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MP के सबसे Powerful IAS Md. Suleman पर गिरी गाज, CM Mohan ने सचिवालय से किया बाहर

कौन हैं IAS अफसर मोहम्मद सुलेमान जिन्हें मध्य प्रदेश की सत्ता संभाल रहे सीएम मोहन यादव ने दिखाया सचिवालय से बाहर का रास्ता ?
MP के सबसे Powerful IAS Md. Suleman पर गिरी गाज, CM Mohan ने सचिवालय से किया बाहर
जी, जब मध्य प्रदेश में मामा शिवराज सिंह चौहान की विदाई हुई थी। तो प्रदेश की जनता मामा की विदाई पर रो पड़ी थी। मामा ने करीब 2 दशकों तक मध्य प्रदेश की सेवा की थी। मामा शिवराज का प्रचंड रूप मध्य प्रदेश के साथ-साथ देश के अलग-अलग राज्यों में साफ दिखाई देता था। शिवराज सिंह चौहान का भौकाल यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ की तरह ही टाइट था। क्योंकि मामा अपराधियों और दोषियों पर बुलडोजर चलाने में योगी आदित्यनाथ के बाद दूसरे नंबर पर थे। यहां तक की योगी आदित्यनाथ की तरह ही मामा शिवराज सिंह चौहान भी अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी तगड़ा एक्शन लेते थे। चाहे वो कितने भी बड़े अनुभवी अधिकारी क्यों ना हो।लेकिन साल 2023 में जब मध्य प्रदेश को मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में डॉक्टर मोहन यादव मिले। तो हर किसी ने सोचा की मामा जैसा तेवर और उनके जैसा काम शायद ही ये कर पाए। लेकिन मध्य प्रदेश की जनता की ये गलतफहमी कुछ ही महीने में दूर हो गई।


जब शिवराज सिंह चौहान से चार कदम आगे चलते हुए मोहन  यादव ने प्रदेश की सत्ता संभाली। और तभी से मध्य प्रदेश में अपराधियों पर बुलडोजर के साथ। कई अधिकारियों पर भी तगड़ी कार्रवाई हुई। जिन्होंने किसी मामले में लापरवाही बरती या फिर वो अपने कार्यकाल को सही से नहीं कर पाए। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान जैसा ही भौकाल मध्य प्रदेश के नए मुखिया डॉक्टर मोहन यादव का भी कायम चल रहा है। इस बीच मध्य प्रदेश की सरकार एक बार फिर से चर्चाओं में है। और इस बार किसी अपराधी पर बुलडोजर चलाने की वजह से नहीं ।बल्कि अपने ही सरकार के एक बड़े आईएएस ऑफिसर के सचिवालय से बाहर का रास्ता दिखाने की वजह से ।आपको बता दें। कि IAS मोहम्मद सुलेमान जो सभी सरकारों में सबसे पावरफुल रहे थे। अब इन्हें मोहन यादव की सरकार ने सचिवालय से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। और डिमोशन करते हुए। मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। 2 अगस्त को डॉक्टर मोहन यादव की सरकार ने इन्हें APC मध्य-प्रदेश के पद पर ट्रांसफर कर दिया। ऐसे में ये साफ तौर से दिख रहा है। कि डॉक्टर मोहन यादव की सरकार इन्हें सचिवालय से बाहर करती नज़र आ रही है। आगे हम आपको बताएंगे। कि आखिरकार आईएस मोहम्मद सुलेमान ने मध्य प्रदेश की केंद्र सरकारों में कौन-कौन सी जिम्मेदारी निभाई। लेकिन उससे पहले इनका प्रशासनिक करियर और कौन है IAS मोहम्मद सुलेमान ये जानते हैं ।


कौन है मोहम्मद सुलेमान कैसा रहा है प्रशासनिक करियर ! 


जानकारी के मुताबिक। मोहम्मद सुलेमान ने अपने करियर की शुरुआत ग्वालियर में बतौर कलेक्टर की थी। इसके बाद बालाघाट,इंदौर और सिवनी में भी इन्होंने कलेक्टर के पद पर रहते हुए बड़ी भूमिका निभाई। इनके तेज तर्रार काम और अनुभव को देखते हुए सरकार ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ट्रांसफर किया। कोरोना जैसी महामारी में जब मध्य प्रदेश सरकार बुरे दौर से गुजर रही थी। तो उस दौरान उनके बाकी आईएएस अधिकारियों के पास कोई भी विकल्प नहीं था। लेकिन उस मुसीबत में चट्टान बनकर मोहम्मद सुलेमान ही एकमात्र ऐसे आईएएस ऑफिसर थे । जो शिवराज सिंह चौहान के सामने खड़े थे। उस वक्त सुलेमान ने ACS हेल्थ का कार्यभार संभाला था। और मुसीबत की उस घड़ी में सुलेमान के कार्य की देशभर में प्रशंसा हुई थी।शिवराज सिंह चौहान के कामकाजों की जितनी तारीफ होती थी। उसकी सबसे बड़ी वजह सुलेमान ही थे। जो धरातल पर रहते हुए हर एक जिम्मेदारी निभाते थे।

कमलनाथ सरकार में भी निभाई थी बड़ी भूमिका ! 
साल 2018 में जब मध्य प्रदेश में कमलनाथ की कांग्रेस सरकार बनी तो सुलेमान ने प्रदेश में इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट पर काफी बेहतर काम किया, जनवरी 2019 में उन्होंने स्विट्जरलैंड काफी दौरा किया था, निवेशकों का सम्मेलन करने के साथ जब कुछ ही साल में सरकार बदली तो शिवराज सिंह चौहान की सरकार में भी इनका कद और भी बढ़ गया

डॉक्टर मोहन यादव ने भी सत्ता संभालते हुए सौंपी थी बड़ी जिम्मेदारी ! 
साल 2023 में जब मध्य-प्रदेश की कमान डॉक्टर मोहन यादव ने संभाली ! तो उस दौरान भी सुलेमान की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ। सुलेमान का करियर काफी ज्यादा प्रभावशाली रहा है और वो हर एक सरकार में अपनी बेहतर काम की वजह से चर्चा में रहे। कई बार मंत्री पद की बदलती मांगों के बाद भी उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा । वहीं कई बार चर्चा इस तरह की भी रही कि उन्होंने ने ही शिवराज सिंह चौहान से कहकर यशोधरा राजे सिंधिया को मंत्री के पद से हटवाया था।

फिलहाल सुलेमान को सचिवालय से बाहर करने के बाद डॉक्टर मोहन यादव की सरकार के बड़े विभागों पर कितना असर पड़ता है। या इनकी कमी कितनी खलती है। ये देखना बड़ा दिलचस्प होगा। क्योंकि आईएएस सुलेमान को किन वजहों से बाहर दिखाने की तैयारी चल रही है। इसकी वजह सामने नहीं आ पाई है।

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