Nayab Singh Saini: नायब सिंह सैनी ने शपथ लेने के बाद संभाली अपनी गद्दी, एक्स पर ट्वीट कर कहा - "आत्मनिर्भर राज्य बनाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे"
Nayab Singh Saini: हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में अपने 13 कैबिनेट सहयोगियों के साथ शपथ लेने के बाद नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को अपना पदभार ग्रहण किया और प्रदेश के 2.80 करोड़ लोगों की सेवा करने का वादा किया। मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद सीएम सैनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मैंने राज्य के मुख्य सेवक के रूप में कार्यभार संभाला।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका विकास' संदेश को दोहराते हुए कहा कि मैं भावुक और नतमस्तक हूं। 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' का संकल्प सर्वोपरि है।आइए जानते है इस खबर को विस्तार से ....
नायब सिंह सैनी - ''आत्मनिर्भर राज्य बनाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे''
हरियाणा को सर्वश्रेष्ठ, समृद्ध और आत्मनिर्भर राज्य बनाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में हमारी पूर्ण बहुमत वाली सरकार सेवा, सुशासन, समानता, समृद्धि और गरीबों के कल्याण के लिए समर्पित रहेगी। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने 10 वर्षों की एंटी-इनकंबेंसी को दरकिनार करते हुए राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल कर लगातार तीसरी बार सरकार बनाई है। नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत एनडीए के कई नेताओं की उपस्थिति में दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। मंत्रिपरिषद ने भी पंचकूला में 45 मिनट चले समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। मंत्रिपरिषद में 11 कैबिनेट मंत्री और दो राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शामिल हैं।
किरण चौधरी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में हो गई थी शामिल
पंचकूला में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में 11 कैबिनेट मंत्रियों और दो स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों सहित मंत्रिपरिषद ने गुरुवार को शपथ ली राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सैनी और उनके मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। दो महिला कैबिनेट मंत्री आरती राव और श्रुति चौधरी पहली बार विधायक बनी हैं। आरती राव केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी हैं और श्रुति चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पोती हैं। श्रुति चौधरी ने अपनी मां किरण चौधरी के साथ हाल ही में भाजपा का दामन थामा था। किरण चौधरी अब राज्यसभा सदस्य हैं। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के साथ अनबन होने के बाद किरण चौधरी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई थीं।