Amit Shah के बयान पर भड़क उठी विपक्ष, Akhilesh ने ट्वीट कर जताया विरोध
देश ने आज जान लिया है कि भाजपाइयों के मन में बाबासाहेब को लेकर कितनी कटुता भरी है। भाजपाई बाबासाहेब के बनाए संविधान को अपना सबसे बड़ा विरोधी मानते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वे जिस प्रकार गरीब, वंचित, दमित का शोषण करके, उनके ऊपर अपना प्रभुत्व कायम करना चाहते हैं, उनकी इस बदमंशा के आगे संविधान ढाल बनकर खड़ा है।
घोर निंदनीय!
घोर चिंतनीय!!
घोर आपत्तिजनक!!!
जन-जन कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!
इधर भाजपा लगातार सवाल दाग रही है कि अंबेडकर को नेहरू कैबिनेट से इस्तीफा क्यों देना पड़ा? भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर बाबा साहेब का अपमान करने का आरोप लगाया है। रिजीजू ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "शाह के राज्यसभा में भाषण की एक छोटी क्लिप प्रसारित हो रही है, जिसमें उन्होंने जो कहा, उसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। यह गलत है। मैं इसकी निंदा करता हूं।" उन्होंने कहा कि शाह ने स्पष्ट रूप से कहा था कि जब बाबासाहेब जिंदा थे, तब कांग्रेस ने उनका अपमान किया। वही मायावती ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि "कांग्रेस व बीजेपी एंड कंपनी के लोगों को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की बजाय, इनका पूरा आदर-सम्मान करना चाहिए। इन पार्टियों के लिए इनके जो भी भगवान हैं, उनसे पार्टी को कोई ऐतराज नहीं है।"
अब अमित शाह के जिस बयान पर बवाल मचा हुआ है, वह आपको सुनाते हैं। इस बयान को सुनने के बाद आपको पता चलेगा कि शाह के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है और विपक्ष जबरन इसका मुद्दा बना रहा है।