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ओपी राजभर का गाली वाला Video वायरल, अब देनी पड़ी सफ़ाई

UP में मंत्री ओम प्रकाश राजभर का गाली वाला वीडियो वायरल होने के बाद अब बेटे अरुण राजभर ने सफ़ाई दी है.
ओपी राजभर का गाली वाला Video वायरल, अब देनी पड़ी सफ़ाई
इन्हें तो आप जानते ही होंगे। यूपी की सत्ता के केंद्र में रहने वाले नेताजी। जो कभी अखिलेश यादव के साथ साइकिल पर सवार हो जाते हैं तो कभी BJP के साथ कमल खिलाते हैं। खुदकों पिछड़ों का नेता कहने वाले ये हैं यूपी के अल्पसंख्यक समाज कल्याण मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओपी राजभर। जो अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहते हैं कभी किसी अधिकारी को धमकाते हैं तो कभी पत्रकारों पर धौंस जमाते हैं। इस बार तो मंत्रीजी ने गाली तक दे डाली। 

दरअसल, ओपी राजभर का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें पत्रकारों ने उनसे सड़क की गुणवत्ता को लेकर सवाल किया। जिस पर मंत्री राजभर इस कदर भड़क गए कि उन्होंने ठेकेदार का ज़िक्र करते हुए गाली दे डाली।वीडियो में आप ख़ुद सुन सकते हैं कैसे उनकी ज़बान बेलगाम हो गई। 

ओपी राजकर गाजीपुर में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस दौरान कुछ पत्रकारों ने उनसे ग़ाज़ीपुर की सड़कों को लेकर सवाल किया। मंत्री राजभर ने भी बेहद शालीनता से सम्मान के साथ बक़ायदा गाली के साथ पत्रकारों को रिप्लाई किया। 

इससे पहले राजभर ने कहा था कि, हम तो दिल्ली और लखनऊ से पैसा भेज देते हैं। ताकि सड़क अच्छी बन जाए लेकिन अगर ठेकेदार उसे ठीक से नहीं बनाता तो आप हमसें शिकायत करते हैं शिकायत होगी तो फिर जांच की नौबत आ जाएगी। इस पर पत्रकारों ने कहा, ठेकेदार तो कहते हैं कि मंत्रीजी को उनके हिस्से के पैसे पहले ही भिजवा दिए जाते हैं। ये सुनते ही राजभर बुरी तरह भड़क गए और बेहद अश्लील गाली देते हुए कहा कि उस ठेकेदार को बुलाकर लाओ मेरे सामने। कोई कह दे कि ओमप्रकाश राजभर को पैसा दिया है तो मैं उसे जूते ही जूते मारूंगा।

राजभर का गाली देते हुए ये वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया। समाजवादी पार्टी ने भी इसे अपने X हैंडल पर पोस्ट करते हुए हमला बोला। पार्टी की ओर से कहा गया कि, " सरेआम मां, महिला/स्त्री विरोधी गाली गलौज कर रहे ये महोदय बीजेपी/योगी सरकार में मंत्री हैं। पहले इन्होंने CM योगी और महेंद्रनाथ पांडेय को भी मंचों से गालियां दी थी। उसके बावजूद बीजेपी/योगी सरकार ने लिबिर लिबिर करके इन्हें पार्टी गठबंधन और मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया। CM योगी जो सारी दुनिया को संस्कार, भाषा का ज्ञान बांटते हैं वो आज तक अपने इस मंत्री की भाषा नहीं सुधार पाए? 

जब राजभर अपने गाली वाले वीडियो को लेकर घिर गए तो पार्टी की तरफ़ से सफ़ाई आई और सारा इल्ज़ाम AI पर डाल दिया गया। राजभर के बेटे अरुण राजभर ने कहा कि, ये उन्हें बदनाम करने की साज़िश है। उन्होंने दावा किया कि ओपी राजभर का ये वीडियो फ़र्ज़ी और डीप फेक है।विरोधी उन्हें बार-बार बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी नीयत से ये वीडियो बनाया गया है। जो बात वीडियो में कही गई है वो ओपी राजभर कभी कर ही नहीं सकते। बहरहाल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस ज़माने में डीपफेक से भी इंकार नहीं किया जा सकता लेकिन राजभर के वीडियो को देखकर अंदाज़ा लगाना मुश्किल है कि ये ओरिजिनल है या डीपफेक।

 कैसे पहचानें असली और डीपफेक ? 


अब जानते हैं डीपफेफ क्या होता है और कैसे इसको पहचाना जा सकता है ? डीपफेक ओरिजिनल वीडियो का रिक्रिएट वर्जन होता है। डीपफेक वीडियो में आंखों, आवाज़ और एक्सप्रेशन से पहचाना जा सकता है। अगर आंखें, आवाज़ और एक्सप्रेशन एक जैसे हैं तो ये डीपफेक वीडियो है। असली वीडियो में आंखों के मूवमेंट नॉर्मल रहते हैं और आवाज़ के साथ चलते हैं।

वहीं, डीपफेक वीडियो में कलर और लाइटिंग भी अलग सी होती है। डीपफेक में कलर और लाइटिंग आपस में मैच नहीं होती। साथ ही चेहरे के हाव भाव और आवाज़ भी आपस में कोऑर्डिनेट नहीं करते। डीपफेक वीडियो में ऑडियो क्वालिटी भी AI जनरेटेड होती है। जो ओरिजिनल आवाज़ से थोड़ी अलग होती है। बॉडी शेप, आवाज़, एक्सप्रेशन और आँखों के मूवमेंट के ज़रिए डीपफेक की पहचान की जा सकती है। 

अब ये तो आपने जान लिया कि कैसे डीपफेक या AI जनरेटेड वीडियो की पहचान कर सकते हैं अब सवाल ये है कि क्या मंत्री ओपी राजभर के वीडियो को देखकर कहा जा सकता है कि ये डीपफेक है।
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