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Modi के संस्कारों ने जीत लिया किसानों का दिल, SPG तो हैरान रह गई

PM Modi और Sonia Gandhi में यही फर्क है, सोनिया के लिए जहां सुरक्षा कर्मी छाता पकड़ते हैं तो वहीं किसानों के लिए खुद पीएम मोदी छाता पकड़ लेते हैं ।
Modi के संस्कारों ने जीत लिया किसानों का दिल, SPG तो हैरान रह गई

देश की सत्ता संभाल रहे जिस प्रधानमंत्री को विपक्ष किसान विरोधी बताने में कोई कसर नहीं छोड़ता है। उसी प्रधानमंत्री के राज में जहां हरित क्रांति के जनक कहे जाने वाले कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न जैसे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया। उसी प्रधानमंत्री के राज में किसानों के खाते में हर साल सीधे 6 हजार रुपये पहुंचते हैं और उसी प्रधानमंत्री के राज में किसानों को इतना सम्मान मिलता है कि, खुद देश के प्रधानमंत्री उनके लिए हाथ में छाता लिये खड़े रहते हैं।

मोदी के संस्कारों ने जीत लिया दिल

देश की राजनीति में छाते का भी एक अहम किरदार है, जिस पर समय समय पर चर्चा होती ही रहती है। जिसकी शुरुआत साल 2023 में आई उस तस्वीर से हुई, जब कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी छत्तीसगढ़ में हुई कांग्रेस अधिवेशन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए गई थीं। इसी दौरान जब तिरंगा फहराया जा रहा था तो उस वक्त कड़ी धूप में स्टेज पर 81 साल के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और 76 साल की सोनिया गांधी भी मौजूद थीं। यानि बात चाहे उम्र की हो या पद की मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों ही मामलों में सोनिया गांधी से बड़े थे। लेकिन इसके बावजूद दलित समाज से आने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए कोई सुरक्षाकर्मी छाता लेकर नहीं खड़ा हुआ। जबकि सोनिया गांधी के लिए खुद एक सुरक्षाकर्मी छाता लेकर खड़ा रहा। कांग्रेस अधिवेशन में मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ हुए इसी भेदभाव पर खुद पीएम मोदी ने कांग्रेस को जमकर आड़े हाथों लिया था।

जब देश के प्रधानमंत्री को कांग्रेस अध्यक्ष के कथित अपमान पर बोलना पड़ जाए तो आप समझ सकते हैं कि बुजुर्ग नेता खड़गे की बजाए सिर्फ सोनिया गांधी को छाता लगाया जाना कितना बड़ा मुद्दा था। तो वहीं दूसरी तरफ 11 अगस्त को जब खुद पीएम मोदी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे तो। इस दौरान उनकी सादगी का एक जबरदस्त उदाहरण देखने को मिला,जब अचानक बारिश आ गई ।

दरअसल जिस वक्त पीएम मोदी किसानों से बात कर रहे थे,उसी दौरान बारिश होने लगी। फिर क्या था मोदी की सुरक्षा में तैनात एसपीजी तुरंत एक्शन में आई और प्रधानमंत्री मोदी को बारिश से बचाने के लिए छाता लगा दिया। लेकिन तभी अचानक पीएम मोदी ने एसपीजी जवान से छाता लेकर खुद पकड़ लिया और वहां मौजूद किसानों से कहा आप सभी लोग मेरे छाते के नीचे आ जाएं।

जरा सोचिये जिस प्रधानमंत्री के लिए जबरदस्त प्रोटोकॉल होता है, उस प्रधानमंत्री ने खुद किसानों के लिए हाथ में छाता पकड़ा। जिसे देख कर एसपीजी के जवान भी दंग रह गये, क्योंकि अमूमन प्रधानमंत्री की सुरक्षा सबसे ऊपर रहती है। जिनके लिए एसपीजी वाले चौबीसो घंटे मुस्तैद रहते हैं लेकिन इसके बावजूद पीएम मोदी ने बड़ी ही सादगी के साथ एसपीजी के हाथों से छाता लिया और किसानों को बारिश से बचाने के लिए खुद छाता पकड़ लिया। तो वहीं दूसरी तरफ सोनिया गांधी के लिए खास तौर पर सुरक्षा कर्मी को छाता पकड़ना पड़ा। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को तो छाता भी नसीब नहीं हुआ। धूप में ही खड़े रहे ।

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