Naveen Patnaik : कांपते हाथ, लड़खड़ाती जुबान और सत्ता की लालसा...राजनीति इतनी क्रूर कैसे हो सकती है ?
ओडिशा के CM नवीन पटनायक की वायरल हुई वीडियो
तो वहीं दूसरी तरफ एक चुनावी रैली में तो बेहद हैरान करने वाला दृश्य देखने को मिला ।जब सीएम नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) रैली में भाषण दे रहे थे और इस दौरान बीमार होने की वजह से सीएम पटनायक के हाथ कांप रहे थे।फिर क्या था बगल में ही खड़े वीके पांडियन की नजर जैसे ही सीएम पटनायक के हाथ पर पड़ी।उन्होंने तुरंत सीएम के हाथ को छुपाने की कोशिश की, जिससे विपक्ष इसे मुद्दा ना बना दे।लेकिन वीके पांडियन इस कोशिश में नाकाम हो गये ।क्योंकि सोशल मीडिया पर अब यही वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। जिसके बहाने बीजेपी भी वीके पांडियन को निशाना बनाने में जुट गई है।
असम के सीएम और बीजेपी के फायरब्रांड नेता हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर लिखा-ये बेहद परेशान करने वाला वीडियो है, वीके पांडियन नवीन बाबू के हाथों की हरकतों को भी कंट्रोल कर रहे हैं, मैं ये सोचकर कांप उठता हूं कि तमिलनाडु का एक रिटायर नौकरशाह इस समय ओडिशा के भविष्य पर किस हद तक कंट्रोल कर रहा है।
बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने भी इस मुद्दे पर लिखा- मुख्यमंत्री के रूप में नवीन पटनायक जी का कार्यकाल यादगार रहा है लेकिन अब वह अस्वस्थ हैं, हालांकि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कैसे उन्हें दिखावा बनाए रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ओडिशा को इसका एहसास है, इन चुनावों में अनुभवी राजनेता और बीजद को एक सम्मानजनक विदाई ही एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने सीएम नवीन पटनायक की इस हालत पर लिखा - मेरे सामाजिक परिवार के एक सदस्य ने बहुत पहले यह बात कही थी कि पांडियन से ओडिशा के लोग नफरत करते हैं, मैंने कहा- नवीन पटनायक का तो पांडियन अत्यंत प्रिय है, उन्होंने कहा- नवीन पटनायक को प्रेम करने वाले पांडियन से नफरत करते हैं, असली वजह यह छोटा सा वीडियो समझा देता है ।
फिल्म डायरेक्टर अविनाश दास ने लिखा- कुछ महीनों पहले भुबनेश्वर गया था तो लोगों से सुना कि नवीन पटनायक अब बस कठपुतली हैं, पूर्व आईएएस वीके पंडियन ने बीजेडी की कमान अपने हाथों में ले ली है और नवीन पटनायक और पार्टी पर कब्जा जमा लिया है, आज ये वीडियो वायरल हुआ, तो अचानक से सब याद आ गया ।
पूर्व आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह ने सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखते ही लिखा- सत्ता कितनी क्रूर होती है? नवीन पटनायक यदि पार्किंसन के बीमार हैं तो कुर्सी पर बैठकर दो शब्द बोल सकते हैं, लेकिन देखिए, कैसे पांडियन सत्ता हथियाने के लिए नवीन पटनायक का इस्तेमाल कर रहे हैं?
ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ साथ विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं। यही वजह है कि सीएम नवीन पटनायक बीमार होने के बावजूद रैली कर रहे हैं, या फिर उनसे रैली करवाई जा रही है, ये तो फिलहाल वही जानते हैं लेकिन अगर चुनाव जीतने के लिए रैली ही करनी है तो फिर कुर्सी पर बैठ कर सीएम पटनायक रैली को संबोधित कर सकते थे। लेकिन सीएम पटनायक बीमार होने के बावजूद मंच पर खड़े होकर बोलते रहे और उनके हाथ कांपते रहे, जिसे छुपाने के लिए उनके उत्तराधिकारी वीके पांडियन ने पूरी कोशिश की।लेकिन इस कोशिश में नाकाम हो गये, क्योंकि अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। कोई कह रहा है वीके पांडियन सत्ता हथियाने के लिए नवीन पटनायक का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो कोई कह रहा है वीके पांडियन ने पटनायक की पार्टी पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है।जबकि सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने तो यहां तक कह दिया कि - मैं ये सोचकर कांप उठता हूं कि तमिलनाडु का एक रिटायर नौकरशाह इस समय ओडिशा के भविष्य पर किस हद तक कंट्रोल कर रहा है।