शराबबंदी के मुद्दे पर नीतीश कुमार का प्रशांत किशोर पर निशाना, कहा-'अनाप-शनाप बोल रहे'
र सीएम नीतीश कुमार की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है मुख्यमंत्री ने कहा है कि कुछ लोग इस बारे में अनाप-शनाप बोल रहे हैं बिहार में शराबबंदी के बाद से 90 फ़ीसदी लोगों ने दारु पीना छोड़ दिया है।
बिहार के राजनीति में इन दिनों शराबबंदी के मुद्दे को लेकर सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है। राज्य में पिछले लगभग 2 वर्षों से पद यात्रा कर नई पार्टी बनाने वाले प्रशांत किशोर ने शराबबंदी को लेकर ऐलान किया था कि जन सुराज पार्टी की सरकार बनने के महज कुछ घंटे के भीतर बिहार में शराबबंदी कानून को खत्म कर दिया जाएगा। अब इस पर सीएम नीतीश कुमार की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है मुख्यमंत्री ने कहा है कि कुछ लोग इस बारे में अनाप-शनाप बोल रहे हैं बिहार में शराबबंदी के बाद से 90 फ़ीसदी लोगों ने दारु पीना छोड़ दिया है।
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव भले ही अगले वर्ष होना है लेकिन अभी से ही सियासी पार्टियों ने चुनाव के लिए कमर कसना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में शनिवार को जनता दल यूनाइटेड पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में पार्टी के राज्य कार्यकारिणी बैठक को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संबोधित किया। इस दौरान जहां उन्होंने चुनावी रणनीति को लेकर राज्य कार्यकारिणी के सदस्यों से बातचीत की तो वहीं जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि कुछ लोग शराबबंदी पर अनाप-शनाप बोल रहे हैं जबकि राज्य में 2016 से शराब बंदी कानून लागू होने के बाद से 90 प्रतिशत लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है जो कि तमाम परिवारों के लिए एक अच्छी बात है।
बताते चले कि प्रशांत किशोर ने चार दिन पहले ही बिहार में नए राजनीतिक दाल का गठन करते हुए अगले विधानसभा चुनाव में मजबूती से अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारने का ऐलान किया है। पीके पिछले 2 सालों से बिहार के अलग-अलग हिस्सों में पदयात्रा करते हुए उन्होंने कई ऐसे मुद्दों को उठाया है तो नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के मुद्दों से काफी अलग है। उन्होंने पहले ही ऐलान कर दिया था कि साल 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर उनके प्रत्याशी चुनावी मैदान में ताल ठोकेंगे। महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर जनसुरत पार्टी का एलान करने वाले प्रशांत किशोर ने पटना में पार्टी के गठन समारोह को संबोधित करते हुए कहा था कि बिहार में जन सुराज पार्टी की सरकार बनते ही शराब बंदी को खत्म कर दिया जाएगा। इससे राज्य का राजस्व भी बढ़ेगा और उसे पैसे को शिक्षा पर खर्च किया जाएगा। उन्होंने इस बात का भी दावा किया था कि राज्य में भले ही शराब बंदी कानून लागू है लेकिन बिहार में आप जहां चाहेंगे वहां पर आपको शराब मिल जाती है। इससे सरकार का कोई फायदा नहीं होता है बल्कि शराब की तस्करी से अवैध काम में युवा लिप्त होते जा रहे हैं। बहरहाल आपको क्या लगता है शराबबंदी कानून बिहार में रहना चाहिए या इसे खत्म करने की बात जो प्रशांत किशोर कर रहे है वो सही है।