Modi के एक्शन से कांप गया Pakistan, UN के सामने गिड़गिड़ाते हुए बयां किया दर्द!
प्रधानमंत्री मोदी का ये भाषण आपने कई बार सुना होगा, प्रधानमंत्री मोदी अपने ज्यादातर भाषणों में इस बात का जिक्र करते है | प्रधानमंत्री ने ऐसा करके दिखाया है, तभी इस बात को बोलते है | लेकिन प्रधानमंत्री का ये भाषण सिर्फ देश में ही चर्चा का कारण नहीं है | बल्कि पाकिस्तान इस बयान से खौफ में है | पाकिस्तान परेशान है और साथ ही सोच रहा है कि मोदी का ये बयान उसके लिए आपदा मे अवसर साबित हो सकता है और इसी अवसर के लिए पाकिस्तान UN में पहुंच गया और कहने लगा कि साहब भारत घर में धुसकर मार रहा है | मोदी खुद इस बात को कह रहे है | मंचो पर प्रचार कर रहे है | मोदी के बयान से पाकिस्तान अतिउत्साहित तो जरुर है लेकिन जैसे वो मुहं की खाता आया है इस बार भी मुहं की खाएगा | तो पहले आपको बताते है कि UN में जाकर पाकिस्तान ने क्या कहा है, फिर आपको बताएंगे की यूएन में जाने से पाकिस्तान कैसे अपनी इंटरनैशनल बेइज्जती करवाएगा |
पाकिस्तानी राजदूत मुनीर अकरम ने कहा कि भारत उसके देश पाकिस्तान में घुसकर लोगों को मार रहा है | उसके बाद मुनीर ने मोदी को कोट करते हुए कहा कि मोदी का कहना है कि ‘आज भारत के दुश्मन भी जानते हैं कि ये मोदी है, ये नया भारत है। यह नया भारत आपके घर आता है और आपको मारता है |’ मोदी की बात को पूरा करने के बाद मुनीर ने कहा कि ‘ये नया भारत एक खतरनाक इकाई है | ये सुरक्षा नहीं, बल्कि असुरक्षा की गारंटी देता है |’ इसके बाद उन्होने कहा कि दो दिन पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने सुरक्षा परिषद के साथ की संयुक्त राष्ट्र महासचिव और महासभा के अध्यक्ष को पाकिस्तान में भारत द्वारा निशाना बनाकर की गई हत्याओं के बारे में जानकारी दी थी | दूसरे क्षेत्र में घुसकर की जाने वाली ये हत्याएं सिर्फ पाकिस्तान तक ही सीमित नहीं हैं | ये कनाडा में राजनीतिक विरोधियों की हत्या और अमेरिका में हत्या के प्रयास के साथ ही अन्य देशों तक पहुंच गई हैं तो मुनीर अकरम के इस बयान की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है | लोग तरह तरह के कमेंट कर रहे है, लोग पाकिस्तान के इस बयान को लेकर उसकी खिचाई भी कर रहे है और साथ ही संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने पाकिस्तान को माकूल जवाब भी दिया है | रुचिरा कंबोज ने कहा, ‘हमने एक निश्चित प्रतिनिधिमंडल की टिप्पणियों से खुद को अलग रखने का फैसला किया है, जिसमें न केवल शिष्टाचार की कमी है बल्कि उसकी हानिकारक प्रकृति के कारण हमारे सामूहिक प्रयासों में भी बाधा आती है | क्या उस देश से नहीं पूछा जाना चाहिए जो सबसे संदिग्ध ट्रैक रिकॉर्ड रखता है | पाकिस्तान आतंकवाद के जरिए हर तरफ कलह फैलाता है, शत्रुता पैदा करता है और दुनिया भर में सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं की वकालत करने वाले सम्मान और सद्भाव के सार्वभौमिक मूल्यों को कमजोर करता है |’
तो पहले तो पाकिस्तान को ये समझ लेना चाहिए कि पाकिस्तान, कनाडा या किसी और देश में भारत के आतंकियों की जो हत्याएं हो रही है उसमें भारत का हाथ नहीं है | इन हत्याओं से भारत साफ शब्दों में इंकार कर चुका है | लेकिन पाकिस्तान मानने को तैयार नहीं है और पाकिस्तान जिस कनाडा की तरफ ध्यान दिलाना चाहता है उसके पास भारत के खिलाफ कोई सबूत नहीं है | भारत पर आरोप लगाने के बाद यहीं कनाडा घुटनों के बल भी जल्दी ही आ गया था और झूठे आरोप पाकिस्तान कहीं साबित कर नही पाएगा | वैसे पाकिस्तान को मोदी के बयान से इतना तो समझ लेना चाहिए था कि मोदी सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक की बात कर थे ना कि पाकिस्तान में हो रही टारगेट किलिंग की | कम से कम अब तो पाकिस्तान को समझ लेना चाहि कि ये वो भारत नहीं है जब कांग्रेस के नेता चीन में जाकर शी जिनपिंग से मुलाकात करते थे और दो महीने बाद 26/11 जैसा धिनौना कांड हो जाता है और कांग्रेस के नेता वोटों की भट्टी में हेमंत करकरे जैसे अफसर को झोंकने से परहेज नहीं करते | कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार का कहना है कि एटीएस के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे की मौत आरएसएस समर्पित एक पुलिस अधिकारी की गोली से हुई थी | कांग्रेस नेता का कहना है कि कसाब की गोली से हेमंत करकरे की मौत नहीं हुई है | इसी बात से समझ लिजिए कि ये लोग पाकिस्तान से कितान प्यार करते है और शायद यहीं कारण है कि 26/11 का बदला लेने में कांग्रेस नाकाम रही | इस प्यार के बदले राहुल गांधी को भी पाकिस्तान के नेता प्यार दे रहे है | राहुल के प्रधानमंत्री बनने की दुआ कर रहे है |
वैसे पाकिस्तान यूएन तो जरुर गया है लेकिन साथ ही ये भी कि पाकिस्तान में भारत के आतंकि मारे जा रहे है | तो पहला जवाब तो पाकिस्तान से ही बनता है कि भारत के आतंवादियों को उसने पनाह आखिर दी क्यों है और साथ ही क्या पाकिस्तान मानता है कि उसके यहां आतंकी फल फूल रहे है? तो यूएन पाकिस्तान गया जरुर है, लेकिन आएगा वहां से मुहं की खाकर |