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Owaisi खोला ‘राज’, बताया क्यों की Modi के मंत्री Giriraj Singh से मुलाकात ?

Modi सरकार के धुर विरोधी हैदराबादी सांसद असदुद्दीन ओवैसी को भी आखिर मोदी सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात करनी ही पड़ गई, देखिये दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से मुलाकात पर क्या कहा ?
Owaisi खोला ‘राज’, बताया क्यों की Modi के मंत्री Giriraj Singh से मुलाकात ?

जिस मोदी सरकार से हैदराबादी सांसद असदुद्दीन ओवैसी का छत्तीस का आंकड़ा रहता है, वही ओवैसी अचानक मोदी सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह से मिलते नजर आए, वो भी मुस्कुराते हुए, तो देख कर हैरानी तो होगी ही।ओवैसी और गिरिराज सिंह की यह मुलाकात देख कर किसी को विश्वास ही नहीं हुआ कि ये वही नेता हैं, जो एक नदी के दो किनारे हैं। ओवैसी जहां खुलकर मुस्लिमों के पक्ष में बोलते नजर आते हैं, वहीं गिरिराज सिंह भी हर दूसरे दिन कट्टरपंथी मुसलमानों को पाकिस्तान भेजने की बात करते हैं। एक दूसरे के धुर विरोधी नेता जब मिलते हैं, तो खबर तो बनती ही है। आखिर ऐसा क्या हो गया कि खुद ओवैसी को मंत्री गिरिराज सिंह के दफ्तर में जाकर मुलाकात करनी पड़ गई? इस राज से आखिर पर्दा उठ ही गया, जब खुद ओवैसी और गिरिराज सिंह दोनों ने ही मुलाकात पर चुप्पी तोड़ी।

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दरअसल, दस दिसंबर को अचानक सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल होने लगी, जिसे देख कर हर कोई हैरान रह गया, क्योंकि यह तस्वीर थी असदुद्दीन ओवैसी और उनके नेताओं की केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात की। इस पर पत्रकार अभिनव पांडेय ने तंज मारते हुए लिख दिया, "वो जिनके लिए आप आपस में दुश्मनी पाले बैठे हैं, यानि ओवैसी, गिरिराज सिंह जैसे जिन नेताओं के लिए आप लड़ते हैं, वही नेता आपस में मुस्कुराते हुए मुलाकात करते हैं।" इस तंज से ओवैसी इस कदर बौखला गए कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि…

"मालेगांव के पावरलूम लाखों लोगों के रोजगार का जरिया है, हम टेक्सटाइल मंत्री से इसी सिलसिले में मिलने गए थे, हमारे घर में हो रही दावत का न्योता देने नहीं गए थे, एक सांसद के तौर पर मेरा फर्ज बनता है कि मैं आम आदमी के मसले उठाऊं। अगर पांडे जी को इससे एतराज है तो सरकार बदल दीजिए या फिर यह कह दीजिए कि सिर्फ जनेऊधारी को ही सांसद और मंत्री बनने का हक है। काश आपका चैनल मालेगांव के पावरलूम्स के मसले को उठाता।"

तिलमिलाए ओवैसी ने गिरिराज सिंह से मुलाकात पर चुप्पी तोड़ते हुए जवाब दिया कि वह एक सांसद का फर्ज निभाते हुए पॉवरलूम के मसले को उठाने के लिए गए थे, क्योंकि कपड़ा मंत्रालय बीजेपी नेता गिरिराज सिंह के पास ही है, और पॉवरलूम का मसला उन्हीं के मंत्रालय में आता है। वहीं, एक और ट्वीट में असदुद्दीन ओवैसी ने गिरिराज सिंह से मुलाकात पर कहा कि…

"दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात की और उन्हें मालेगांव के पावरलूम उद्योग की समस्याओं के बारे में जानकारी दी, जिसमें 5 लाख यूनिट शामिल हैं। प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री से मालेगांव का दौरा करने का भी अनुरोध किया। प्रतिनिधिमंडल में मालेगांव विधायक मुफ्ती इस्माइल कासमी, AIMIM महाराष्ट्र के अध्यक्ष इम्तियाज जलील और एडवोकेट मोमिन मुजीब अहमद शामिल थे। मंत्री ने आश्वासन दिया कि वे समस्याओं पर गौर करेंगे और उन्हें हल करने का प्रयास करेंगे।"

असदुद्दीन ओवैसी ने मालेगांव के पॉवरलूम के मसले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात की और यह भी बताया कि उन्होंने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। जबकि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी ओवैसी से मुलाकात पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि…

"ओवैसी जी और उनकी टीम ने कपड़ा मंत्रालय के कार्यालय का दौरा किया और बुनकरों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। मोदी सरकार में समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा जा रहा है। 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' में विश्वास रखने वाले ही भारत को समृद्ध और प्रगतिशील बनाएंगे, और मोदी सरकार उन सभी के कल्याण के लिए खड़ी है।"

शायद ही किसी ने सोचा होगा कि एक दिन ओवैसी और गिरिराज सिंह एक दूसरे से मुलाकात करेंगे, लेकिन वह कहते हैं ना लोकतंत्र में सब जायज है। इसीलिए सांसद होने के नाते ओवैसी ने मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात की। तो वहीं कुछ ही दिनों पहले कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड से जुड़े मसले को उठाया था। इतना ही नहीं, साल 2017 में खुद सीएम योगी उत्तर प्रदेश की विधानसभा में सपा नेता आजम खान के साथ मुस्कुराते हुए मिलते नजर आए थे… यानी चुनावों में भले ही तमाम नेता एक दूसरे पर वार-पलटवार करते हों, लेकिन जब जरूरत होती है तो अपने क्षेत्र की समस्या के लिए सरकार के मंत्रियों से भी मुलाकात करते हैं। यही होती है लोकतंत्र की खूबसूरती।


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