Advertisement

कट्टरपंथियों की खैर नहीं! अब थमेगा अल्पसंख्यकों पर अत्याचार? 9 दिसंबर को बांग्लादेश दौरे पर जाएंगे विदेश सचिव

बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले को लेकर विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि 9 दिसंबर को एफओसी यानी (फॉरेन ऑफिस कंसल्टेशन) बांग्लादेश जाने वाले है।
कट्टरपंथियों की खैर नहीं! अब थमेगा अल्पसंख्यकों पर अत्याचार? 9 दिसंबर को बांग्लादेश दौरे पर जाएंगे विदेश सचिव
Photo by:  Google

बीते कई दिनों से बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के ऊपर हो रहे अत्याचार को लेकर विदेश मंत्रालय एक्शन के मूड में है। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि आने वाले 9 दिसंबर को एफओसी यानी (फॉरेन ऑफिस कंसल्टेशन) बांग्लादेश जाने वाले है। इस दौरे पर विदेश सचिव बांग्लादेश पक्ष से अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले पर बातचीत करेंगे। 

9 दिसंबर को बांग्लादेश दौरे पर होंगे विदेश सचिव 

बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि "हम इस मुद्दे पर पहले भी बात कर चुके हैं। हम अपनी अपेक्षा को दोहराना चाहते हैं कि बांग्लादेश में चल रही प्रासंगिक कानूनी प्रक्रियाओं को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया जाए। इससे संबंधित सभी व्यक्तियों के कानूनी अधिकारों का पूरा सम्मान सुनिश्चित किया जा सके।  

मोहम्मद यूनुस ने की धार्मिक गुरुओं से मुलाकात 

बता दें कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर  हो रहे हमलों के बीच अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद युनुस ने धर्मगुरुओं से मुलाकात की है। यूनुस ने हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले को लेकर धर्मगुरुओं से सटीक जानकारी मांगी है। यूनुस ने कहा कि हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले होने की जानकारी मिली है। लेकिन असल में सच्चाई क्या है। वह मीडिया में चल रही तमाम खबरों से बिल्कुल अलग है। 

सीरिया पर भी विदेश मंत्रालय ने क्या कहा ? 

विदेश मंत्रालय ने सीरिया पर भी अपना बयान जारी किया है। मंत्रालय ने कहा है कि "हमने सीरिया के उत्तर की लड़ाई में काफी वृद्धि देखा है। हम वहां की स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। सीरिया में इस वक्त कुल 90 भारतीय नागरिक है। जो 14 संयुक्त राष्ट्र के लिए विभिन्न संगठनों में काम कर रहे हैं। हमारा मिशन हमारे नागरिकों की सुरक्षा के लिए है। हम उनके साथ निकट संपर्क में बने हुए हैं।" सीरिया में हमा पर कब्जे के लिए विद्रोही लड़ाके 3 दिनों से सेना के साथ लड़ रहे हैं। सेना ने यह भी आरोप लगाया कि विद्रोहियों ने डिफेंस लाइन तोड़ने के लिए आत्मघाती हमला किया था। इसमें कई सैनिक मारे गए थे। हमा सीरिया का चौथा सबसे बड़ा शहर है।

Advertisement
Advertisement