निंग को हल्के में लिया, उनका एनकाउंटर होने लगा। किसी के पैर में गोली मारी गई, तो कोई दुनिया से उठ गया। गुंडे-बदमाशों के खिलाफ हो रहे ताबड़तोड़ एक्शन के बीच 28 अगस्त को जिला सुल्तानपुर में पुलिस वालों ने डकैती के आरोपी मंगेश यादव को एक एनकाउंटर में मार गिराया, जिसके बाद देश में बवाल मच गया।

यूपी में एनकाउंटर पर मच गया भीषण बवाल

ज्वैलरी शॉप में डकैती के आरोपी मंगेश यादव ने पुलिस पर फायरिंग की, तो बचाव में पुलिस ने भी फायर झोंक दिया, जिसमें घायल मंगेश यादव की जान चली गई। लेकिन अब इस पर सवाल उठने लगे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जाति देखकर एनकाउंटर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि—  अखिलेश यादव, अध्यक्ष, सपा लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपा के लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गई और ‘जात’ देखकर जान ली गई। 

अखिलेश यादव ने पुलिस पर जाति देखकर मंगेश यादव का एनकाउंटर करने का आरोप लगाया, तो सीएम योगी ने भी जोरदार पलटवार करते हुए कहा कि... जब यही डकैत हत्या करके भाग जाता तो यही लोग कहते अराजकता है और जब पुलिस ने कार्रवाई कर दी तो सपा को बुरा लग रहा है। 

योगी यहीं नहीं रुके, उन्होंने तो सपा को ललकारते हुए यहां तक कह दिया कि सरकार चलाने के लिए जज्बा चाहिए, दिल भी चाहिए और दिमाग भी चाहिए। सत्ता विरासत में मिल सकती है, बुद्धि विरासत में नहीं मिल सकती है। 

डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर जहां अखिलेश यादव और सीएम योगी के बीच जोरदार वार-पलटवार की जंग छिड़ी हुई है, तो वहीं इसी बीच एनकाउंटर पर वृंदावन वाले स्वामी प्रेमानंद महाराज का एक बयान जोरशोर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें स्वामी प्रेमानंद महाराज कह रहे हैं— स्वामी प्रेमानंद महाराज वो एक निर्दोष है, एक गरीब है जिसे दौड़ा कर आपने गोली से मार दिया और आपने पूरी पोजिशन बना ली। लेकिन जो देख रहा है, वो पोजिशन बिगाड़ेगा। पक्की बात समझ लो, दुखिया को ना सताइए, दुखिया देगा रोए। जब दुखिया का मुखिया सुने तब तेरी गति क्या होय? 

कोई कितना ही बड़ा बदमाश, गुंडा या माफिया क्यों न हो, उसका एनकाउंटर नहीं किया जा सकता। भारत जैसे देश में आतंकवादी अजमल कसाब को भी अपना पक्ष रखने के लिए वकील दिया जाता है, तो फिर किसी गुंडे-बदमाश का एनकाउंटर कहां तक जायज है। लेकिन हां, वो गुंडा-बदमाश अगर पुलिस पर फायरिंग करता है, तो फिर पुलिस को भी उसे अपने बचाव में फायरिंग करने का पूरा हक है। और उस फायरिंग में कभी गुंडे-बदमाश घायल हो जाते हैं, तो कभी जहन्नुम में पहुंच जाते हैं। सुल्तानपुर एनकाउंटर केस में डकैती के आरोपी मंगेश यादव ने जब पुलिस पर फायरिंग की, तो क्रॉस फायरिंग में उसे गोली लगी और दम तोड़ दिया।

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