Yogi के Commitment पर सांसद Chandrashekhar ने उठाया सवाल, अब Yogi ने दिया करारा जवाब
Yogi Adityanath ने एक बार कोई कमिटमेंट कर दी। तो फिर उसे हर हाल में पूरा करते हैं। और ये बात एक बार फिर योगी आदित्यनाथ ने साबित कर दी।जब 25 जुलाई को पुलिस भर्ती परीक्षा की तारीख का ऐलान किया गया। और इस ऐलान के साथ ही योगी आदित्यनाथ ने नए नए सांसद बने चंद्रशेखर आजाद को भी मुंहतोड़ जवाब दे दिया।
Yogi Adityanath : फिल्म वॉन्टेड का वो मशहूर डायलॉग तो सुना ही होगा। एक बार मैंने जो कमिटमेंट कर दी। तो फिर अपने आपकी भी नहीं सुनता। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath भी कुछ इसी मिजाज के हैं। अगर उन्होंने एक बार कोई कमिटमेंट कर दी। तो फिर उसे हर हाल में पूरा करते हैं। और ये बात एक बार फिर योगी आदित्यनाथ ने साबित कर दी।जब 25 जुलाई को पुलिस भर्ती परीक्षा की तारीख का ऐलान किया गया। और इस ऐलान के साथ ही योगी आदित्यनाथ ने नए नए सांसद बने चंद्रशेखर आजाद को भी मुंहतोड़ जवाब दे दिया।
दरअसल इसी साल योगी सरकार ने 60 हजार 244 पदों पर पुलिस सिपाहियों की बंपर भर्ती निकाली थी। जिसकी परीक्षा 17 और 18 फरवरी को पूरे यूपी में आयोजित की थी। जिसमें 48 लाख से भी ज्यादा उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। लेकिन जल्द ही लाखों उम्मीदवारों को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब ये खबर आई कि नकल माफियाओं ने पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कर दिया है। जिसके बाद आनन फानन में परीक्षा ही रद्द कर दी गई और उसी वक्त सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये ऐलान कर दिया कि सिपाही भर्ती परीक्षा 6 महीने के अंदर दोबारा कराने का आदेश दे दिया है और युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी तय है।
योगी के आदेश के बाद एक्शन में आई पुलिस ने एक हफ्ते के अंदर ही पेपर लीक करने वाले आरोपियों को तो दबोच लिया।लेकिन योगी ने छ महीने के अंदर दोबारा परीक्षा कराने के जो आदेश दिये थे। उसे पूरा करने में सबसे पहले तो लोकसभा चुनाव की वजह से देरी हुई।और फिर चुनावी नतीजों के आने के बाद एक महीने से भी ज्यादा का समय हो गया लेकिन इसके बावजूद पुलिस परीक्षा की तारीख का ऐलान नहीं हुआ। लगातार हो रही देरी की वजह से नए नए सांसद बने चंद्रशेखर आजाद को ये लगा कि सीएम योगी अपना कमिटमेंट पूरा नहीं कर पाएंगे।इसीलिये डेडलाइन पूरा होने से पहले ही योगी सरकार पर निशाना साधते हुए 11 जुलाई को एक पोस्ट में यहां तक कह दिया कि।
"उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा को आपकी सरकार ने सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा के रूप में प्रचार किया था लेकिन सभी सत्र के पेपर लीक होने की वजह से इस भर्ती परीक्षा को 24 फरवरी 2024 को निरस्त कर दिया गया था और मुख्यमंत्री जी आपने कहा था कि 6 महीने के अंदर इस परीक्षा को करा लिया जाएगा, अब 6 महीने पूरे होने को हैं और सरकार सो रही है, अगर इस परीक्षा को जल्द नहीं कराया गया तो ऐसा लगेगा कि सिर्फ चुनावी लाभ के लिए इस भर्ती को लाया गया था जो 48 लाख अभ्यर्थियों और उनके परिवारों के साथ साथ पूरे उत्तर प्रदेश के साथ धोखा होगा "
चंद्रशेखर आजाद ने सीएम योगी को ये लेटर 11 जुलाई को लिखा था। और योगी की 6 महीने वाली डेडलाइन अभी 24 अगस्त को पूरी होनी है। लेकिन इसके बावजूद चंद्रशेखर आजाद लगता है हड़बड़ी में थे।इसीलिये डेडलाइन पूरी होने से पहले ही योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कह दिया कि लगता है आपकी सरकार सो रही है।लेकिन ये बात शायद भूल गये कि ये योगी हैं योगी।जो एक बार कमिटमेंट कर दिया तो उसे पूरा करके ही दम लेते हैं।यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ ने 6 महीने के अंदर परीक्षा कराने की डेडलाइन दी तो। प्रशास ने पांच महीने के अंदर ही योगी के कमिटमेंट को पूरा कर दिया।और 25 जुलाई को ही ये ऐलान कर दिया कि।
"निरस्त हुई पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को दोबारा कराई जाएगी, सीएम योगी ने 6 महीने के अंदर दोबारा परीक्षा कराने के निर्देश दिये थे जिसकी समय-सीमा के अंदर ही इस परीक्षा को दोबारा कराने के लिए परीक्षा की तारीख घोषित की गई है"
सिपाही भर्ती परीक्षा की तारीखों का ऐलान करने के साथ ही योगी सरकार ने ये ऐलान भी कर दिया है कि इस बार जिसने भी पेपर लीक करने की जुर्रत की। उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। क्योंकि पेपर लीक करने वालों पर एक करोड़ रुपये का जुर्माना तो लगाया ही जाएगा। इसके साथ ही आजीवन कारावास की सजा भी भुगतनी पड़ेगी।यानि जिंदगी भर जेल में सजा काटनी पड़ेगी। और ये बात भी इन नकल माफियाओं को अच्छी तरह से समझ लेनी चाहिए कि योगी की इस चेतावनी को हल्के में लेने की कोशिश ना करें। नहीं तो योगी सरकार सबक सिखाने में जरा भी देर नहीं करेगी।