Yogi के फ़ैसले पर सवाल उठाने वनाले Sonu Sood की लोगों ने अक्ल ठीकाने लगा दी
22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने वाली है, जिसे लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कावड़ यात्रियों के लिए बड़ा कदम उठाया है, सीएम योगी ने आदेश दिया है की पूरे यूपी में कांवड़ मार्गों पर खाने- पीने की दुकानों पर संचालकों - मालिकों का नाम और पहचान बतानी होगी। योगी के फैसले पर अब सोनू सूद ने सवाल उठाए दिए हैं, जिसके बाद लोगों ने एक्टर की अक्ल ठीकाने लाग दी।
CM Yogi adityanath : 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने वाली है, जिसे लेकर यूपी के CM Yogi adityanath ने कावड़ यात्रियों के लिए बड़ा कदम उठाया है, सीएम योगी ने आदेश दिया है की पूरे यूपी में कांवड़ मार्गों पर खाने- पीने की दुकानों पर संचालकों - मालिकों का नाम और पहचान बतानी होगी ।सीएम योगी का कहना है की कावंड यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए ये फैसला लिया गया है, इसी के साथ हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कड़ी कारवाई होगी। अब कांवड़ यात्रा पर योगी के नए फ़ैसले को लेकर विवाद हो शुरू हो गया है, विपक्ष इस फ़ैसले का विरोध कर रहा है, अखिलेश यादव से लेकर मायावती इस फ़ैसले का विरोध कर रहे हैं। वहीं बॉलीवुड की कुछ हस्तियों ने भी सीएम योगी के इस फ़ैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जावेद अख़्तर के बाद बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने भी इस फ़ैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कांवड़ यात्रा पर योगी के नए फ़ैसले का सोनू सूद ने भी विरोध किया है, सोनू सूद ने अपने X अकाउंट पर योगी के फ़ैसले का विरोध करते हुए लिखा की - हर दुकान पर केवल एक नेम प्लेट होनी चाहिए: "मानवता"
अब जिस तरह से सोनू सूद ने सीएम योगी के फ़ैसले का विरोध किया है, उसके बाद एक्टर लोगों के निशाने पर आ गए हैं, लोग एक्टर से तरह तरह के सवाल कर रहे हैं। कोई कह रहा है की सोनू सूद हलाल सर्टिफिकेशन को humanity सर्टिफिकेशन से बदलवा देंगे। लोग जमकर एक्टर को लताड़ लगा रहे हैं, एक सुधीर mishra नाम के यूज़र ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें रोटी बनाने वाला शख़्स थूकता दिख रहा है। इस वीडियो के साथ इस शख़्स ने लिखा की - थूक लगाई रोटी "सोनू सूद" को “पार्सल” की जाये, ताकि भाईचारा बना रहे !
अब इस यूज़र को जवाब देते हुए सोनू सूद ने लिखा - हमारे श्री राम जी ने शबरी के झूठे बेर खाए थे तो मैं क्यों नहीं खा सकता,हिंसा को अहिंसा से पराजित किया जा सकता है मेरे भाई
बस मानवता बरकरार रहनी चाहिए । जय श्री राम
वहीं एक यूज़र ने लिखा- हर दुकान पर केवल एक नेम प्लेट होनी चाहिए: "हलाल को ना कहें
इसके अलावा एक और यूज़र ने लिखा की - प्रिय सोनू, क्या आप अपना नाम छिपाते हैं ?? क्यों नहीं ?? मुझे आशा है कि आप सोचेंगे और उत्तर देंगे
एक यूज़र ने लिखा की - हाँ सर, कृपया अपना नाम बदलकर मानवता सूद रख लें
इसके अलावा एक और यूज़र ने लिखा की- कसाई और हलाल की दुकान में इंसानियत कैसे हो सकती है? क्या आप पागल हैं?
वहीं एक और यूज़र ने लिखा की - हलाल पे भी लागू करवा दो तो मान लें ,करवाओगे??!!
इतना ही नहीं एक और यूज़र ने लिखा की - कावड़ यात्रा पर दुकानों पर नाम लिखने को ही तो कहा है,गले में पट्टा बाँधने के लिए तो नहीं कहा फिर इतना हो चिल्लाना क्यों?
वहीं एक और यूज़र ने लिखा की - सोनू भाई, आपके जैसी शख़्सियत को किसी बात की गहराई को जाने बिना कोई बात नहीं कहनी चाहिए । हर कोई एक जैसा नहीं होता पर ये सब भी हो तो रहा है
इसके अलावा एक और यूज़र ने लिखा की - Hello मानवता रक्षक सोनू सूद , क्या आप मानवता के नाते ये थूका हुआ खाना पसंद करोगे ? आपके जवाब की प्रतीक्षा में ?
वहीं एक और यूजर ने लिखा की - स्कूल में बुर्का पहनकर आना उनकी पहचान है और दुकान पर नाम लिखना मानवता के लिए सही नहीं है, वाह र रायचंदो। थूका हुआ तुम्हे ही मुबारक हो सोनू भाईजान। हमारी पवित्रता के लिए हम जानते है हमे क्या करना है
इतना ही नहीं एक और यूज़र ने लिखा की - रात दिन हिंदुओं की जाति , उपजाति की गणना की बात करने वाले , एक एक पहचान को अलग अलग करके इसी आधार पर राजनीति क़र रहे थे तब आप कहा थे तब ये आपको दिखा नहीं और आज आप मानवता का ज्ञान देने लगे हो
तो देखा आपने सीएम योगी के फ़ैसले का विरोध कर सोनू सूद की किस कदर फ़ज़ीहत हो रही है। बता दें कि सोनू सूद को यूं तो ग़रीबों का मसीहा कहा जाता है, लेकिन जिस तरह से इस फ़ैसले पर उन्होंने मानवता का ज्ञान दिया है, वो लोगों को रास नहीं आ रहा है। यही वजह है की लोगों ने उनकी क्लास लगा दी है।वहीं चलिए जाते जाते दिखाते हैं आपको योगी के इस फ़ैसले पर मुस्लीम धर्म गुरूों का क्या कहना है।