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मोदी की ताक़त ने बदल दिए मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के सुर, जानिए अचानक क्यों करने लगे भारत की तारीफ़

मुइज्जू इन दिनों अपनी पत्नी साजिदा मोहम्मद और अपने देश के प्रतिनिधिमंडल के साथ 4 दिन की भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं। यहाँ पर मुइज्जू ने सोमवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राजधानी दिल्ली के हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता भी की।
मोदी की ताक़त ने बदल दिए मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के सुर, जानिए अचानक क्यों करने लगे भारत की तारीफ़
भारत के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद कर मालदीव की सत्ता में आने वाले राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सुर अब बदले हुए दिखाई दे रहे है। अब मुइज्जू पिछले कई महीनों से भारत से अपने रिश्तों को सुधारने की लगातार कोशिश कर रहे है। मुइज्जू इन दिनों अपनी पत्नी साजिदा मोहम्मद और अपने देश के प्रतिनिधिमंडल के साथ 4 दिन की भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं। यहाँ पर मुइज्जू ने सोमवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राजधानी दिल्ली के हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता भी की। भारत पहुंचे मुइज्जू एक इंटरव्यू में जो बातें कही है उसे सुनकर यही कहा जा सकते है कि भारत का जिस तरह से विश्व पटल पर महत्व बढ़ी है उसी के चलते अब मुइज्जू भारत से रिश्ते बेहतर करने के हर प्रयत्न कर रहे है। इंटरव्यू के दौरान मुइज्जू ने चीन के संदर्भ में भारत-मालदीव रिश्तों को लेकर काफ़ी महत्वपूर्ण बातें कह दी है।उन्होंने कहा है कि मालदीव कभी कुछ ऐसा नहीं करेगा जिससे भारत की सुरक्षा को नुकसान हो। 


दरअसल, मालदीव के राष्ट्रपति  मुइज्जू चार दिवसीय भारत यात्रा के दौरान कई कार्यक्रम में भी शामिल होने वाले है, सोमवार को उन्होंने PM मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करते हुए भरा-मालदीव के बेच रिश्तों को बेहतर बनाए के मक़सद से 40 करोड़ डॉलर की मुद्रा अदला-बदली को लेकर समझौता किया। इससे मालदीव को विदेशी मुद्रा भंडार से जुड़े मुद्दों से निपटने में मदद मिलेगी। इससे पाहले  मुइज्जू ने 'टाइम्स ऑफ़ इंडिया' को एक इंटरव्यू दिया। जिसमें उन्होंने कई ऐसी बातें बोली जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थीं। हालाँकि उनके द्वारा इंटरव्यू में कही गई बात को देखकर यह कह सकते है की विश्व पटल पर भारत की बढ़ती साख और महत्व को अब मालदीव भी नकार नहीं पा रहा। शायद यही वजह है कि मालदीव की सत्ता में आने के लिए भारत के ख़िलाफ़ मुखर रहने वाले मुइज्जू के सुर अब बदल गए है। 


भारत के हितों का नहीं होने देंगे नुक़सान 

इंटरव्यू के दौरान मुइज्जू ने चीन के साथ बढ़ते मालदीव के रिश्ते और उस पर भारत की चिंता पर भी उन्होंने अपनी बातें रखी है। उन्होंने कहा है कि मालदीव अलग-अलग देशों के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन वो इस चीज़ के लिए भी पूरी तरह आश्वस्त है कि उसकी कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं होगी जिससे  गतिविधियों से क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता से किसी तरह का समझौता न हो। इंटरव्यू के दौरान मुइज्जू ने भारत को मालवदीव का मूल्यवान दोस्त बताया। उन्होंने कहा की भारत के साथ हमारा सम्बंध आपसी सम्मान और साझा हितों पर आधारित है। मुइज्जूने दावा किया है की मालदीव हमेशा भारत के साथ मज़बूत रिश्ते को बरक़रार रखते हुए रणनीतिक को आगे बढ़ाने का काम जारी रखेगा। क्षेत्र की स्थिरता को बनाए रखने के लिए वो भारत के साथ मिलकर काम करेगा। वही चीन के साथ से बढ़ते मालदीवके रिश्ते को लेकर जब मुइज्जू से सवाल हुआ तो उन्होंने साफ़तौर पर खा कि "हमें विश्वास है कि अन्य देशों के साथ हमारे संबंध भारत के सुरक्षा हितों को कमजोर नहीं करेंगे। मालदीव भारत के साथ मजबूत और रणनीतिक संबंध बनाए रखेगा,और उनके बीच रक्षा सहयोग हमेशा प्राथमिकता रहेगा।" वही उन्होंने इसी साल मालदीव से भारतीय नौसेनिको के निश्कशन को उचित बताते हुए कहा कि मालदीव के लोगों की इच्छा पर यह फ़ैसला लिया गया था। बताते चले कि मालवदीव में मानवीय कार्यों के लिए भारत के कई सैनिक मौजूद थे लेकिन सत्ता में आते ही मुइज्जु ने उन्हें भारत वापिस भेजने की घोषणा की थी। 

भारत आकर ख़ुश हूँ : मुइज्जु 

वही पिछले साल मालदीव की सत्ता में आने के बाद भारत के साथ रिश्तों में आए उतार-चाव पर मुइज्जु ने कहा कि "ये मेरी भारत की पहली अधिकारिक यात्रा है उर मैं बहुत ख़ुश की अपने कार्यकाल के पहले हाई साल मैं भारत आ सका। साथ ही मैं इस साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए पहले ही भारत की यात्रा कर चुका हूं। नवंबर में अपने पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद मुझे COP28 के दौरान प्रधानमंत्री से मिलने का सौभाग्य भी मिला था। मालदीव और भारत के बीच संबंध हमेशा से मजबूत रहे हैं और मुझे विश्वास है कि यह यात्रा इसे और मजबूत करेगी।" इसके साथ ही मुइज्जु ने कहा कि मैं वर्षों से मालदीव को दी गई उदार सहायता और सहयोग के लिए प्रधानमंत्री मोदी, भारत सरकार और भारत के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं।



जानिए भारत ने मालदेव को क्या दिया ?

मुइज्जु की इस यात्रा से पर भारत ने मालदीव को कई अहम चीज़ें दी है सबसे पहले तो 40 करोड़ डॉलर की मुद्रा अदला-बदली को लेकर समझौता, भारत की तरफ से मालदीव में अब रूपे कार्ड करेगा काम, भारत ने मालदीव को 70 सामाजिक आवास सौंपे, इसके अलावा पुनर्विकसित हनीमाधू हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। थिलाफुशी में एक नये वाणिज्यिक बंदरगाह के विकास में सहयोग और मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करने का फैसला। ये सारे ऐसे क़दम है जो मालदीव के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण है । 


गौरतलब है की ये वही मुइज्जु है जो कई बार भारत के विरोध में बात कर चुके है जिसका मालीव के लोगों पर असर हुआ और वो सत्ता हासिल करने में कामयाब हुए। बता दें की मालदीव में भारत से बड़ी संख्या में पर्यटक जाते है जिससे वह कि सरकार को काफ़ी आर्थिक सहयोग मिलता है। वही जब मुइज्जु ने भारत को आँख दिखाई थी तो प्रधानमंत्री मोदी ने अहम क़दम उठाते हुए लक्श्य्द्विप का दौरा पर यहाँ के पर्यटन को प्रमोट किया था। 
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