दुनिया में दिखी मोदी की धमक, बाइडेन-पुतिन को बस भारत पर भरोशा !
व्लादिमिर पुतिन और जो बाइडेन से आज फोन पर बात की। हमने यूक्रेन की स्थिति सहित विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। मैंने शांति और स्थिरता की शीघ्र वापसी के लिए भारत के पूर्ण समर्थन को दोहराया। हमने बांग्लादेश की स्थिति पर भी चर्चा की और सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली तथा बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। इससे पहले युक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की भी मोदी को प्रभावी व्यक्ति बता चुके है, कह चुके है मोदी पुतिन को रोक सकते है, क्योंकि वो दुनिया भर में प्रभावी व्यक्ति है और युध्द समाप्ति की अगली बैठक भारत में करवाई जानी चाहिए। यही भाषा अमेरिका भी इस्तेमाल कर चुका है, भारत से अपील करते हुए अमेरिका ने कहा था कि भारत रुस से अपने ऐतिहासिक संबंधों का इस्तेमाल कर पुतिन से कहकर युध्द रुकवा सकते है। अब यहां दो बातें है एक तो मैने आपको बता दी कि दुनिया भारत के बारे मे क्या सोचती है और दुसरा भारत के विपक्षी नेता है। जो इस बात का मजाक बनाते है कि मोदी रुस-युक्रेन युध्द रुकवाने का बस बहाना कर रहे है। दुनिया को भारत पर भरोसा है लेकिन भारत के कुछ लोगों को नहीं है। युध्द की वजह से दुनिया में जो उतल-पुथल मची है उसके केंद्र में भारत है, और यही भारत की वैश्विक और कूटनितिक ताकत है। दुनिया में भारत की बढती धमक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। दुनिया को अंदाजा हो चुका है कि वैश्विक शांति के लिए भारत जरुरी है।