मोईद के रहनुमा पर भड़के Paramhans Maharaj, सपाईयों को सुनाई खरी-खोटी
मोईद खान ने नाबालिग बच्ची के साथ रेप की घटना को अंजाम देकर जो घिनौनी हरकत की है, उससे पूरे देश की जनता का खून खौल उठा है। लेकिन अखिलेश और सपा मोईद खान को सपोर्ट कर रहें है। अब इसपर आचार्य परमहंस महाराज ने जो कहा है उसे सुनकर अखिलेश यादव शायद अपनी सोच बदल लें।
Ayodhya : राम की नगरी Ayodhya में जो हुआ वो शर्मनाक है। इस घटना ने न सिर्फ अयोध्या बल्कि पूरे देश की आंखे शर्म से झूका दी। रेप केस के आरोपी का नाम सामने आने के बाद जो हुआ वो तो और भी ज्यादा बदतर है। क्योंकि आरोपी मोईद खान सपा और कांग्रेस का करीबी निकला। और उसे बचाने के लिए पूरी विपक्षी एक जुट हो गई। कभी आरोपियों की DNA test की मांग कर रही है। तो कभी कुछ अनाप शनाप बक रही है।
मोईद खान ने नाबालिग बच्ची के साथ रेप की घटना को अंजाम देकर जो घिनौनी हरकत की है, उससे पूरे देश की जनता का खून खौल उठा है। मामला प्रकाश में आने के बाद योगी आदित्यनाथ भयंकर गुस्से में आ गए हैं। और इसके बाद विधानसभा में तगड़े से तगड़े एक्शन की हंकार भर डाली। फिर क्या था मोइद खान ना सिर्फ गिरफ्तार हुआ, बल्कि उसके काले साम्राज्य पर बुलडोजर एक्शन चला। बेकरी को जमींदोज कर दिया गया। और लाईसेंस भी रद्द कर दी गई।
इधर बुलडोजर मोइद खान के बेकरी पर चल रहा था। उधर इसका दर्द अखिलेश जी महसूस कर रहे थे। तभी तो अभी तक इसपर कुछ बोला नहीं। बस एक पोस्ट कर दिया। और कह दिया कि 'कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे क़ानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की माँग है।'
इस तरह से अपने नेता को सपोर्ट करना सपा प्रमुख को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। अलग अग पार्टी के नेता अलग अलग सवाल खड़े कर रहे है। लेकिन इन सब के बीच आचार्य परमहंस महाराज ने जो सवाल अखिलेश यादव पर दागे है। उसे सुन शायद अखिलेश यादव थोड़ी शर्म कर लें और जो अनाप शनाप पोस्ट कर अपने नेता को संरक्षण देने का प्रयास कर रहें है। उसे भी रोक दे।
आचार्य जी यहीं नहीं रूके। उन्होंने इसपर इंडिया गठबंधन की तरफ से की जा रही राजनीति पर भी सवाल उठा दिया। और कह दिया कि ये लोग आरोपी के अपराध को नहीं उसका घर्म और मजहब देख रहें है।
इस मामले पर हो रही राजनीति अस्विकार्य है। पर सपाईयों को ये भी नहीं भूलना चाहिए कि ये योगी की यूपी है। जहां हिसाब हर एक अपराध का होगा औऱ कार्रवई हर एक अपराधी पर। खैर जाते जाते आपको छोड़े जाते है आचार्य परमहंस महाराज के बयान के साथ।