Delhi में 500 जिंदा कारतूस मिलने से हड़कंप, क्या है इसके पीछे की साजिश?
DELHI की व्यस्त सड़कों पर जब हर कोई अपने काम में व्यस्त था, उसी दौरान दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को एक ऐसी सफलता हाथ लगी जो न केवल चौंकाने वाली थी बल्कि एक बड़े खतरे को टालने में भी मददगार भी साबित हुई। दरअसल पश्चिमी दिल्ली के एक इलाके में ट्रैफिक पुलिस ने एक मोटरसाइकिल से 500 जिंदा कारतूस बरामद किए।
कैसे हुआ कारतूसों का खुलासा?
बीते शनिवार, दोपहर को मोती नगर में रूटीन चेकिंग के दौरान दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के हत्थे 500 जिंदा कारतूस बरामद हुए है। बताया जा रहा है कि निरीक्षण के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने सामने से आ रहे दोपहिया वाहन को रुकने का इशारा किया। हालांकि मोटरसाइकिल चालक ने थोड़ी देर के लिए गति धीमी कर दी, लेकिन परेशानी को भांपते हुए मोटरसाइकिल चालक बाइक वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गया। पुलिस को उसकी इस हरकत पर शक हुआ और उन्होंने तुरंत मोती नगर थाना पुलिस को सूचित किया। जब पुलिस ने बाइक की जांच की और उसके साथ रखे बैग को खोला, तो उसमें से 500 जिंदा कारतूस के 10 डिब्बे मिले। इस मामले पर बात करते हुए पुलिस डिप्टी कमिश्नर (पश्चिम) विचित्र वीर ने कहा, कि आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और आरोपी व्यक्ति की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
हांलांकि जांच के दौरान यह बात सामने आई कि जिस बाइक से कारतूस मिले, वह भी चोरी की थी। अब सवाल यह उठता है कि आखिर इतने सारे कारतूस दिल्ली में क्यों लाए गए? क्या यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था? दिल्ली पुलिस और स्पेशल सेल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हर एंगल से इसकी जांच शुरू कर दी है। इस घटना के बाद पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं यह मामला रंगदारी वसूलने के मकसद से तो नहीं जुड़ा है। दिल्ली में हाल के दिनों में रंगदारी और गैंगस्टरों की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। जेल में बैठे गैंगस्टर अपने गुर्गों के जरिए पैसों की उगाही कर रहे हैं और विरोध करने वालों को डराने के लिए फायरिंग तक करवा रहे हैं। इस तरह के अपराधियों के हाथ में इतनी बड़ी संख्या में कारतूस का मिलना एक बड़े खतरे का संकेत है।
कुछ दिन पहले पूर्वी दिल्ली के सीमापुरी इलाके में एक नाइट क्लब के बाहर बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग की घटना भी इसी रंगदारी के मामलों से जुड़ी हुई बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार, बदमाशों ने क्लब के मालिक को डराने के लिए कई राउंड फायरिंग की थी।
पुलिस की कड़ी कार्रवाई और आगे की जांच
दिल्ली पुलिस और स्पेशल सेल इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं और हर संभव सुराग की तलाश कर रही हैं। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार ये कारतूस कहां से आए और इन्हें कहां ले जाया जा रहा था।
वैसे आपको बता दें कि फिलहाल इस मामले में किसी भी संदिग्ध को गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन पुलिस ने इलाके में अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है और संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस का मानना है कि इन कारतूसों का इस्तेमाल किसी बड़े अपराध को अंजाम देने के लिए किया जा सकता था।