Modi के मंत्री ने Rahul के खिलाफ शुरु किया जूता मारो आंदोलन, कांग्रेस में भगदड़ !
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने राहुल गांधी के खिलाफ जूते मारों आंदोलन शुरु कर दिया है, क्योंकि राहुल ने अमेरिका में बैठकर कहा था कि जब स्थिति ठीक हो जाएगी तो आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा।
गांधी परिवार में सिर्फ प्रधानमंत्री ही जन्म लेते है। लेकिन Rahul Gandhi पचास की उम्र पार कर चुके है। प्रधानमंत्री तो छोड़िए देश सांसद के तौर पर कामयाब नहीं हो पाए।नेता विपक्ष बने तो तेवर सातवें आसमान पर चला गया। क्योंकि दिमाग में राज करने वाली नीती काम करती है। राजाओं वाली मानसिकता साफ झलकती है। शायद यही वजह है कि राहुल पर देश को बांटने की राजनीती करने के आरोप लगने लगे है। राहुल देश में ही ऐसी ऐसी बेतूकी बात नहीं करते, विदेश में भी करते है। जाति के नाम पर देश को बांटने की जिद्द छेड़ चुके अमेरिका में भी यही राग अलाप कर आए है। जो राहुल गांधी लाल रंग का संविधान जनता के बीच में लहराकर कहते थे कि बीजेपी आरक्षण खत्म कर देगी वहीं राहुल अब विदेश में बैठकर कहते है कि कि जब स्थिति ठीक हो जाएगी तब हम आरक्षण खत्म कर देंगे। तो जाहिर सी बात है एक दिन मे तो ऐसे काम होते नहीं है। मतलब कांग्रेस लंबे वक्त कांग्रेस इस काम में लगी है।
कांग्रेस आरक्षण का कितना फेवर करती है वो इस बात से समझ लीजिए की 1979 जनता दल में सरकार में मंडल कमीशन आया था लेकिन उसे दबा कर रखा गया 1990 में वीपी सिंह ने इसे लागू किया। इंदिरा, नेहरु, राजीव कभी भी देश में जाति में नहीं बांटना चाहते थे, लेकिन राहुल हर हाल में बांट देना चाहते है। और यहीं राहुल के गले की फांस बन गया है। जी हां राहुल ने जो बयान अमेरिका में बैठकर दिया है उसके खिलाफ देश में जूता मारों आंदोलन शुरु हो गया है, आंदोलन को शुरु करने वाले नेता का नाम है रामदास आठवले ।
आठवले ने कहा कि दलितों, अन्य पिछड़ वर्ग और आदिवासियों का आरक्षण कोई नहीं छीन सकता और कोई भी व्यक्ति ऐसा प्रयास करेगा तो उससे निपटा जाएगा। दलित समुदाय और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया आरक्षण पर टिप्पणी के लिए विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ देशव्यापी जूते मारो आंदोलन शुरू करेगी। राहुल गांधी पर जूते फेंके जाने चाहिए। राहुल गांधी बेकार आदमी हैं। वो जब भी इंग्लैंड या अमेरिका जाते हैं, तो भारत के खिलाफ बातें करते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने आगे सख्त लहजे में कहा कि ये कैसे संभव है कि देश में कोई लोकतंत्र नहीं है। अगर देश में कोई लोकतंत्र नहीं है तो राहुल गांधी कैसे 99 सीट प्राप्त करके नेता प्रतिपक्ष बन सकते हैं। लोगों ने हमें जनादेश दिया है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार सभी को आगे ले जा रही है।
राहुल ने जितने भी बयान अमेरिका में बैठकर दिए है, वो सब भारत में विवादों में है। लेकिन सवाल ये भी है कि राहुल अमेरिका से वापस आ चुके है लेकिन फिर भी इतना विवाद खड़ा होने के बाद भी सफाई पेश नहीं कर रहे है। हां उनके सिपाही जरुर मोर्चा ले रहे है ।लेकिन डिफेंड नहीं कर पा रहे है। लेकिन जिस तरह से देश में राहुल के खिलाफ जूता मारों आंदोलन शुरु हुआ है वो कांग्रेस के लिए शर्मनाक है। राहुल जो पॉलिटिक्स इस वक्त भारत में कर रहे है वो देश को बांटने वाली है, वो जाति की बाद हो या आरक्षण का मसला। और देश की जनता राहुल के खटाखट के पीछे की कहानी को भी समझ गई है। तो अब इन बांटने वाले एजेंडों के साथ राहुल की दुकान चलने वाली नहीं है, वैसे भी मोह्ब्बत की दुकान तो पहले ही बंद हो चुकी है।